Third-party premium has changed from 1st June. Renew now
टू व्हीलर के इंश्योरेंस प्रीमियम की तुलना क्यों करें?
अगर आप कमीज खरीदना चाहते हैं, इसके लिए क्या आप किसी भी फैशन स्टोर में जाकर बिना सोचे समझे कोई भी कमीज खरीद लेंगे? जाहिर सी बात है, कि जवाब ‘नहीं’ होगा! आप वहां मौजूद कमीजों को देखेंगे, तुलना करेंगे, फिर उनमें से एक कमीज चुन कर ट्रायल रूम में जाकर देखेंगे कि उसकी नाप सही हो और वो आपके ऊपर अच्छी लग रही हो।
यही नहीं, भुगतान के काउंटर पर भुगतान से पहले यह जांच लेंगे कि कमीज वैसी ही है या नहीं। आपको बाइक इंश्योरेंस खरीदने से पहले भी ठीक ऐसा ही करना चाहिए, पहले मौजूदा विकल्पों की जांच करनी चाहिए और फिर वही पॉलिसी चुननी चाहिए जो आपके लिए सबसे उचित हो, क्योंकि पॉलिसी के लिए भुगतान करने के बाद घाटे वाली शर्तों की खोजबीन करने में दिलचस्पी नहीं दिखनी चाहिए।
अगर आपने बाद में पहले से सस्ती पॉलिसी जो कि आपकी जरूरतों पर अधिक खरी उतरती हो उसके बारे में जाना तो इससे आपको अफसोस ही होगा। इसलिए अनेक बाइक पॉलिसी के बारे में जांच और तुलना करने का काम आपको उसे खरीदने से पहले ही कर लेना जरूरी है।
आपको बाइक के इंश्योरेंस की तुलना क्यों करनी चाहिए?
आप इंश्योरेंस कंपनी की विश्वसनीयता और रैंक के हिसाब से उसकी तुलना कर सकते हैं। आप लोगों के रिव्यू देख सकते हैं। इससे आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि कौन सी कंपनी सुविधा देने और क्लेम के निपटारे के मामले में बेहतर है। इसके बाद आपको एक उचित इंश्योरेंस कंपनी ढूंढने में आसानी हो जाएगी।
जब आप खुद पॉलिसी को बेहतर तरीके से समझ जाएंगे, आपको किसी विशेषज्ञ या पॉलिसी एजेंट का सहारा लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जब आपको इस बात की पूरी तरह जानकारी होती है कि पॉलिसी में क्या कवर होता है और क्या नहीं, तब आप अपने लिए एक बेहतर फैसला ले सकते हैं। यह तभी संभव होगा जब आप कई इंश्योरेंस करने वालों के बारे में पढ़ें और उनकी आपस में तुलना करें।
पर्याप्त शोध और विभिन्न पॉलिसी की तुलना करने से आपको बड़ी-बड़ी इंश्योरेंस कंपनियों के क्लेम की प्रक्रिया की जानकारी हो जाती है। आपको क्लेम करने के बाद क्या कार्यवाही करनी है, उसके बारे में पता चल जाता है। इसके बाद ही आप अपने लायक सही पॉलिसी खरीद सकते हैं।
भारत की बड़ी-बड़ी इंश्योरेंस कंपनियां डील की पेशकश करती हैं उन्हें देख सकते हैं। विभिन्न कंपनियां जो कवरेज देती हैं, उसके लिए क्या प्रीमियम होगा उसे पहले ही देख लें। ऐसा करने से आप अक्लमंदी भरा फैसला ले कर पैसे की बचत कर सकते हैं।
कुछ इंश्योरेंस कंपनियां अपने किसी-किसी बाइक इंश्योरेंस प्लान में भारी छूट की पेशकश करती हैं। छानबीन और तुलना ना करने के रवैये से आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। ये तो पक्का है, कि ऐसी छूट की पेशकश को हाथ से नहीं जाने देना चाहेंगे!
बाइक के इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना करते समय वो बातें जो दिमाग में रखनी चाहिए
- कवरेज: आपको यह बात अच्छी तरह सोच लेना चाहिए कि आपको अपनी बाइक के लिए थर्ड-पार्टी लायबिलिटी पॉलिसी और कॉम्प्रिहेंसिव पॉलिसी में से किस प्रकार का कवर चाहिए। भारत में थर्ड-पार्टी पॉलिसी जरूरी है। यह इंश्योरर्ड व्यक्ति को किसी भी व्यक्ति या संपत्ति के होने वाले नुकसान को कवर करता है, इसका प्रीमियम इंजन की क्षमता और आईआरडीएआई (IRDAI) के बनाए नियमों के हिसाब से तय होता है। जबकि कॉम्प्रिहेंसिव पॉलिसी खुद को हुए नुकसान और थर्ड-पार्टी लायबिलिटी दोनों को कवर करता है। ऐसे इंश्योरेंस करने वाले की तलाश करें जो कम प्रीमियम के साथ बेहतर कॉम्प्रिहेंसिव पॉलिसी की पेशकश करता हो।
- आईडीवी: इंश्योर किये गए व्यक्ति के लिए घोषित कीमत का सीधा अर्थ है, आज के हिसाब से बाजार में बाइक की कीमत, उसके दाम को कम करके। इस बात की जांच करें कि क्या कंपनी आइडीवी को आपके पसंद के मुताबिक प्रीमियम घटाने या बढ़ाने के विकल्प दे रही है। अगर इसके बारे में जानकारी नहीं है, तो हो सकता है कि इंश्योरेंस करने वाला कम प्रीमियम दर के साथ आपको लुभाने के लिए आपका आईडीवी कम कर दे। बाइक इंश्योरेंस में आईडीवी
- प्रीमियम: अपनी चुनी हुई इंश्योरेंस कंपनियों के दिए गए कोट्स की तुलना करें। अंत में अपने दो पहिया वाहन के लिए उसी कंपनी से इंश्योरेंस खरीदने का निर्णय लें जो कम प्रीमियम दर पर अधिक कवरेज दे। लेकिन अपने दिमाग में एक बात हमेशा बैठा लें कि कम प्रीमियम हमेशा बेहतर विकल्प नहीं होता! इसलिए नियमों को पूरी तरह पढ़ें और समझें।
- ऐड-ऑन: ऐड-ऑन स्वतंत्र रूप से कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस के साथ शामिल रहते हैं। इनकी अपनी लागत होती है और ये कवरेज के दायरे को बढ़ाने का काम करते हैं। ऐसे इंश्योरेंस करने वाले व्यक्ति की तलाश करें जो ऐड-ऑन की सुविधा देता हो, ऐसी सुविधा जो आपकी जरूरतों को पूरा करे और आपके बजट में भी हो। इंश्योरेंस कंपनियां विभिन्न प्रकार के ऐड-ऑन की सुविधा देती हैं, जैसे कि इंजन सुरक्षा, शून्य-मूल्य कम करना, चालान वापसी आदि। विशेषज्ञों की सलाह: ऐड-ऑन के लिए इसका भुगतान तभी करें जब आपको इसकी सही में जरूरत हो, वर्ना ये बिना वजह आपके प्रीमियम को बढ़ा सकता है। बाइक इंश्योरेंस में ऐड-ऑन कवर के बारे में और जानें।
- क्लेम प्रक्रिया और क्लेम भुगतान का अनुपात: यह पहले ही सुनिश्चित कर लें कि क्लेम प्रक्रिया आसान और जल्दी हो। चूंकि आज डिजिटल दुनिया है, इसलिए ऑनलाइन जाकर पेपरलेस क्लेम प्रक्रिया के बारे में जानें। पॉलिसी लेने वालों की सबसे बड़ी चिंता यही होती है की जरूरत पड़ने पर उनके क्लेम का सही समय पर भुगतान होगा कि नहीं। कंपनी द्वारा निपटाए गए दावों की संख्या से, प्राप्त दावों की संख्या को भाग देकर, दावा सेटल होने के अनुपात को आंका जाता है। इसलिए, अनुपात जितना अधिक होगा, कंपनी उतनी ही अधिक विश्वसनीय होगी।
- ग्राहक सुविधा उपलब्ध होना: एक बार प्रीमियम का भुगतान तय हो जाने पर, हो सकता है कुछ इंश्योरेंस कंपनियां बेपरवाह हो जाएं। आज हम उस हालात में हैं कि जब हम ग्राहक सुविधा की जरूरत होने पर खुद को असहाय पाते हैं तब जोश में कुछ खरीदते हैं। ठीक ऐसा ही इंश्योरेंस कंपनियों और बेहतर ग्राहक सुविधा के बीच का संबंध है। ग्राहक सुविधा के रूप में इसको पाना एक महत्वपूर्ण पहलू है।
- अवधि जितनी अधिक होगी, प्रीमियम उतना कम होगा: अधिकांश लोगों के लिए इंश्योरेंस कराना एक मुश्किल नतीजा हो सकता है! इसलिए ऐसी पॉलिसी लें जिसमें जितना अधिक से अधिक छूट मिल सके। लंबी अवधि का विकल्प चुनने पर एक साल की पॉलिसी पर बहुत कम छूट मिलती है।
- गैरेज नेटवर्क: जरूरत पड़ने पर देश भर में फैले गैरेज नेटवर्क में आपको कैशलेस की सुविधा का फायदा भी मिलता है। आपके दोपहिया वाहन को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए अपने आस-पास के अधिकृत (ऑथराइज़्ड) गैरेज के बारे में जानकारी रखना जरूरी हो जाता है।
- रिव्यू: जिस तरह आप और उत्पाद खरीदते हैं, इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले भी ऑनलाइन जाकर उन लोगों के रिव्यू जान लेना भी जरूरी है, जिन्होंने उस पॉलिसी को पहले से खरीद हुआ है। गूगल रिव्यू और फेसबुक रेटिंग से आपको उत्पाद के बारे में सही अंदाजा मिल जाता है। इस तरह फैसला लेना आपके लिए और आसान और सटीक हो सकता है।
- क्या कवर नहीं होता: हालांकि इंश्योरेंस कंपनियां साफ शब्दों में यह बताती हैं कि इंश्योरेंस पॉलिसी में क्या कवर होगा। लेकिन यह भी जान लेना जरूरी है कि क्या सुविधाएं कवरेज में शामिल ‘नहीं’ हैं। सोचिए, कि जब आप क्लेम कर रहे हैं तब पता चले की जो सुविधा आपको चाहिए वह आपकी पॉलिसी में नहीं है, क्या इस बात से आपको झटका नहीं लगेगा?
- कटौती: आपकी इंश्योरेंस कवरेज शुरू होने से पहले ही कुछ अपनी मर्जी से और कुछ जरूरी तौर पर की गई कटौतियाँ सामने आती हैं। मूल रूप से, यह वो राशि होती है जो आपके क्लेम की राशि में से काटी जाती है। इसलिए इंश्योरेंस पॉलिसी में जितनी राशि की कटौती की उम्मीद होती है, उसके विपरीत प्रीमियम दर उतनी ही कम होगी।
टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी की तुलना कैसे करें?
ऑनलाइन जाकर दोपहिया वाहन इंश्योरेंस की तुलना | ऑनलाइन जाकर दोपहिया वाहनों की तुलना |
---|---|
आराम से ड्रॉइंग रूम में बैठ कर अपना लैपटॉप खोलें। वेबसाइट पर लॉग ऑन करें, विभिन्न पॉलिसी की तुलना करें। अब आप पॉलिसी लेने के लिए तैयार हैं। | अपने क्षेत्र के नामी इंश्योरेंस एजेंट से मिलें, जो आपके लिए एक ब्रोकर के रूप में काम करेगा। जोकि बातचीत के जरिए तय की गई राशि पर आपके लिए सही पॉलिसी की खरीदने में मदद करेगा। |
अपनी बाइक की पूरी जानकारी खुद भरें। खास बातों की जानकारी के साथ, आईडीवी, अगर जरूरी हो तो ऐड-ऑन शामिल करें। | अपनी बाइक से संबंधित सभी जानकारियां देकर एजेंट की मदद करें, ताकि वह आपके मुताबिक पॉलिसी दिलाने में आपकी मदद कर सके। |
नए समय की फिनटेक कंपनियां आपके द्वारा दिए गए ब्यौरे के आधार पर पॉलिसी और दरों की एक लिस्ट तैयार करेंगी। | ब्रोकर अपनी छानबीन के आधार पर आपको कई कंपनियों के कोट्स देगा। |
बाइक इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना करने के फायदे
ऑनलाइन जाकर बाइक इंश्योरेंस की तुलना करने का सबसे बड़ा फायदा यही है। आपकी पूरी जानकारी तैयार करके, आप ऑनलाइन फ्री कोट्स का पता लगा सकते हैं। इस तरह आप भिन्न-भिन्न पॉलिसी की तुलना कर सकते हैं। ऐसा करने से आप निश्चित ही अपने कीमती समय की बचत कर लेंगे।
ऑनलाइन जाकर बाइक इंश्योरेंस की तुलना करने का तरीका बहुत ही आसान है। आप अपने मुताबिक समय निकाल कर जांच-पड़ताल कर सकते हैं। ऑनलाइन जाकर इंश्योरेंस की तुलना करने से आपको अपनी खास जरूरतों के हिसाब से पॉलिसी चुनने की पूरी आजादी रहती है।
पॉलिसी को चुनते समय यह देखा जाता है कि हम सभी की अलग-अलग जरूरतें होती हैं। प्रीमियम कैलकुलेटर जैसे टूल के इस्तेमाल के साथ ही ऑनलाइन जाकर इंश्योरेंस की तुलना करने से आपको आत्मनिर्भर व्यक्ति बनने की खुशी महसूस होगी। अगर आप चाहें तो अपने प्रीमियम को रात के 2 बजे भी कैलकुलेट कर सकते हैं।
इंश्योरेंस ब्रोकर को अपने पास बुलाने की जगह ऑनलाइन जाकर बाइक इंश्योरेंस की तुलना करने में अधिक विकल्पों का पता चल जाता है। सही कवरेज का चयन करना सबसे आवश्यक है। आपकी पॉलिसी के लिए अलग-अलग ऐड-ऑन को मिलाने और मैच कराने के लिए इंटरनेट सबसे बेहतर जगह है।
बाइक इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना करने के दौरान याद रखने वाली चेक लिस्ट
इंश्योरेंस करने वाली कंपनी की विश्वसनीयता- आज बाजार में दर्जनों इंश्योरेंस कंपनियां हैं। कुछ समय निकाल कर उन इंश्योरेंस कंपनियों के बैकग्राउंड का पता लगा लेना बहुत जरूरी है। पता लगाने के लिए आप ऑनलाइन रिव्यू पर भी नज़र डाल सकते हैं। कंपनी के क्लेम निपटारे के अनुपात को देख लेना चाहिए।
आप क्या भुगतान करेंगे- इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेटर आपको कवरेज के लिए दी जाने वाली राशि की जानकारी देंगे। जैसे ही आप उस टूल में अपनी पूरी जानकारी भरते हैं और बटन पर क्लिक करते हैं, आपकी इंश्योरेंस प्रीमियम राशि स्क्रीन पर नज़र आने लगती है। इसमें ऐड-ऑन की लागत को देख कर इसमें शामिल वास्तविक जोखिम से उसका माप -तोल करें।
आपकी जरूरतों की स्पष्टता- एक पॉलिसी खरीदने वाले के तौर पर आपको यह जानने का अधिकार है कि बाइक इंश्योरेंस लेने के दौरान आपको किस प्रकार के ऐड-ऑन की सुविधा की जरूरत है। बाइक इंश्योरेंस लेने के समय अपनी सभी जरूरतों को कवर करने के लिए स्पष्टता का होना बहुत जरूरी है। साथ ही साथ सही पॉलिसी के साथ सही ऐड-ऑन का मिलना भी।
दोनों कटौतियां- यह एक जुए की तरह है, इसलिए बेहतर यही है कि अपने पत्ते सही तरीके से चलें। खास जोखिमों को केवल आप ही जानते हैं, जिन्हें आप इंश्योरेंस कंपनी से कवर कराना चाहते हैं। कम जोखिम वाले कवर विकल्पों के लिए अपनी मर्जी से ऊंची कटौतियों को चुनने से आपके प्रीमियम पर बोझ कम हो जाएगा।