बाइक इंश्योरेंस प्राइस और पॉलिसी रिन्युअल ऑनलाइन, 80% तक की छूट के साथ
डिजिट की बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ मिनटों में अपने टू-व्हीलर को सुरक्षित रखें जिसे आप पूरी तरह से ऑनलाइन खरीद या रिन्यू कर सकते हैं!
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टू-व्हीलर इंश्योरेंस क्या है?
टू-व्हीलर इंश्योरेंस, या बाइक इंश्योरेंस, एक मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी है जो आपको दुर्घटनाओं, चोरी, आग या प्राकृतिक आपदाओं जैसी घटनाओं के कारण आपको और आपके टू-व्हीलर दोनों को होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करती है।
आपको किसी तीसरे पक्ष के वाहन, संपत्ति या व्यक्ति को हुए नुकसान के कारण उत्पन्न होने वाली देनदारियों से भी सुरक्षा मिलेगी। टू-व्हीलर इंश्योरेंस विभिन्न प्रकार के टू-व्हीलरों को कवर करता है, जैसे मोटरसाइकिल, मोपेड, स्कूटर और बहुत कुछ।
डिजिट बाइक इंश्योरेंस के साथ, आप कानून का अनुपालन करने के लिए थर्ड-पार्टी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी प्राप्त कर सकते हैं या कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी या ओन डैमेज पॉलिसी के साथ पूर्ण सुरक्षा प्राप्त कर सकते हैं - यह सब ऑनलाइन किफायती प्रीमियम पर।
श्रेष्ठ भाग!
कॉम्प्रिहेंसिव बाइक नीतियों को ऐड-ऑन का चयन करके और भी अनुकूलित किया जा सकता है जो आपकी बाइक को सभी संभावित स्थितियों में सुरक्षित रखने में मदद करता है। यह सब कुछ ऑनलाइन बचे कुछ ही मिनटों में, और बाकी हम संभाल लेंगे!
आपको भारत में टू-व्हीलर इंश्योरेंस की जरूरत क्यों है?
यहां बताया गया है कि बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी लेना आपके लिए क्यों फायदेमंद है:
अपनी जेब को डेंट से बचाएं
टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ अपनी बाइक का इंश्योरेंस कराने से यह सुनिश्चित होता है कि किसी दुर्घटना, प्राकृतिक आपदा, आग या चोरी की संभावना में दुर्भाग्यपूर्ण नुकसान और डैमेज के कारण आपकी जेब पर कोई बोझ न पड़े।
कानूनी तौर पर कवर रहें!
मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, कम से कम थर्ड-पार्टी बाइक इंश्योरेंस होना अनिवार्य है। इसके बिना, आप भारतीय सड़कों पर कानूनी रूप से सवारी नहीं कर सकते! इसलिए, बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने का एक लाभ कानूनी रूप से कवर होना है।
ट्रैफिक फाइन से दूर रहें
चूंकि कम से कम बुनियादी, थर्ड-पार्टी बाइक इंश्योरेंस के बिना भारत में सवारी करना मुख्य रूप से अवैध है; इसके न होने पर भारी ट्रैफ़िक जुर्माना लग सकता है। विश्वास करें या न करें, आप अपनी बाइक के लिए इंश्योरेंस खरीदने पर सिर्फ एक बार इंश्योरेंस न होने के कारण पकड़े जाने की तुलना में अधिक बचत करते हैं!
ऐड-ऑन के साथ कॉम्प्रिहेंसिव कवरेज प्राप्त करें
जब आप एक कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी चुनते हैं, तो आपको इसे रिटर्न टू इनवॉइस कवर, शून्य मूल्यह्रास कवर, ब्रेकडाउन सहायता, उपभोग्य सामग्रियों के कवर और टायर सुरक्षा जैसे उपयोगी ऐड-ऑन के साथ अनुकूलित करने का लाभ मिलता है जो आपकी बाइक को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करेगा। , सभी बाधाओं के बावजूद!
थर्ड-पार्टी डैमेज के लिए कवरेज
किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर लोगों को जिन समस्याओं का डर सताता है उनमें से एक है डैमेज या हानि के कारण तीसरे पक्षों के बीच होने वाली अनगिनत नोक-झोंक। बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी होने से यह सुनिश्चित होता है कि प्रभावित पक्ष को कवर किया जाएगा और इससे समस्याओं का सामना कम हो जाएगा!
भारत में टू-व्हीलर इंश्योरेंस अनिवार्य क्यों है?
भारत में 34% सड़क दुर्घटनाओं में टू-व्हीलरों का योगदान है
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार, भारत में सड़क दुर्घटनाओं में टू-व्हीलर सबसे अधिक योगदान देने वाले कारकों में से एक हैं। यह अकेला एक बड़ा कारक है जिसके कारण मोटर वाहन अधिनियम द्वारा कम से कम थर्ड-पार्टी बाइक इंश्योरेंस अनिवार्य कर दिया गया है। इस तरह, लोग न केवल जिम्मेदारी से सवारी करेंगे बल्कि दुर्घटना या टक्कर की स्थिति में नुकसान की भरपाई भी हो सकेगी।
थर्ड-पार्टी की सुरक्षा करता है
दुर्घटनाएँ होने की संभावना रहती है, लेकिन प्रभावित व्यक्ति का क्या होता है? थर्ड-पार्टी बाइक इंश्योरेंस अनिवार्य होने का एक कारण यह है कि दुर्भाग्यपूर्ण स्थितियों में, प्रभावित पक्ष को सभी नुकसान सुनिश्चित करके संरक्षित किया जा सकता है, और नुकसान को कवर किया जा सकता है।
कानूनी जटिलताओं को आसान बनाना
जब कोई दुर्घटना का शिकार हो जाता है, तो केवल डैमेज ही चिंता का विषय नहीं होती। यह कानूनी प्रॉसेस भी है जो इस पर खर्च होने वाले समय और ऊर्जा के कारण परेशान करती है। हालाँकि, सही बाइक इंश्योरेंस के साथ, कानूनी प्रॉसेसओं का भी कुशलतापूर्वक ध्यान रखा जाएगा।
भारत में बाइक इंश्योरेंस अनिवार्य क्यों है, इसके बारे में विस्तार से जानें।
भारत में टू-व्हीलर इंश्योरेंस से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़े
भारत में टू-व्हीलरों की मांग तेजी से बढ़ रही है, जिसके कारण टू-व्हीलर इंश्योरेंस की आवश्यकता भी बढ़ रही है, जिससे 2028 तक भारत के मोटर इंश्योरेंस का मार्केट साइज 1.53 ट्रिलियन रुपये होने का अनुमान है।
यहां भारत में टू-व्हीलर इंश्योरेंस से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण आंकड़े दिए गए हैं।
उपरोक्त आंकड़े स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि टू-व्हीलरों की मांग तेजी से बढ़ रही है, जिसका अर्थ है कि टू-व्हीलरों से होने वाली दुर्घटनाओं में भी वृद्धि हुई है। इस प्रकार, ऑनलाइन बाइक इंश्योरेंस प्राप्त करना एक परम आवश्यकता बन जाती है।
डिजिट की बाइक इंश्योरेंस क्लेम प्रॉसेस पर विराट कोहली की प्रतिक्रिया!
डिजिट के टू-व्हीलर इंश्योरेंस में क्या-क्या कवर होता है?
डिजिट टू-व्हीलर इंश्योरेंस के साथ ऐड-ऑन कवर
टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ खरीदे जा सकने वाले टू-व्हीलर इंश्योरेंस ऐड-ऑन
डिजिट टू-व्हीलर इंश्योरेंस में क्या-क्या कवर नहीं होता है?
आपकी पॉलिसी में क्या-क्या कवर है यह जानने के साथ ही यह जानना भी जरूरी है कि इसमें क्या-क्या कवर नहीं होता है, ताकि जब भी आप इंश्योरेंस क्लेम करें तो आपको यह बातें जानकर हैरानी न हो। यहां इसी तरह की कुछ स्थितियों के बारे में बताया गया है:
आपको डिजिट से टू-व्हीलर इंश्योरेंस क्यों खरीदना चाहिए?
हमारे साथ, आपका बाइक इंश्योरेंस न सिर्फ आसान क्लेम प्रोसेस के साथ आता है, बल्कि आपको कैशलेस निपटान चुनने का विकल्प भी मिलता है।
डिजिट टू-व्हीलर इंश्योरेंस के महत्वपूर्ण फीचर
अहम फीचर्स |
डिजिट के फायदे |
प्रीमियम |
₹714 से शुरू |
नो क्लेम बोनस |
50% तक डिस्काउंट |
कस्टमाइज किए जा सकने वाले ऐड-ऑन |
8 ऐड-ऑन उपलब्ध |
कैशलेस रिपेयर |
4400+ गैरेज पर उपलब्ध |
क्लेम प्रॉसेस |
स्मार्टफोन की मदद से क्लेम प्रोसेस। सिर्फ 7 मिनट में ऑनलाइन की जा सकती है! |
ओन डैमेज कवर |
उपलब्ध |
थर्ड पार्टी डैमेज |
व्यक्तिगत क्षति के लिए असीमित देयता, संपत्ति/वाहन क्षति के लिए 7.5 लाख तक |
थर्ड-पार्टी को नुकसान |
व्यक्तिगत क्षति के लिए असीमित देयता, संपत्ति/वाहन क्षति के लिए 7.5 लाख तक |
भारत में कवर्ड विभिन्न प्रकार के टू-व्हीलर
भारत में, टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी वाहनों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करती है, जिनमें शामिल हैं:
निजी टू-व्हीलर
इनमें सभी इंजन क्षमताओं के मानक गियर वाले और गैर-गियर वाले टू-व्हीलर शामिल हैं जिनका उपयोग बाइक, स्कूटर, मोपेड आदि सहित व्यक्तिगत उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
कमर्शियल टू-व्हीलर
व्यवसाय द्वारा माल और यात्रियों को ले जाने के लिए उपयोग किए जाने वाले टू-व्हीलर कमर्शियल व्हीकल इंश्योरेंस पॉलिसी के अंतर्गत आते हैं। इसे विशेष रूप से डिलीवरी पार्टनर जैसे कमर्शियल बाइक उपयोगकर्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है।
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर (ई.वी)
इलेक्ट्रिक बाइक इंश्योरेंस बिजली से चलने वाले टू-व्हीलरों को दुर्घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं या आग के कारण होने वाली संभावित डैमेज और हानि से बचाता है।
आपकी ज़रूरतों के हिसाब से टू-व्हीलर इंश्योरेंस प्लान
थर्ड पार्टी
कॉम्प्रहेंसिव
ओन-डैमेज
दुर्घटना की वजह से टू-व्हीलर को हुई क्षति/नुकसान किसी दुर्घटना या टक्कर की वजह से टू-व्हीलर को होने वाली क्षति |
×
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✔
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✔
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आग लगने से टू-व्हीलर को हुई क्षति/नुकसान आग की वजह से आपके टू-व्हीलर टू-व्हीलर को हुए नुकसान या क्षति को कवर करता है। |
×
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✔
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✔
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प्राकृतिक आपदा की वजह से टू-व्हीलर को हुई क्षति/नुकसान बाढ़, भूकंप, चक्रवात जैसी किसी प्राकृतिक आपदा की वजह से टू-व्हीलर को हुए नुकसान या क्षति को कवर करता है। |
×
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✔
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✔
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थर्ड पार्टी वाहन को होने वाला नुकसान आपके टू-व्हीलर से किसी थर्ड पार्टी के टू-व्हीलर को होने वाले नुकसान को 7.5 लाख तक का कवर |
✔
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✔
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×
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थर्ड पार्टी की संपत्ति को क्षति आपके टू-व्हीलर से किसी थर्ड पार्टी की संपत्ति को होने वाले नुकसान को 7.5 लाख तक का कवर देता है। |
✔
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✔
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×
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निजी दुर्घटना कवर मालिक-ड्राइवर की दुर्घटना में मौत या इसमें लगने वाली चोट को कवर करता है। (कानूनन जरूरी है, अगर किसी ने इंश्योरेंस नहीं लिया है तो वे ले सकते हैं) |
✔
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✔
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×
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थर्ड पार्टी को लगने वाली चोट/ मौत होने पर आपके टू-व्हीलर से थर्ड पार्टी को लगने वाली चोट या उसकी मौत होने पर को असीमीत देयता के रूप से कवर करता है। |
✔
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✔
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×
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स्कूटर या बाइक चोरी होने पर दुर्भाग्यवश, टू-व्हीलर के चोरी होने पर हुए नुकसान को कवर करता है। |
×
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✔
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✔
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अपनी आइडीवी कस्टमाइज करें अपनी जरूरत के हिसाब से टू-व्हीलर की आईडीवी कस्टमाइज करें और अपने इंश्योरेंस का प्रीमियम तय करें। |
×
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✔
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✔
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कस्टमाइज किए गए ऐड-ऑन से अतिरिक्त सुरक्षा टायर प्रोटेक्ट कवर, इंजन और गियरबॉक्स प्रोटेक्शन, जीरे डेप्रिसिएशन जैसे कस्टमाइज ऐड-ऑन की मदद से अपनी टू-व्हीलर को अतिरिक्त सुरक्षा दें। |
×
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✔
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✔
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कॉम्प्रहेंसिव और थर्ड पार्टी टू-व्हीलर इंश्योरेंस में अंतर के बारे में ज्यादा जानें
डिजिट के साथ टू-व्हीलर इंश्योरेंस कैसे खरीदें/रिन्यू करें?
स्टेप 1
डिजिट ऐप या वेबसाइट पर बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करें, पॉलिसी स्टेटस चुनें और 'कीमतें देखें' पर क्लिक करें।
स्टेप 2
प्लान, ऐड-ऑन चुनें और 'जारी रखें' पर क्लिक करें।
स्टेप 3
अपना व्यक्तिगत, नामांकित व्यक्ति और व्हीकल विवरण दर्ज करें और 'अभी भुगतान करें' पर क्लिक करें।
स्टेप 4
भुगतान और अनिवार्य केवाईसी सत्यापन प्रॉसेस पूरी करें।
स्टेप 5
हो गया! आपको ईमेल, एसएमएस और व्हाट्सएप के माध्यम से पॉलिसी दस्तावेज़ प्राप्त होगा। इसके अलावा, आप इसे डिजिट ऐप पर 24X7 एक्सेस कर सकते हैं।
टू-व्हीलर इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदने के लिए आवश्यक दस्तावेज़
डिजिट बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदने के लिए बहुत अधिक कागजी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं होती है। मिनटों के भीतर नई टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के लिए केवल निम्नलिखित दस्तावेज प्रस्तुत करें:
- बाइक पंजीकरण प्रमाण पत्र
- पिछले वर्ष की टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी, यदि लागू हो
- केवाईसी सत्यापन के लिए इनमें से कोई भी दस्तावेज़ - पैन/आधार/डीएल/वोटर आईडी/फॉर्म 16/पासपोर्ट
टू-व्हीलर इंश्योरेंस क्लेम कैसे फाइल करें?
हमारे इंश्योरेंस प्लान खरीदने या रिन्यू करने के बाद, आप चिंता मुक्त होकर रह सकते हैं क्योंकि हमारे पास 3 आसान स्टेप वाली डिजिटल क्लेम की प्रॉसेस है!
स्टेप 1
सिर्फ 1800-258-5956 पर कॉल करे। कोई फॉर्म भरने की जरूरत नहीं है।
स्टेप 2
अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर खुद जांच करने के लिए लिंक पाएं। दिए गए चरणों का पालन करते हुए, अपनी गाड़ी को हुई डैमेज का वीडियो बनाएं।
स्टेप 3
रिपेयर के लिए अपनी पसंद का मोड चुनें जैसे नेटवर्क गैरेज से कैशलेस या रिएंबर्समेंट।
डिजिट टू-व्हीलर इंश्योरेंस के साथ क्लेम्स को बनाएं आसान
जब हम कहते हैं कि हम इंश्योरेंस को आसान बनाते हैं, तो हम सच में ऐसा करते हैं!
- लोग इंतजार नहीं करना चाहते हैं। इसके लिए कुछ भी कर जाते हैं। इसलिए, सर्वे करने का बेवजह इंतजार कराने की बजाय हम आपको ही आपकी बाइक को हुई डैमेज की जांच करने की सुविधा देते हैं और वो भी आपके स्मार्टफोन की मदद से। इसके लिए आपको हमारी ऐप डाउनलोड करनी होगी।
- टू-व्हीलर इंश्योरेंस क्लेम के मामले में 97% क्लेम निपटान के साथ हम यह बताना चाहते हैं कि हम क्लेम का निपटान करने के लिए आपको इधर-उधर नहीं भटकाते!
- हम पूरी तरह से डिजिटल अर्थव्यवस्था में विश्वास रखते हैं। इसलिए, जब भी क्लेम की बात आती है, तो किसी भी तरह की हार्ड कॉपी की जरूरत नहीं होती! आपको बस क्लेम के दौरान जरूरी दस्तावेज अपलेड करने होते हैं और आपका काम हो गया।
डिजिट के कैशलेस गैरेज
देश में 4400+ से ज्यादा गैरेज पर कैशलेस रिपेयर की सुविधा पाएं।
हमारे ग्राहक हमारे बारे में क्या कहते हैं?
टू-व्हीलर इंश्योरेंस क्लेम्स के रिजेक्शन से कैसे बचें?
यहां बताया गया है कि आप बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के खिलाफ अपने क्लेम अस्वीकृति से कैसे बच सकते हैं:
- अपना ड्राइविंग लाइसेंस हमेशा अपने साथ रखें - यह कानून द्वारा अनिवार्य है, और यदि आप किसी दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं तो क्लेम करने के लिए आपको इसकी आवश्यकता होगी।
- अपने टू-व्हीलर के दस्तावेज़, जैसे रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी), पोल्लुशण अंडर कण्ट्रोल सर्टिफिकेट (पीयूसीसी) अद्यतन रखें क्योंकि वे दावों के लिए आवश्यक हैं। साथ ही, सुनिश्चित करें कि वे वैध हैं!
- सुरक्षित गाड़ी चलाना! कम उम्र में गाड़ी चलाना या नशे में गाड़ी चलाना जैसे सड़क सुरक्षा नियमों को तोड़ने पर क्लेम खारिज हो सकता है।
- इंश्योरेंसकर्ता के साथ अपनी बाइक में संशोधन के बारे में ईमानदार रहें क्योंकि बाद में उस जानकारी का खुलासा करने से क्लेम अस्वीकार हो सकता है।
- यदि आप पुराना टू-व्हीलर खरीद रहे हैं तो क्लेम्स की समस्याओं से बचने के लिए व्हीकल की इंश्योरेंस पॉलिसी तुरंत नए मालिक को हस्तांतरित कर दें।
- दुर्घटना या चोरी? पहले अपने इंश्योरेंसकर्ता को कॉल करें और उन्हें स्थिति की जानकारी दिए बिना मरम्मत न कराएं।
बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को डिजिट के साथ क्यों रिन्यू करें?
यदि आप पहली बार डिजिट के साथ अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को रिन्यू करना चाह रहे हैं, तो यहां कुछ लाभ दिए गए हैं:
- तेज़ और आसान क्लेम्स: यदि आप किसी दुर्घटना के बाद फंसे हुए हैं, तो चिंता न करें क्योंकि हमारी ऑनलाइन क्लेम प्रॉसेस क्लेम दायर करने से लेकर आपकी कार का मूल्यांकन कराने तक सब कुछ त्वरित और सुचारू बनाती है।
- कैशलेस मरम्मत: बाइक दुर्घटना के बाद उबरने पर ध्यान दें, पैसों पर नहीं! बिना किसी अग्रिम भुगतान के हमारे 4400 नेटवर्क गैरेज में से किसी पर अपनी बाइक की मरम्मत करें।
- कॉम्प्रिहेंसिव गैराज नेटवर्क: आपकी सुविधा के लिए हमारे पास पूरे भारत में 4400 गैराजों का एक विशाल नेटवर्क है, इसलिए आपको मरम्मत की दुकान की तलाश करने की आवश्यकता नहीं है।
- 24/7 सहायता: इस प्रॉसेस में सहायता के लिए हम किसी भी समय आपके लिए मौजूद हैं।
- अपनी आई.डी.वी अनुकूलित करें: कम भुगतान के लिए समझौता न करें! क्लेम्स के मामले में आपको उचित राशि मिले यह सुनिश्चित करने के लिए हम आपको आपके इंश्योरेंसकृत घोषित मूल्य (आई.डी.वी) को अनुकूलित करने देते हैं।
मौजूदा डिजिट बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को रिन्यू कैसे करें?
स्टेप 1
डिजिट ऐप या वेबसाइट पर लॉग इन करें और 'माई पॉलिसी' सेक्शन पर जाएं।
स्टेप 2
रिन्यू के लिए लंबित पॉलिसी का चयन करें और 'रिन्यू नीति' पर क्लिक करें।
स्टेप 3
इसके बाद, आई.डी.वी, ऐड-ऑन चुनें और विवरण की पुष्टि करें, फिर 'अभी भुगतान करें' पर क्लिक करें।
स्टेप 4
हो गया! आपको ईमेल, एसएमएस और व्हाट्सएप के माध्यम से पॉलिसी दस्तावेज़ प्राप्त होगा। इसके अलावा, आप इसे डिजिट ऐप पर 24X7 एक्सेस कर सकते हैं।
अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी डिजिट ऐप पर कैसे डाउनलोड करें?
यदि आपके पास पहले से ही एक सक्रिय टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी है जिसे आप डिजिट ऐप से डाउनलोड करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:
- स्टेप 1: डिजिट ऐप पर सबसे नीचे 'माई पॉलिसीज' टैब पर जाएं। आप अपनी सभी पॉलिसियाँ वर्तमान में डिजिट के साथ सक्रिय देखेंगे।
- स्टेप 2: अब उस बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी का चयन करें जिसे आप डाउनलोड करना चाहते हैं। सभी विवरण सत्यापित करें और 'डाउनलोड पॉलिसी' पर क्लिक करें। आपका टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी दस्तावेज़ डाउनलोड हो जाएगा।
थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम
थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम बाइक की इंजन कैपेसिटी के आधार पर तय किया जाता है। चलिए वर्ष 2019-20 और 2022 की कीमतों की तुलना करते हैं
इंजन कैपेसिटी |
भारतीय रुपये में 2019-20 का प्रीमियम |
नया टू-व्हीलर टीपी रेट (1 जून 2022 से लागू) |
75 सीसी से ज़्यादा नहीं |
₹482 |
₹538 |
75 सीसी से ज़्यादा लेकिन 150 सीसी तक |
₹752 |
₹714 |
150 सीसी से ज़्यादा लेकिन 350 सीसी तक |
₹1193 |
₹1366 |
350 सीसी से ज़्यादा |
₹2323 |
₹2804 |
नए टू-व्हीलर के लिए थर्ड पार्टी प्रीमियम (5 साल की सिंगल प्रीमियम पॉलिसी)
इंजन कैपेसिटी |
भारतीय रुपये में 2019-20 का प्रीमियम |
नया टू-व्हीलर टीपी रेट (1 जून 2022 से लागू) |
75 सीसी से ज़्यादा नहीं |
₹1,045 |
₹2,901 |
75 सीसी से ज़्यादा लेकिन 150 सीसी तक |
₹3,285 |
₹3,851 |
150 सीसी से ज़्यादा लेकिन 350 सीसी तक |
₹5,453 |
₹7,365 |
350 सीसी से ज़्यादा |
₹13,034 |
₹15,117 |
नए इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) टू-व्हीलर का प्रीमियम (1 साल की सिंगल प्रीमियम पॉलिसी)
वाहन किलोवाट कैपेसिटी (KW) |
भारतीय रुपये में 2019-20 का प्रीमियम |
नया टू-व्हीलर टीपी रेट (1 जून 2022 से लागू) |
3KW से ज़्यादा नहीं |
₹410 |
₹457 |
3KW से ज़्यादा लेकिन 7KW तक |
₹639 |
₹609 |
7KW से ज़्यादा लेकिन 16KW तक |
₹1,014 |
₹1,161 |
16KW से ज़्यादा |
₹1,975 |
₹2,383 |
नए इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) टू-व्हीलर का प्रीमियम (5 साल की सिंगल प्रीमियम पॉलिसी)
वाहन किलोवाट कैपेसिटी (KW) |
भारतीय रुपये में 2019-20 का प्रीमियम |
नया टू-व्हीलर टीपी रेट (1 जून 2022 से लागू) |
3KW से ज़्यादा नहीं |
₹888 |
₹2,466 |
3KW से ज़्यादा लेकिन 7KW तक |
₹2,792 |
₹3,273 |
7KW से ज़्यादा लेकिन 16KW तक |
₹4,653 |
₹6,260 |
16KW से ज़्यादा |
₹11,079 |
₹12,849 |
टू-व्हीलर इंश्योरेंस में डेप्रिसिएशन कैसे कैलक्युलेट होता है?
नीचे दी गई तालिका के अनुसार टू-व्हीलर का इंश्योर्ड देक्लारेड वैल्यू (आई.डी.वी) आपकी बाइक के मूल्यह्रास मूल्य के लिए समायोजित किया जाता है।
तालिका में, आयु-वार मूल्यह्रास केवल कुल हानि/रचनात्मक कुल हानि (टीएल/सीटीएल) दावों के लिए लागू है।
भारत में बाइक इंश्योरेंस का मार्केट साइज वर्ष 2014 से 2024 तक (क्षेत्र और मूल्य के अनुसार)
2014-2024 के बीच भारत के टू-व्हीलर इंश्योरेंस मार्केट के विकास और रुझानों के बारे में खास जानकारी पाएं। मार्केट को उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम क्षेत्रों में बांटा गया है।
टू-व्हीलर इंश्योरेंस प्रीमियम को प्रभावित करने वाले कारक
मान लीजिए कि आपके और आपके दोस्त के पास एक ही कंपनी का टू-व्हीलर है, लेकिन बहुत मुमकिन है कि आप दोनों अलग-अलग इंश्योरेंस प्रीमियम का भुगतान कर रहे हों। लेकिन क्यों? यहां वे कारक बताए गए हैं जो आपकी बाइक के इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेशन को अलग-अलग तरीके से प्रभावित करते हैं। इनमें शामिल हैं:
इंश्योरेंस प्लान का प्रकार
आपका टू-व्हीलर इंश्योरेंस प्रीमियम खासतौर पर आपके द्वारा खरीदे गए कवरेज के प्रकार या इंश्योरेंस पॉलिसी पर आधारित होता है। कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम थर्ड-पार्टी पॉलिसी के मुक़ाबले थोड़ा ज़्यादा होता है, क्योंकि कॉम्प्रिहेंसिव में थर्ड-पार्टी लायबिलिटी और ओन डैमेज के लिए इंश्योरेंस कवरेज मिलता है।
टू-व्हीलर का मेक / मॉडल
यह कारक टू-व्हीलर इंश्योरेंस प्रीमियम को काफी प्रभावित करता है। अगर आप कम कीमत वाले टू-व्हीलर या रेगुलर स्कूटर का इंश्योरेंस कराते हैं, तो प्रीमियम ज़्यादा महंगे व्हीकल या लग्ज़री बाइक से कम होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि क्लेम के समय कई मॉडल के हिस्सों का रिप्लेसमेंट खर्च अलग-अलग होता है। इसलिए, इंंश्योर किए गए व्हीकल की कीमत जितनी ज़्यादा होगी, इंश्योरर के लिए उतना ही ज़्यादा जोखिम होगा।
व्हीकल की उम्र
आपके टू-व्हीलर की मार्केट वैल्यू उस व्हीकल की उम्र से प्रभावित होती है, जिससे आपके इंश्योरेंस के बेस प्रीमियम (एनसीबी, छूट/लोडिंग आदि को छोड़कर) पर असर पड़ता है डेप्रिसिएशन की वजह से पुराने व्हीकल की मार्केट वैल्यू कम होगी, इसलिए इंश्योर की गई रकम कम होगी और आपको कम बेस प्रीमियम का भुगतान करना होगा। दूसरी ओर, ज़्यादा मार्केट कीमत वाले बिल्कुल नए व्हीकल का बेस प्रीमियम ज़्यादा होगा।
इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू (आई.डी.वी)
आई.डी.वी आपके व्हीकल की डेप्रिसिएशन वैल्यू की कैलकुलेशन के बाद उसकी अनुमानित मौजूदा मार्केट वैल्यू को बताता है। यह किसी भी इंश्योरेंस पॉलिसी का एक महत्वपूर्ण घटक है और इससे प्रीमियम पर सीधा असर पड़ता है।
नो क्लेम बोनस (एनसीबी)
यह पॉलिसी वर्ष में कोई क्लेम न करने पर छूट के रूप में मिलने वाला रिवॉर्ड है। इसलिए, पॉलिसी रिन्यूअल के समय, आपके इंश्योरर द्वारा निर्धारित कीमत का वह प्रतिशत, जिसके आप पात्र हैं, अगले वर्ष के लिए आपके इंश्योरेंस प्रीमियम को काफी कम कर सकता है।
ऐड-ऑन कवर
अगर आप अपने टू-व्हीलर को सभी संभावित स्थितियों में सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो आप ज़ीरो डेप्रिसिएशन कवर, टायर प्रोटेक्ट कवर, आरटीआई और कई दूसरे ऐड-ऑन कवर का विकल्प चुनकर अपनी कॉम्प्रिहेंसिव टू-व्हीलर पॉलिसी को कस्टमाइज़ कर सकते हैं। इससे आपकी कवरेज का दायरा बढ़ेगा और जिससे आपके प्रीमियम की रकम बढ़ जाएगी।
इंजन की क्यूबिक कैपेसिटी
अगर आपके व्हीकल के इंजन की क्यूबिक कैपेसिटी (सीसी) 75 सीसी या उससे कम है, तो आपका इंश्योरेंस प्रीमियम कम होगा। अगर आपके टू-व्हीलर पर 350 सीसी का लेबल है, तो आपको कवरेज के लिए ज़्यादा प्रीमियम का भुगतान करना होगा।
आरटीओ लोकेशन
व्हीकल की ज्योग्राफ़िकल लोकेशन भी आपके इंश्योरेंस प्रीमियम की कीमत तय करती है। अगर आप अक्सर ज़्यादा दुर्घटनाओं वाले शहर में यात्रा करते हैं, तो प्रीमियम ज़्यादा होगा और कम दुर्घटनाओं वाले शहर में कम प्रीमियम होगा।
सही टू-व्हीलर इंश्योरेंस कैसे चुनें?
आपके लिए कौन-सी टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी सबसे अच्छी है?
केस 1: अगर आपने नई लग्ज़री बाइक खरीदी है
किसी लग्ज़री बाइक का मालिक होने पर आपको गर्व महसूस हो सकता है, लेकिन इसके साथ कई जिम्मेदारियां भी होती हैं। सबसे पहले, आपको एक कॉम्प्रिहेंसिव टू-व्हीलर इंश्योरेंस लेकर इसे सभी प्रकार के नुकसान और दुर्घटनाओं से सुरक्षित रखना होगा। यह थर्ड-पार्टी लायबिलिटी और ओन डैमेज, दोनों को कवर करता है। अपने महंगे व्हीकल की और ज़्यादा सुरक्षा के लिए, आपको सही ऐड-ऑन खरीदना होगा।
ज़ीरो डेप्रिसिएशन कवर आपको इसके महंगे हिस्सों के डेप्रिसिएशन पर विचार किए बिना क्लेम की ज़्यादा से ज़्यादा रकम दिलाएगा। आपको रिटर्न टू इनवॉइस कवर लेकर चोरी या पूरे नुकसान के मामले में भी अपनी बेहतरीन बाइक की सुरक्षा करनी चाहिए।
आप इंजन सुरक्षा कवर लेकर अपनी बाइक के महंगे इंजन की मरम्मत पर बड़ा खर्चा करने से बच सकते हैं। इसके अलावा, लग्ज़री बाइक के लुब्रिकेंट, ऑयल, नट, बोल्ट, स्क्रू, वॉशर, ग्रीस आदि के रिप्लेसमेंट खर्च को कवर करने के लिए कंज्यूमेबल्स का ऐड-ऑन लेना बेहतर है।
केस 2: अगर आपके पास 8 साल पुरानी बाइक है जिसे आप रोजाना चलाते हैं
कई मोटरसाइकिल मालिक 8 साल पुरानी बाइक के टू-व्हीलर इंश्योरेंस के महत्व को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन कानूनी तौर पर कम से कम थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस कराना ज़रूरी है। आपकी बाइक की उम्र ध्यान में रखते हुए, ओन-डैमेज कवरेज लेने की सलाह दी जाती है, जो दुर्घटनाओं, चोरी, आग, प्राकृतिक आपदाओं आदि की स्थिति में मरम्मत या रिप्लेसमेंट के लिए सुरक्षा देता है।
वैकल्पिक रूप से, एक कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस लेना बेहतर है क्योंकि यह आपकी बाइक को कई वजहों से सुरक्षित रखेगा, जो महत्वपूर्ण है क्योंकि आप अपनी बाइक रोजाना चलाते हैं।
केस 3: अगर आपके पास अभी भी वह दशकों पुराना स्कूटर है, जो किसी कोने में बंद है
कुछ सम्पत्तियां बहुत मायने रखती है, जैसे स्कूटर जो पीढ़ियों से आपके परिवार में है। हालांकि इसका इस्तेमाल बहुत कम होता है, फिर भी कानूनी ज़रूरतों के अनुपालन के लिए कम से कम थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस कवरेज होना ज़रूरी है। क्योंकि आप इस स्कूटर को बहुत ज़्यादा नहीं चलाते हैं, इसलिए आप कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस और ऐड-ऑन छोड़ सकते हैं।
इन टू-व्हीलर इंश्योरेंस टर्मिनोलॉजी के बारे में आपको पता होना चाहिए
टू-व्हीलर इंश्योरेंस में इंश्योर्ड डिक्लेर्ड वैल्यू (आईडीवी) क्या है?
आईडीवी वह सर्वाधिक रकम होती है जो आपकी बाइक चोरी होने या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में आपका इंश्योरेंस प्रदाता आपको दे सकता है,
आपकी 2 व्हीलर इंश्योर्ड डिक्लेर्ड वैल्यू और टू-व्हीलर इंश्योरेंस प्रीमियम दोनों साथ-साथ चलते हैं। इसका मतलब है कि आपकी आईडीवी जितनी ज्यादा होगी उसका प्रीमियम भी उसी हिसाब से होगा और आपकी गाड़ी के पुराने होने और आईडीवी घटने से आपका प्रीमियम भी भी कम होता जाता है।
साथ ही, ज्यादा आईडीवी का मतलब होता है कि जब आप अपनी बाइक को बेचने जाते हैं, तो आपको उसकी ज्यादा कीमत मिलती है। हालांकि, इस कीमत पर बाइक के इस्तेमाल, पिछले इंश्योरेंस क्लेम वगैरह का भी असर पड़ता है।
जब आप अपनी बाइक के लिए सही टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी चुनते हैं, तो सिर्फ प्रीमियम का नहीं बल्कि इस बात का भी ख्याल रखें कि आपको कितनी आईडीवी ऑफर की जा रही है।
हो सकता है कोई कंपनी आपको कम प्रीमियम पर इंश्योरेंस दे रही हो, लेकिन इसके साथ ही टू-व्हीलर की आईडीवी भी कम हो जाए। आपकी बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में, अगर आईडीवी ज्यादा होगी तो आपको मुआवजा भी ज्यादा मिलेगा।
रिसेल के समय भी, आपकी बाइक की आईडीवी बाजार में बाइक की कीमत को बताती है। हालांकि, अगर आप अपनी बाइक को अच्छी तरह से मेंटेन रखते हैं और यह बिलकुल नई बाइक जैसी चमकती है तो आपको आपकी बाइक की आईडीवी से भी ज्यादा कीमत मिल सकती है।
आखिर में, यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपनी बाइक को कितना प्यार करते हैं।
टू-व्हीलर इंश्योरेंस में नो क्लेम बोनस (NCB) क्या होता है?
एनसीबी (नो क्लेम बोन) की परिभाषाः एनसीबी वह डिस्काउंट होता है जो पॉलिसीधारक को पूरे साल कोई भी क्लेम न करने पर प्रीमियम पर दिया जाता है।
नो क्लेम बोनस 20%-50% तक में किसी भी तरह का डिस्काउंट हो सकता है जो आपको पॉलिसी की अवधि पूरी होने पर तब मिलता है जब आप पूरी अवधि में अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत किसी भी तरह का बाइक इंश्योरेंस क्लेम नहीं करते हैं।
इसका मतलब है कि आपको नो क्लेम बोनस पहली बार कॉम्प्रहेंसिव बाइक इंश्योरेंस खरीदने पर नहीं मिलता, बल्कि यह तब मिलता है जब आप अपनी बाइक का इंश्योरेंस रिन्यू करवाते हैं।
नो क्लेम बोनस का फायदा बाइक इंश्योरेंस धारक को मिलता है, बाइक को नहीं। इसका मतलब यह है कि आप बाइक बदल लें, तब भी आपका एनसीबी बना रहता है।
अगर आप नई बाइक खरीदने का फैसला लेते हैं, तो आपको नया बाइक इंश्योरेंस दिया जाएगा लेकिन आपकी पुरानी बाइक पर एनसीबी आपके पास रहता है।
टू- व्हीलर इंश्योरेंस में जीरो डेप्रिसिएशन कवर क्या है?
जिंदगी में दूसरी चीजों की ही तरह, आपकी बाइक के भी कुछ हिस्सों की कीमत वक्त के साथ कम होती जाती है, इसमें बंपर या कोई अन्य मेटल या फाइबर ग्लास पार्ट शामिल हैं।
इसलिए, जब कार को कोई क्षति होती है, तो उसे बदलने की पूरी कीमत नहीं दी जाती क्योंकि क्लेम की रकम से डेप्रिसिएशन को काट लिया जाता है।
लेकिन, इस ऐड-ऑन को लेने से यह फायदा होता है कि आपको जीरो डेप्रिसिएशन मिले और डिजिट के अधिकृत वर्कशॉप पर रिपेयर या पार्ट बदलने पर आपको उसकी पूरी कीमत मिले।
जीरो डेप टू-व्हीलर इंश्योरेंस के बारे में ज्यादा जानें
टू-व्हीलर इंश्योरेंस में कैशलेस क्लेम क्या होता है?
अगर आप अपनी बाइक को डिजिट के अधिकृत रिपेयर सेंटर से ठीक करवाते हैं, तो क्लेम की मंजूरी की गई रकम हम सीधे रिपेयरिंग सेंटर को चुकाते हैं। यह कैशलेस क्लेम होता है।
कृपया ध्यान दें, अगर कटौती योग्य कोई चीज है, जैसे कोई अनिवार्य अतिरिक्त खर्च/कटौती योग्य, रिपेयर करने का कोई ऐसा शुल्क जो आपके इंश्योरेंस में कवर नहीं है या कोई डेप्रिसिएशन खर्च है , तो यह पॉलिसीधारक को अपनी जेब से चुकाना होगा।
कैशलेस बाइक इंश्योरेंस के बारे में ज्यादा जानें
सही टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी कैसे चुनें?
बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर एक ऑनलाइन टूल है जो आपको अपनी बाइक के लिए सही बाइक इंश्योरेंस कोट का पता लगाने में मदद करता है।
इसकी गणना आप अपनी बाइक की जानकारी जैसे बाइक के बनने के साल और मॉडल नंबर, रजिस्ट्रेशन की तारीख, प्लान का प्रकार आदि डालकर कर सकते हैं।
बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेट करें
- स्टेप 1: अपनी बाइक के बनने के साल, मॉडल नंबर, वेरिएंट, रजिस्ट्रेशन की तारीख, शहर आदि की जानकारी डालें।
- स्टेप 2: ‘कोट पाएं’ को दबाएं और अपनी पसंद का प्लान चुनें। सिर्फ थर्ड पार्टी देनदारी या कॉम्प्रहेंसिव बाइक इंश्योरेंस में से जो चाहें चुनें।
- स्टेप 3: हमें अपने पिछले इंश्योरेंस प्लान के खत्म होने की तारीख, पिछले साल किए गए क्लेम, मिले हुए नो क्लेम बोनस की जानकारी दें।
टू-व्हीलर इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेटर के बारे में ज्यादा जानें
बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम के कंपोनेंट्स
ओन डैमेज कवर जो स्टैंडर्ड/कॉम्प्रहेंसिव और स्टैंडअलोन ओन डैमेज में शामिल होता है। आपके बाइक इंश्योरेंस का यह हिस्सा आपकी बाइक को हुए नुकसान और डैमेज को कवर करता है।
बाइक की आई.डी.वी: आपकी बाइक की आई.डी.वी यानी बाइक की बाजार में मौजूदा वैल्यू के हिसाब से प्रीमियम तय करने में मदद करता है।
ऐड-ऑन: आपकी बाइक के इंश्योरेंस की प्रीमियम पर चुने गए ऐड-ऑन और उनकी संख्या के हिसाब से तय होती है।
थर्ड-पार्टी लायबिलिटीज: यह कानूनन जरूरी है कि बाइक इंश्योरेंस में कम से कम थर्ड पार्टी देनदारियों को कवर किया जाए। इसके आधार पर प्रीमियम आमतौर पर आईआरडीएआई दिशानिर्देशों द्वारा निर्धारित किया जाता है। इसलिए, आपके बाइक इंश्योरेंस का यह कंपोनेंट हमेशा एक जैसा रहेगा।
बाइक मेक एंड मॉडल: बाइक बनने का साल और मॉडल- आपकी बाइक के बनने के साल और मॉडल का असर उसकी आई.डी.वी, सीसी और आपकी बाइक से जुड़े रिस्क पर पड़ता है। इसलिए, आप जो भी प्लान चुनते हैं उसका सीधा असर आपकी बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम पर पड़ता है।
पी.ए कवर: अगर आपके पास ये नहीं है और आप इसे अपने बाइक इंश्योरेंस प्लान में शामिल करते हैं, तो आपका इंश्योरेंस प्रीमियम थोड़ा बढ़ सकता है।
बाइक की उम्र: आपकी बाइक जितनी पुरानी होगी उसका प्रीमियम उतना ही कम होगा और बाइक जितनी नई होगी प्रीमियम उतना ही अधिक होगा!
अपने टू-व्हीलर इंश्योरेंस का प्रीमियम कैसे कम करें?
- अगर आपने 4-5 साल तक इंश्योरेंस क्लेम नहीं किया है, तो आप अपनी मर्जी से की जाने वाली कटौती बढ़ाकर अपना प्रीमियम कम कर सकते हैं।
- सड़क पर वाहन चलाते समय सुरक्षित रहने और स्पीड लिमिट में ध्यानपूर्वक गाड़ी चलाने से न सिर्फ आप दुर्घटना से बचे रहेंगे, बल्कि हर साल आपको बाइक इंश्योरेंस रिन्यू करते समय आपको नो क्लेम बोनस भी मिलेगा।
- अपनी इंश्योरेंस कंपनी से बात करें। अगर आपको लगता है कि आपको अब भी सस्ते बाइक इंश्योरेंस कोट नहीं मिल रहे हैं, तो आप जिस इंश्योरेंस कंपनी को चुनना चाहते हैं उसे कॉल करने में कोई बुराई नहीं है।
टू-व्हीलर इंश्योरेंस कोट की तुलना करें
अपने बाइक इंश्योरेंस की तुलना दूसरी कंपनियों के इंश्योरेंस से कैसे करें?
- अपनी आईडीवी देखें: कई सारे कम प्रीमियम वाले टू-व्हीलर इंश्योरेंस के साथ आपको कम आईडीवी (इंश्योरेंस डिक्लेर्ड वैल्यू) भी मिलेगी, जो बाजार में आपकी टू-व्हीलर की कीमत होती है। अगर यह कम है, तो क्लेम के दौरान, खासतौर पर चोरी या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होने पर आपको झटका लग सकता है! इसलिए, इसे सही जगह पर सेट करना जरूरी है। डिजिट में आपको यह विकल्प मिलता है कि आप इंश्योरेंस खरीदते समय अपनी जरूरत के हिसाब से टू-व्हीलर की आईडीवी कस्टमाइज कर सकें।
- सर्विस से जुड़े फायदे देखें: ऐसी कंपनी देखें जो आपको इंश्योंरेंस बेचने के बाद अच्छी आफ्टर सेल सर्विस दे। डिजिट में आपको कुछ खास सेवाएं मिलती हैं जिनमें 24x7 ग्राहक सेवा सहायता और 4400+ गैरेज पर कैशलेस क्लेम की सुविधा समेत कई और सेवाएं मिलती हैं।
- उनके ऑफर किए जा रहे ऐड: ऑन देखें - वह कंपनी चुनें जो आपको प्रतियोगी दरों पर आपके काम के ऐड-ऑन चुनने का विकल्प दे।
टू-व्हीलर इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदना क्यों सही है?
ऑनलाइन शॉपिंग की दुनिया में, यूपीआई (UPI) से तुरंत पेमेंट के साथ-साथ कई काम किए जा सकते हैं। देश की इस बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था में, बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदना इसका एक हिस्सा है। यह चीजों को न सिर्फ आसान बनाता है, बल्कि इसकी कीमत भी कम करने में मदद करता है और आपका बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम भी कम हो जाता है।
बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदने के लिए आपको बस अपनी बाइक से जुड़ी जरूरी जानकारी और अपना डेबिट/क्रेडिट कार्ड या यूपीआई आईडी तैयार रखना होगा ताकि प्रीमियम का भुगतान आसानी से किया जा सके। इसके बाद आपकी टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी कुछ मिनटों में ही आपको ईमेल कर दी जाएगी।
वक्त बचता है
बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें आपका काफी सारा वक्त बच जाता है! आपको इंश्योरेंस एजेंट या दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने होते। बस एक लैपटॉप या स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन हो, तो आपका काम हो गया।
कस्टमाइजेशन मिलते हैं
बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी ऑनलाइन खरीदने का दूसरा फायदा यह है कि आपको कई कस्टमाइजेशन ऑनलाइन उपलब्ध होते हैं। आई.डी.वी कस्टमाइज करने से लेकर बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी ऑनलाइन खरीदने का दूसरा फायदा यह है कि आपको कई कस्टमाइजेशन ऑनलाइन उपलब्ध होते हैं। आई.डी.वी कस्टमाइज करने से लेकर अलग-अलग ऐड-ऑन के कॉम्बिनेशन जैसे जीरो डेप्रिसिएशन कवर, टायर प्रोटेक्ट कवर, और ऐसे कस्टमाइजेशन जो ऑफलाइन उपलब्ध नहीं होते हैं।
जीरो पेपरवर्क
किसी को भी पेपरवर्क पसंद नहीं है लेकिन करना पड़ता है! इसलिए, जब आप डिजिट के साथ ऑनलाइन बाइक इंश्योरेंस खरीदते हैं, तो आपको किसी तरह का पेपरवर्क नहीं करना पड़ता। सबकुछ ऑनलाइन होता है!
सेकंड हैंड बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदें/रिन्यू करें
क्या आपको पता है कि आपकी बाइक नई हो या पुरानी, आप अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद सकते हैं या रिन्यू कर सकते हैं?
हालांकि, अगर आप सेकंड हैंड बाइक खरीद रहे हैं, तो यह देखें कि इसके मालिक ने पहले से इंश्योरेंस करवाया है या नहीं और अगर करवाया है, तो इसे अपने नाम पर ट्रांसफर करवाना न भूलें और वो भी 14 दिनों के भीतर। इसके साथ-साथ, यह भी सुनिश्चित करें किः
- बाइक और इसका इंश्योरेंस दोनों ही आपके नाम पर सफलतापूर्वक ट्रांसफर किया गया हो। आपको यह काम 14 दिनों के भीतर करना होगा।
- आप बाइक की क्लेम हिस्ट्री जानते हों। इसके लिए आपको आपकी बाइक की मौजूदा इंश्योरेंस कंपनी को पॉलिसी नंबर देना होगा।
- अगर आपके पास पहले कोई बाइक इंश्योरेंस था (किसी अन्य बाइक के लिए), तो आप उसका नो क्लेम बोनस वक्त पर नई पॉलिसी में ट्रांसफर कर लें।
- अगर बाइक के पिछले मालिक के पास कोई वैध बाइक इंश्योरेंस नहीं है, तो आप हमारी वेबसाइट पर जाकर तुरंत इंश्योरेंस खरीद सकते हैं।
- अगर आपने अपनी सेकंड हैंड बाइक की पुरानी पॉलिसी अपने नाम पर ट्रांसफर कर ली है, तो इसके खत्म होने की अवधि देखें और अवधि खत्म होने से पहले इसे रिन्यू करें।
इनके बारे में और जानें
पुरानी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदें/रिन्यू करें
अगर आपने कभी बाइक इंश्योरेंस नहीं लिया है, तो भी इसे आप जब चाहें खरीद सकते हैं। हालांकि, यहां तीन खास बातें दी गई हैं और अपनी बाइक के लिए इंश्योरेंस खरीदते समय आपको इन बातों का ख्याल रखाना चाहिए।
बाइक का इस्तेमाल और बाइक इंश्योरेंस का प्रकार
क्या आप अपनी बाइक को कानूनन सुरक्षित तरीके से चलाने के लिए बाइक इंश्योरेंस खरीदना चाहते हैं या फिर इसे डैमेज या किसी भी तरह के नुकसान से बचाए रखना चाहते हैं? आपकी बाइक के इस्तेमाल और प्रकार के हिसाब से, आपको यह तय करना होगा कि आपकी बाइक के लिए कॉम्प्रहेंसिव इंश्योरेंस सही है या थर्ड पार्टी इंश्योरेंस।
आपकी बाइक की आई.डी.वी
आई.डी.वी आपकी बाइक की बाजार में कीमत को दिखाती है। इस आधार पर, आपका बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम और क्लेम के दौरान क्लेम की रकम पर तय होती है। जबकि आपकी बाइक पुरानी है, तो आपको बाजार में उसकी मौजूदा कीमत के हिसाब से उसकी आई.डी.वी तय करनी चाहिए। साथ ही, इतने सालों में उसके डेप्रिसिएशन को गिनना न भूलें!
अतिरिक्त कवर
जब आप टू-व्हीलर कॉम्प्रहेंसिव इंश्योरेंस चुनते हैं, तो आपको विकल्प मिलते हैं कि आप अपनी बाइक को अतिरिक्त सुरक्षा दे सकें। आपकी बाइक के इस्तेमाल उम्र के हिसाब से, आप ऐसे ऐड-ऑन चुन सकते हैं जो आपकी बाइक को हर संभव स्थिति में सुरक्षित रखते हैं।
हालांकि, अगर आप अपनी पुरानी बाइक के लिए इंश्योरेंस खरीदना चाह रहे हैं, तो देखें कि कौन से ऐड-ऑन लागू होंगे और कौन से नहीं। उदाहरण के लिए, अगर आपकी बाइक पांच साल से पुरान है, तो उस पर रिटर्न टू इनवॉइस कवर लागू नहीं होगा।
ओल्ड बाइक इंश्योरेंस के बारे में ज्यादा जानें
समाप्त हो चुकी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को रिन्यू/खरीदें करें
आपकी समाप्त हो चुकी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को समय पर रिन्यू करना क्यों जरूरी है?
आप अपना एनसीबी खो देंगे
आपका एनसीबी आपका नो क्लेम बोनस है जो आपने उन सालों में जमा किया गया है जब आपने कोई क्लेम नहीं किया है। आपका NCB जितना ज्यादा होगा, रिन्यू करने के दौरान आपको मिलने वाली छूट उतनी ही ज्यादा होगी। हालांकि, अगर आप अपनी पॉलिसी की समय सीमा समाप्त होने से पहले उसे रिन्यू नहीं करते हैं, तो आप अपनी एनसीबी और आपको मिलने वाल छूट दोनों से ही वंचित रह जाते हैं!
जुर्माना भरने की आशंका बढ़ जाती है
मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव के बाद, जब भी कोई चालक बिना बाइक इंश्योरेंस के पकड़ा जाता है, तो उसे पहली बार में 1000 से 2000 रुपये तक का जुर्माना और दूसरी बार पकड़े जाने पर 4000 रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है। अपना बाइक इंश्योरेंस रिन्यू करने का मतलब है कि आप इस तरह की स्थिति में फंसने से बच जाते हैं।
आर्थिक बोझ उठाने से बचने के लिए
बाइक इंश्योरेंस का उद्देश्य ही यह है कि आपको उन अनचाहे खर्चो से बचाए जो किसी छोटी या बड़ी दुर्घटना या प्राकृतिक आपदा की वजह से हो सकते हैं। समय पर अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को रिन्यू नहीं करने का मतलब है कि किसी दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना या टक्कर के मामले में आपको खर्च करने पड़ सकते हैं।
समाप्त हो चुकी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के बारे में ज्यादा जानें
टू-व्हीलर इंश्योरेंस खरीदने से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
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