दुनिया भर में कई प्रकार के फ्यूल के वैरिएंट्स आपको देखने को मिल जाएंगे। लेकिन प्राइवेट जेट प्लेन, कमर्शियल ऐरोप्लेन्स और सामान्य एविएशन एयरक्राफ्ट ज्यादातर दो प्रकार के एयरक्राफ्ट फ्यूल इस्तेमाल करते हैं: जेट फ्यूल और AVGAS
1. जेट फ्यूल अथवा केरोसिन
जेट फ्यूल,रिफाइंड केरोसिन बेस्ड एक ऐसा फ्यूल हैं जिसे टरबाइन इंजन, टर्बोप्रॉप और जेट इंजन वाले ऐरोप्लेन्स में व्यापक रूप से इस्तेमाल होता हैं।
जेट फ्यूल मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं: जिन्हे हम जेट A एंड जेट A1 के नाम से जानते हैं।
इन दोनों वैरिएंट्स के बीच एक मामूली सा उत्पादन अंतर हैं। ये दोनों ही वैरिएंट्स, टरबाइन- इंजन को ऑपरेट करने के लिए इंटरचेंजेबली इस्तेमाल किये जा सकते हैं।
दोनों के बीच मुख्य अंतर निम्नलिखित हैं-
- फ्रीजिंग पॉइंट - आमतौर पर जेट A1 ,-47 ° पर फ्रीज़ होता है, जबकि जेट A का फ्रीजिंग पॉइंट - 40°C हैं। जेट A1 को लम्बी अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट्स के लिए बेहतर माना जाता है। यह पोलर रुट्स के फ्लाइट्स के लिए एक बेहतर विकल्प भी माना जाता है।
- एडिटिव्स - जेट A1 में ज्यादातर एडिटिव्स होते हैं जो स्टैटिक डिसिपेटर्स होते हैं. यह स्टैटिक चार्ज को कम करने में मदद करता है , जो जेट फ्यूल मूवमेंट से उत्पन्न होती हैं. इसके मुकाबले, जेट A में स्टैटिक डिसिपेटर्स एडिटिव्स शामिल नहीं होते हैं.
- उपयोग - जेट A अमेरिका में प्रचलित है, जबकि जेट A1 यूनिवर्सल है या पूरे विश्व में इसका उपयोग किया जाता है।
2. AVGAS
यदि आप सोच रहे हैं कि जेट एरोप्लेन में किस फ्यूल का इस्तेमाल किया जाता है, तो इसका जवाब है AVGAS. एविएशन गैसोलीन या AVGAS, एविएशन फ्यूल का वह वैरिएंट हैं जो छोटे पिस्टन के इंजन वाले एयरप्लेन को पावर देकर उन्हें उड़ने में मदद करता है।
आमतौर पर फ्लाइट ट्रेनिंग जेट्स, फ्लाइंग क्लब्स और प्राइवेट पायलट इन एरोप्लेन को ऑपरेट करते हैं।
AVGAS में टेट्रा इथाइल लेड एडिटिव भारी मात्रा में पाया जाता है। टेट्राइथेल लीड इंजन के डेटोनेशन या नॉक को रोकने का काम करता है, जिससे इंजन फेल भी हो सकता है।
हालांकि, यह फ्यूल ह्यूमन के साँस लेने या ब्लडस्ट्रीम के माध्यम से अब्सॉर्प्शन के लिए जहरीला होता है। इसलिए इस फ्यूल का उपयोग सावधानी से करने की सलाह दी जाती है।
AVGAS मुख्यतः दो प्रलयर के होते हैं, जिन्हे हम AVGAS 100 और AVGAS 100LL के नाम से जानते हैं। यहाँ 100 ऑक्टेन रेटिंग को दर्शाता है।
ऐरोप्लेन्स में इस्तेमाल होने वाले इस प्रकार के फ्यूल में दिखने वाले मामूली से अंतर निम्नलिखित हैं-
टेट्रा इथाइल लेड एडिटिव - AVGAS 100 में लेड की मात्रा अधिक होती है, जबकि AVGAS 100LL में कम मात्रा में टेट्रा एथिल लेड होता है।
कलर - AVGAS 100LL में एक आर्टिफिशियल नीला रंग होता है, जबकि AVGAS 100 हरे रंग का होता है।
ऐरोप्लेन्स में किस प्रकार के फ्यूल का उपयोग किया जाता है और उनके अंतर को समझने के साथ ही चलिए अब हम इसकी संरचना के बारे में जानने की कोशिश करते हैं। जिससे आपको इस फ्यूल के निर्माण प्रक्रिया को समझने में सहायता मिलेगी।