टू व्हीलर के इंश्योरेंस प्रीमियम की तुलना क्यों करें?
अगर आप कमीज खरीदना चाहते हैं, इसके लिए क्या आप किसी भी फैशन स्टोर में जाकर बिना सोचे समझे कोई भी कमीज खरीद लेंगे? जाहिर सी बात है, कि जवाब ‘नहीं’ होगा! आप वहां मौजूद कमीजों को देखेंगे, तुलना करेंगे, फिर उनमें से एक कमीज चुन कर ट्रायल रूम में जाकर देखेंगे कि उसकी नाप सही हो और वो आपके ऊपर अच्छी लग रही हो।
यही नहीं, भुगतान के काउंटर पर भुगतान से पहले यह जांच लेंगे कि कमीज वैसी ही है या नहीं। आपको बाइक इंश्योरेंस खरीदने से पहले भी ठीक ऐसा ही करना चाहिए, पहले मौजूदा विकल्पों की जांच करनी चाहिए और फिर वही पॉलिसी चुननी चाहिए जो आपके लिए सबसे उचित हो, क्योंकि पॉलिसी के लिए भुगतान करने के बाद घाटे वाली शर्तों की खोजबीन करने में दिलचस्पी नहीं दिखनी चाहिए।
अगर आपने बाद में पहले से सस्ती पॉलिसी जो कि आपकी जरूरतों पर अधिक खरी उतरती हो उसके बारे में जाना तो इससे आपको अफसोस ही होगा। इसलिए अनेक बाइक पॉलिसी के बारे में जांच और तुलना करने का काम आपको उसे खरीदने से पहले ही कर लेना जरूरी है।
आपको बाइक के इंश्योरेंस की तुलना क्यों करनी चाहिए?
बाइक के इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना करते समय वो बातें जो दिमाग में रखनी चाहिए
- कवरेज: आपको यह बात अच्छी तरह सोच लेना चाहिए कि आपको अपनी बाइक के लिए थर्ड-पार्टी लायबिलिटी पॉलिसी और कॉम्प्रिहेंसिव पॉलिसी में से किस प्रकार का कवर चाहिए। भारत में थर्ड-पार्टी पॉलिसी जरूरी है। यह इंश्योरर्ड व्यक्ति को किसी भी व्यक्ति या संपत्ति के होने वाले नुकसान को कवर करता है, इसका प्रीमियम इंजन की क्षमता और आईआरडीएआई (IRDAI) के बनाए नियमों के हिसाब से तय होता है। जबकि कॉम्प्रिहेंसिव पॉलिसी खुद को हुए नुकसान और थर्ड-पार्टी लायबिलिटी दोनों को कवर करता है। ऐसे इंश्योरेंस करने वाले की तलाश करें जो कम प्रीमियम के साथ बेहतर कॉम्प्रिहेंसिव पॉलिसी की पेशकश करता हो।
- आईडीवी: इंश्योर किये गए व्यक्ति के लिए घोषित कीमत का सीधा अर्थ है, आज के हिसाब से बाजार में बाइक की कीमत, उसके दाम को कम करके। इस बात की जांच करें कि क्या कंपनी आइडीवी को आपके पसंद के मुताबिक प्रीमियम घटाने या बढ़ाने के विकल्प दे रही है। अगर इसके बारे में जानकारी नहीं है, तो हो सकता है कि इंश्योरेंस करने वाला कम प्रीमियम दर के साथ आपको लुभाने के लिए आपका आईडीवी कम कर दे। बाइक इंश्योरेंस में आईडीवी
- प्रीमियम: अपनी चुनी हुई इंश्योरेंस कंपनियों के दिए गए कोट्स की तुलना करें। अंत में अपने दो पहिया वाहन के लिए उसी कंपनी से इंश्योरेंस खरीदने का निर्णय लें जो कम प्रीमियम दर पर अधिक कवरेज दे। लेकिन अपने दिमाग में एक बात हमेशा बैठा लें कि कम प्रीमियम हमेशा बेहतर विकल्प नहीं होता! इसलिए नियमों को पूरी तरह पढ़ें और समझें।
- ऐड-ऑन: ऐड-ऑन स्वतंत्र रूप से कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस के साथ शामिल रहते हैं। इनकी अपनी लागत होती है और ये कवरेज के दायरे को बढ़ाने का काम करते हैं। ऐसे इंश्योरेंस करने वाले व्यक्ति की तलाश करें जो ऐड-ऑन की सुविधा देता हो, ऐसी सुविधा जो आपकी जरूरतों को पूरा करे और आपके बजट में भी हो। इंश्योरेंस कंपनियां विभिन्न प्रकार के ऐड-ऑन की सुविधा देती हैं, जैसे कि इंजन सुरक्षा, शून्य-मूल्य कम करना, चालान वापसी आदि। विशेषज्ञों की सलाह: ऐड-ऑन के लिए इसका भुगतान तभी करें जब आपको इसकी सही में जरूरत हो, वर्ना ये बिना वजह आपके प्रीमियम को बढ़ा सकता है। बाइक इंश्योरेंस में ऐड-ऑन कवर के बारे में और जानें।
- क्लेम प्रक्रिया और क्लेम भुगतान का अनुपात: यह पहले ही सुनिश्चित कर लें कि क्लेम प्रक्रिया आसान और जल्दी हो। चूंकि आज डिजिटल दुनिया है, इसलिए ऑनलाइन जाकर पेपरलेस क्लेम प्रक्रिया के बारे में जानें। पॉलिसी लेने वालों की सबसे बड़ी चिंता यही होती है की जरूरत पड़ने पर उनके क्लेम का सही समय पर भुगतान होगा कि नहीं। कंपनी द्वारा निपटाए गए दावों की संख्या से, प्राप्त दावों की संख्या को भाग देकर, दावा सेटल होने के अनुपात को आंका जाता है। इसलिए, अनुपात जितना अधिक होगा, कंपनी उतनी ही अधिक विश्वसनीय होगी।
- ग्राहक सुविधा उपलब्ध होना: एक बार प्रीमियम का भुगतान तय हो जाने पर, हो सकता है कुछ इंश्योरेंस कंपनियां बेपरवाह हो जाएं। आज हम उस हालात में हैं कि जब हम ग्राहक सुविधा की जरूरत होने पर खुद को असहाय पाते हैं तब जोश में कुछ खरीदते हैं। ठीक ऐसा ही इंश्योरेंस कंपनियों और बेहतर ग्राहक सुविधा के बीच का संबंध है। ग्राहक सुविधा के रूप में इसको पाना एक महत्वपूर्ण पहलू है।
- अवधि जितनी अधिक होगी, प्रीमियम उतना कम होगा: अधिकांश लोगों के लिए इंश्योरेंस कराना एक मुश्किल नतीजा हो सकता है! इसलिए ऐसी पॉलिसी लें जिसमें जितना अधिक से अधिक छूट मिल सके। लंबी अवधि का विकल्प चुनने पर एक साल की पॉलिसी पर बहुत कम छूट मिलती है।
- गैरेज नेटवर्क: जरूरत पड़ने पर देश भर में फैले गैरेज नेटवर्क में आपको कैशलेस की सुविधा का फायदा भी मिलता है। आपके दोपहिया वाहन को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए अपने आस-पास के अधिकृत (ऑथराइज़्ड) गैरेज के बारे में जानकारी रखना जरूरी हो जाता है।
- रिव्यू: जिस तरह आप और उत्पाद खरीदते हैं, इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले भी ऑनलाइन जाकर उन लोगों के रिव्यू जान लेना भी जरूरी है, जिन्होंने उस पॉलिसी को पहले से खरीद हुआ है। गूगल रिव्यू और फेसबुक रेटिंग से आपको उत्पाद के बारे में सही अंदाजा मिल जाता है। इस तरह फैसला लेना आपके लिए और आसान और सटीक हो सकता है।
- क्या कवर नहीं होता: हालांकि इंश्योरेंस कंपनियां साफ शब्दों में यह बताती हैं कि इंश्योरेंस पॉलिसी में क्या कवर होगा। लेकिन यह भी जान लेना जरूरी है कि क्या सुविधाएं कवरेज में शामिल ‘नहीं’ हैं। सोचिए, कि जब आप क्लेम कर रहे हैं तब पता चले की जो सुविधा आपको चाहिए वह आपकी पॉलिसी में नहीं है, क्या इस बात से आपको झटका नहीं लगेगा?
- कटौती: आपकी इंश्योरेंस कवरेज शुरू होने से पहले ही कुछ अपनी मर्जी से और कुछ जरूरी तौर पर की गई कटौतियाँ सामने आती हैं। मूल रूप से, यह वो राशि होती है जो आपके क्लेम की राशि में से काटी जाती है। इसलिए इंश्योरेंस पॉलिसी में जितनी राशि की कटौती की उम्मीद होती है, उसके विपरीत प्रीमियम दर उतनी ही कम होगी।
टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी की तुलना कैसे करें?
ऑनलाइन जाकर दोपहिया वाहन इंश्योरेंस की तुलना |
ऑनलाइन जाकर दोपहिया वाहनों की तुलना |
आराम से ड्रॉइंग रूम में बैठ कर अपना लैपटॉप खोलें। वेबसाइट पर लॉग ऑन करें, विभिन्न पॉलिसी की तुलना करें। अब आप पॉलिसी लेने के लिए तैयार हैं। |
अपने क्षेत्र के नामी इंश्योरेंस एजेंट से मिलें, जो आपके लिए एक ब्रोकर के रूप में काम करेगा। जोकि बातचीत के जरिए तय की गई राशि पर आपके लिए सही पॉलिसी की खरीदने में मदद करेगा। |
अपनी बाइक की पूरी जानकारी खुद भरें। खास बातों की जानकारी के साथ, आईडीवी, अगर जरूरी हो तो ऐड-ऑन शामिल करें। |
अपनी बाइक से संबंधित सभी जानकारियां देकर एजेंट की मदद करें, ताकि वह आपके मुताबिक पॉलिसी दिलाने में आपकी मदद कर सके। |
नए समय की फिनटेक कंपनियां आपके द्वारा दिए गए ब्यौरे के आधार पर पॉलिसी और दरों की एक लिस्ट तैयार करेंगी। |
ब्रोकर अपनी छानबीन के आधार पर आपको कई कंपनियों के कोट्स देगा। |