मोटर वाहन अधिनियम
मोटर वाहन अधिनियम के बारे में सबकुछ जानें
आपको याद है जब हम ज़्यादा शैतानी करते थे, तब हमारे मात-पिता हमारे लिए कुछ नियम बनाते थे? आपको याद है ना? नियम सख्त होते थे और हमें कहा जाता था कि अगर आप इन नियमों का पालन नहीं करेंगे, तो या तो हमें चुप बैठा दिया जाएगा या वे हमारी पॉकेट मनी बंद कर देंगे। हम जिंदगी की इन छोटी-छोटी खुशियों का आनंद लेते रहने के लिए तुरंत उनके बनाए सभी नियमों को मानना शुरू कर देते थे।
मान लेते हैं कि यहां हमारी सरकार हमारे माता-पिता की तरह है। शायद हम यातायात नियमों, अनुशासन के प्रति अपने दृष्टिकोण में बहुत लापरवाह रहते हैं। इसलिए, उन्हें हमारे लिए कुछ सख्त नियम बनाने पड़े, ताकि हम इन नियमों का पालन करें। कुछ सख्ती के साथ कुछ जुर्माना चुकाकर।
आइए सबसे पहले समझते हैं कि आखिर मोटर वाहन अधिनियम क्या है?
मोटर वाहन अधिनियम क्या है?
मोटर वाहन अधिनियम 1988 में पारित किया गया था और सड़क ट्रांसपोर्ट वाहनों के लगभग हर एक हिस्से को रेगुलेट करता है। यह ड्राइवरों और कंडक्टरों के लाइसेंस, मोटर वाहनों के रजिस्ट्रेशन, उनके परमिट को नियंत्रित करने के प्रावधान, ट्रैफ़िक नियमों, संबंधित इंश्योरेंस, देनदारियों और पेनल्टी पर दिशा-निर्देश प्रदान करता है। मोटर वाहन अधिनियम किसी भी चालक के लिए वैध ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य बनाता है और मोटर वाहन अधिनियम के तहत रजिस्टर हुए बिना कोई भी वाहन नहीं चलाया जा सकता है।
मोटर वाहन अधिनियम के तहत कौन से अपराध शामिल हैं?
मोटर व्हीकल एक्ट के तहत धाराएं | अपराध |
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सेक्शन 3 आर/डब्ल्यू 181 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | अगर कोई व्यक्ति बिना वैध लाइसेंस के अपना वाहन चला रहा है |
सेक्शन 5 आर/डब्ल्यू 180 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | अगर कोई व्यक्ति अपने वाहन को किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा चलाने देता है जिसके पास वैध लाइसेंस नहीं है |
सेक्शन 130(3) आर/डब्ल्यू 177 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | अगर व्यक्ति के पास सभी संबंधित दस्तावेज़ नहीं है |
सेक्शन 130 आर/डब्ल्यू 177 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | अगर कोई व्यक्ति बिना वैध इंश्योरेंस के अपना वाहन चला रहा |
सेक्शन 130 आर/डब्ल्यू 177 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | अगर कोई व्यक्ति बिना वैध परमिट के अपना वाहन चला रहा है |
सेक्शन 130 आर/डब्ल्यू 177 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | अगर कोई व्यक्ति बिना वैध फिटनेस के अपना वाहन चला रहा है |
सेक्शन 39 आर/डब्ल्यू 192 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | अगर कोई व्यक्ति जिसके पास वाहन के लिए वैध आरसी नहीं है |
सेक्शन 4 आर/एस 181 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | अगर कोई नाबालिग वाहन चला रहा हो |
सेक्शन 5 आर/डब्ल्यू 180 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | अगर कोई अनधिकृत व्यक्ति को गाड़ी चलाने दिया हो |
सेक्शन 129 आर/डब्ल्यू 177 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | बिना हेलमेट के वाहन चलाता एक व्यक्ति |
धारा 138(3) सीएमवीआर 177 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | अगर कोई व्यक्ति बिना सीट बेल्ट बांधे वाहन चला रहा है |
धारा 184 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | अगर कोई व्यक्ति ओवर-स्पीडिंग और रैश ड्राइविंग करते पाया गया |
धारा 112-183 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | अगर कोई व्यक्ति जल्दबाजी या खतरनाक ड्राइविंग करते पाया गया |
धारा 17(i) आरआरआर 177 मोटर वाहन अधिनियम के तहत | अगर कोई व्यक्ति वन वे या गलत लेन में गाड़ी चलाता है |
मोटर वाहन अधिनियम के तहत अलग-अलग स्थितियों के लिए अलग-अलग अपराध हैं जिनके बारे में सरकारी वेबसाइट पर विस्तार से देखा जा सकता है। ये अपराध, सड़क के नियम तोड़ने, नंबर प्लेट से संबंधित अपराध, वाहन की रोशनी से संबंधित अपराध, हॉर्न से संबंधित अपराध, ट्रैफिक सिग्नल से संबंधित अपराध, गति और ओवरटेक, प्रदूषण से संबंधित अपराध, आपके वाहन की स्थिति से संबंधित अपराध, पार्किंग से संबंधित अपराध आदि हैं।
मोटर वाहन अधिनियम 2019 में क्या बदलाव किए गए हैं?
नए मोटर वाहन अधिनियम में कई अहम बदलाव किए गए हैं और इसके बाद वाहन चलाने में की जाने वाली गलतियां आपके मासिक बजट पर बड़ा बोझ डाल सकती हैं और इनमें से कुछ तो आपके महीने के ईंधन के बिल के बराबर या उससे ज़्यादा भारी पड़ सकती है। यहां महत्वपूर्ण नए मोटर वाहन कानूनों की सूची दी गई है:
ज़ुर्माना- कुछ जुर्माने बढ़ाए गए हैं, और कुछ नए जुर्माने लगाए गए हैं। नए ट्रैफ़िक जुर्मानों को पूरी सूची देखें।
भारत में अलग-अलग ट्रैफ़िक नियम तोड़ने पर लगने वाले जुर्माने की अपडेट सूची
उल्लंघन | 1 सितंबर 2019 से लगने वाला नया जुर्माना | पुराना जुर्माना |
कोई भी सामान्य अपराध जैसे अवैध पार्किंग या अनुचित नंबर प्लेट | 500 रुपये (दोबारा करने पर 1500 रुपये) | 100 रुपये (दोबारा करने पर 300 रुपये) |
बिना लाइसेंस के ड्राइव/राइड करना | 5000 रुपये और/या जेल | 500 रुपये |
किसी नशीले पदार्थ के प्रभाव में गाड़ी चलाना/सवारी करना | 10,000 रुपये और/या 6 महीने की जेल | बार-बार उल्लंघन करने पर 15,000 रुपये और/या 2 साल की जेल। | 2000 रुपये |
ओवरस्पीडिंग | एलएमवी: 1,000- 2,000 रुपये एमपीवी/एचपीवी: 2,000- 4,000 रुपये (+ लाइसेंस जब्ती) | 400 रुपये |
बिना सीट बेल्ट लगाए ड्राइव करना | 1000 रुपये और/या जेल | 100 रुपये |
बिना इंश्योरेंस के ड्राइव/सवारी करना | 2,000 रुपये और/या 3 महीने की जेल | बाद के अपराध के लिए 4,000 रुपये | 1000 रुपये |
सड़क नियमों को तोड़ने पर | 500-1000 रुपये | 100 रुपये |
खतरनाक ड्राइविंग/राइडिंग और रेड सिग्नल तोड़ना | 1,000- 5,000 रुपये और/या 6 महीने से 1 साल तक की जेल, लाइसेंस जब्ती | 100-300 रुपये |
मोबाइल पर बात करते हुए ड्राइव/राइड करना | 5000 रुपये | 1000 रुपये |
रेसिंग, तेज़ रफ़्तार में चलाना | 5,000 रुपये और/या 3 महीने की जेल | बाद के नियम तोड़ने के लिए 10,000 रुपये और 1 साल तक की जेल | 500 रुपये |
एंबुलेंस, फायर इंजन वगैरह जैसे आपातकालीन वाहनों को जगह न देना | 10,000 रुपये और/या जेल | 500 रुपये |
बिना हेलमेट के राइडिंग (चलाने वाला और पीछे बैठने वाला दोनों) | 10,000 रुपये जुर्माना, लाइसेंस रद्द होना और 3 महीने के लिए जेल। | 100 रुपये |
टू-व्हीलर पर ओवरलोडिंग | 2000 रुपये और लाइसेंस रद्द होना और/या 3 महीने की जेल | 100 रुपये |
नाबालिग अपराध | 25,000 रुपये का जुर्माना और 3 साल की सजा, रजिस्ट्रेशन 1 साल के लिए रद्द, नाबालिग 25 साल की उम्र तक लाइसेंस नहीं ले सकता। | - |
अयोग्य ठहराए जाने के बावजूद ड्रइविंग करना | 10,000 रुपये और/या जेल | 500 रुपये |
क्षमता से ज़्यादा सवारी बैठाना | हर अतिरिक्त सवारी के लिए 200 रुपये और/या जेल | - |
आवश्यक टिकट के बिना ड्राइविंग/राइडिंग | 500 रुपये | 200 रुपेय |
अधिकारियों द्वारा किया गया अपराध जैसे रिश्वत देना | दोगुनी पेनल्टी (तोड़े गए ट्रैफिक नियम के हिसाब से अलग-अलग) | - |
लाइसेंस के बिना वाहन का आनाधिकृत इस्तेमाल | 1000-5000 रुपये तक | 1000 रुपये |
अधिकारियों के आदेश की अवहेलन | 2000 रुपये | 500 रुपये |
बिना परमिट का वाहन | 10,000 रुपये और/या 6 महीने की जेल | 5000 रुपये तक |
बड़े आकार के वाहन | 5,000 रुपये से 10,000 रुपये तक और/या जेल | - |
ओवललोडिंग | 20,000 + 2,000 रुपये हर अतिरिक्त टन के लिए और/या जेल | प्रत्येक अतिरिक्त टन के लिए 2,000 रुपये + ₹1,000 |
बिना लाइसेंस के ड्राइविंग/राइडिंग (एग्रीगेटर्स के लिए) | 25,000 - 1,00,000 रुपये तक | - |
बिना पंजीकरण के गाड़ी चलाना/सवारी करना | 5,000 रुपये | बाद के अपराध के लिए 10,000 रुपये | - |
साइलेंट झोन में हॉर्न बजाना | 2,000 | 4,000 बाद के अपराध के लिए | - |
ट्रैफिक नियम तोड़ने पर जुर्माने में बढ़ोतरी क्यों?
हम सभी ने कभी न कभी सड़क पर एक ऐसे व्यक्ति का सामना किया है जो भीड़-भाड़ वाले ट्रैफिक के बीच एक कार को पूरे 180 डिग्री पर घुमाने की कोशिश करता है, जिससे लंबे समय तक जाम लग जाता है। फिर एक व्यक्ति जो किसी को छोड़ने और अलविदा कहने के लिए सड़क के बीच में अपनी कार रोकता है और वह भी जो आपको तेज गति से दाईं ओर से ओवरटेक करेते हैं, यह जानते हुए कि ऐसा करना सुरक्षित नहीं है और इतना ही नहीं, कई ऐसे भी हैं जो कभी सीट बेल्ट नहीं लगाते। ट्रैफिक नियम इन सब लोगों के लिए हैं और इन नियमों को तोड़ने में यही लोग सबसे बेहतर हैं।
जुर्माने में बढ़ोतरी ऐसे लोगों के लिए है, ताकि वे सड़क पर हर समय सचेत रहें और उन्हें पता रहे कि अगर वे अब नियम तोड़ेंगे तो यह उनकी जेब पर भारी पड़ेगा।
जिम्मेदारी से ड्राइव करें और अपने पैसे बचाएं 😊
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए जोड़ी गई है और इंटरनेट पर विभिन्न स्रोतों से इकट्ठा की गई है। डिजिट इंश्योरेंस यहां किसी भी चीज का प्रचार या सिफारिश नहीं कर रहा है। कृपया कोई भी निर्णय लेने से पहले इस जानकारी की पुष्टि कर लें।