यदि आप अपने वित्तीय निवेश की रक्षा करना चाहते हैं तो आपको अपनी प्रिय कार या बाइक के लिए IDV वैल्यू को बढ़ानी चाहिए। यदि आप अभी भी आश्वस्त नहीं हैं, तो यहां निचे तीन ऐसे मामले हैं जिनमें एक पर्याप्त इंश्योर्ड वैल्यू का होना आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है:
1. दुर्घटना में वाहन को भारी नुकसान होने पर वित्तीय सहायता
देखा जाए तो छोटी -मोटी दुर्घटना से आपके वाहन को कोई गंभीर नुकसान नहीं पहुँचती, लेकिन एक भयंकर सड़क दुर्घटना आपके प्रिय वाहन को पूरी तरह से नष्ट कर सकती है फिर चाहे वो कार हो या बाइक।
इस भारी नुकसान को आप किसी मामूली से गैरेज में ठीक नही करवा सकते, क्यूंकि ऐसे मामलो में हुए नुकसान एक आम मैकेनिक द्वारा नहीं किये जा सकते हैं। अक्सर ऐसे नुकसान परमानेंट होते हैं और अधिकतर मामलों में आपको अपने वाहन से हाथ भी धोना पड़ सकता है।
यदि आपकी इंश्योरेन्स पॉलिसी में IDV वैल्यू ज्यादा हैं, तो जाहिर सी बात है ये आपके लिए ‘डूबते को तिनके का सहारा’ वाली बात हों जाएगी। सरल शब्दों में कहें अगर तो IDV द्वारा प्राप्त होने वाली राशि को आप अपने नुकसान की भरपाई में लगा सकते हैं।
कहने का तात्पर्य यह है की IDV वैल्यू का पर्याप्त कंपनसेशन आप अपनी इंश्योरेंस कंपनी से ले सकते हैं - फिर चाहे आप अपने पुराने वाहन की मरम्मत करवाए या फिर एक ब्रांड न्यू कार/बाइक खरीदे।
अब जिन ग्राहकों ने अपनी IDV वैल्यू घाटा कर रखी थी, उनको कार ठीक करवाने के लिए वित्तीय जोखिम उठाना पड़ सकता है, या बैंक से नई गाड़ी के लिए ऑटो लोन भी लेना पड़ सकता है।
2. वाहन चोरी के मामले में वित्तीय मुआवजा
एक्सपर्ट ड्राइवर भी अक्सर अपनी पॉलिसी के IDV को कम करने की गलती करते हैं, क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है की वो कभी किसी भयानक दुर्घटना में नहीं पड़ेंगे, जिनसे आपको किसी के भरी नुकसान का सामना नहीं करना पड़ेगा।
लेकिन, कई बार लोग भूल जाते हैं की उनकी कार किसी भयानक दुर्घटना में भी फस सकती है, और सबसे नुकसानदायक बात तो ये है की अगर आपकी कार एक हाई -एंड मॉडल वाली है, तो ऐसे में उसके चोरी होने की संभावना भी काफी बढ़ जाती है, और यदि आपके पास एक ओपन पार्किंग स्पेस है, तो ऐसे में चोरी की संभावना और अधिक बढ़ सकती है।
एक हाई IDV आपको आपकी कार या बाइक के चोरी हो जाने की स्थिति में भी आपकी सहायता करेगी। इंश्योरेंस कंपनी द्वारा प्राप्त हुए क्लेम की राशि को आप एक नयी कार या बाइक लेने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
3. मानसिक शांति
वित्तीय सहायता के साथ साथ बढ़ी हुई IDV आपको मानसिक तौर पर भी सभी चिंताओं से भी दूर रखेगी। कहने का मतलब है की चाहे आपकी कार/बाइक कितनी भी भयंकर एक्सीडेंट में पूरी तरह नष्ट ही क्यों न हो गई हो या फिर किसी ने चोरी ही कर ली हो, या जितना भी बड़ा नुकसान हुआ हो, एक्सटेंसिव क्लेम की राशि आपके हर वित्तीय नुकसान को कम करने का काम करती है।
इसलिए, ऐसे पॉलिसी होल्डर्स किसी भी नुकसान से हमेशा निश्चिंत रहते हैं, क्यूंकि उन्हें पता होता है की भले ही कितना ही नुकसान क्यों न हुआ हो इंश्योरेंस कंपनी द्वारा उनके नुकसान की पूरी भरपाई कर दी जाएगी।
यहां समझने वाली बात यह है अपने IDV के वैल्यू को मार्केट वैल्यू के आस पास या उससे ज्यादा रखना ही आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है। यदि आप इसे मार्केट वैल्यू नीचे रखते हैं तो ऐसा भी हो सकता है की कंपनी द्वारा जो राशि आपको कंपनसेशन के रूप में मिलेगी वो एक नयी कार या बाइक लेने के लिए पर्याप्त ना हो।
केवल पॉलिसी प्रीमियम के आधार पर IDV तय करने के बजाय व्यक्ति को अपनी वित्तीय सुरक्षा पर भी निश्चित रूप से ध्यान देना चाहिए, ताकि आगे चलकर उसे किसी प्रकार की हानि अथवा नुकसान का सामना न करना पड़े।
थोड़ा सा अधिक प्रीमियम आने वाले भविष्य में आपकी कार और आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है, और आप अपनी मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी का लंबे समय तक पूरा फायदा उठा सकते हैं।