ऑनलाइन होंडा बाइक इंश्योरेंस खरीदें या रिन्यू करें
होंडा बाइक इंश्योरेंस में क्या-क्या कवर होता है?
क्या कवर नहीं किया जाता?
आपके लिए यह जानना भी बेहद जरूरी है कि आपकी टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी में क्या कवर नहीं किया जाता है, ताकि क्लेम के दौरान आपको कोई परेशानी न हो। यहां कुछ परिस्थितियां बताई गई हैं जिन्हें कवर नहीं किया जाता:
आपको डिजिट का होंडा बाइक इंश्योरेंस क्यों खरीदना चाहिए?
आपकी जरूरतों को पूरा करने वाला होंडा बाइक इंश्योरेंस प्लान
थर्ड-पार्टी
कॉम्प्रिहेंसिव
दुर्घटना के कारण खुद के वाहन को होने वाले नुकसान |
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आग लगने के कारण खुद के वाहन को होने वाले नुकसान |
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प्राकृतिक आपदाओं के कारण खुद के वाहन को होने वाले नुकसान |
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थर्ड-पार्टी के वाहन को होने वाले नुकसान |
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थर्ड-पार्टी की संपत्ति को होने वाले नुकसान |
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व्यक्तिगत दुर्घटना कवर |
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थर्ड-पार्टी के व्यक्ति को चोट लगना या उसकी मौत हो जाना। |
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आपकी बाइक या स्कूटर चोरी हो जाना |
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अपनी आईडीवी (IDV) कस्टमाइज करें |
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कस्टमाइज किए गए ऐड-ऑन के साथ अतिरिक्त सुरक्षा |
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क्लेम कैसे दर्ज करें?
आपने टू व्हीलर के लिए इंश्योरेंस प्लान खरीदने या रिन्यू करने के बाद आप निश्चिंत हो सकते हैं, क्योंकि, हमारे यहां तीन चरणों में होने वाली क्लेम प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल है।
चरण 1
हमें 1800-258-5956 पर कॉल करें। आपको कोई फॉर्म नहीं भरना पड़ेगा।
चरण 2
आपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर सेल्फ-इंस्पेकशन का लिंक पाएं। बताए गए तरीके से अपने मोबाइल फोन से वाहन को हुए नुकसान की तस्वीरें लें।
चरण 3
मरम्मत के लिए हमारे नेटवर्क गैरेज में कैशलेस मरम्मत या प्रतिपूर्ति (रिइंबर्समेंट) में से अपने पसंद का कोई तरीका चुनें।
डिजिट के इंश्योरेंस क्लेम कितनी जल्दी निपटाए जाते हैं?
इंश्योरेंस कंपनी चुनते समय आपके मन में ये सवाल सबसे पहले आना चाहिए। अच्छा है आप ऐसा कर रहे हैं।
डिजिट का क्लेम रिपोर्ट कार्ड पढ़ेंहोंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (HMSI) का इतिहास
एचएमएसआई होंडा मोटर कंपनी लिमिटेड, जापान की सहायक कंपनी है। भारत में सन 1999 में कंपनी ने एक दुकान शुरू की थी, जिसकी मुख्य उत्पादन इकाई (प्रोडक्शन आउटलेट) हरियाणा के गुड़गांव जिले के मानेसर में थी। जापानी परंपरा निभाते हुए अपने प्रदर्शन और माइलेज में खुद को बेहतरीन साबित करने के बाद, होंडा ने जल्द ही राजस्थान के अलवर जिले के टपूकड़ा में दूसरी उत्पादन इकाई शुरू की।
भारतीय बाजार में होंडा, हीरो मोटर कॉर्पोरेशन के सहयोग से उतरा था। सन 2014 में होंडा ने भारत में खुद को स्वतंत्र तौर पर स्थापित कर लिया। आज के समय ये देश की सबसे बड़ी टू व्हीलर निर्माता कंपनी के तौर पर जानी जाती है।
होंडा के कुछ मॉडल नीचे दिए गए हैं:
- होंडा एक्टिवा आई
- होंडा एक्टिवा 5जी
- होंडा एक्स-ब्लेड
- होंडा हॉर्नेट 160आर
- होंडा सीबीआर 250आर
होंडा ने हाल ही में कुछ बहुत ही बेहतरीन मॉडल भी बाजार में उतारे हैं:
- होंडा सीबीआर 300आर
- होंडा सीबीआर 650आर
- होंडा सीबी 1000आर
- होंडा सीबीआर 1000आरआर
- होंडा गोल्ड विंग
सूची में शामिल आखिरी नाम- होंडा गोल्ड विंग एक क्रूजर बाइक है। इस तरह की बाइक में बैक गियर और वैकल्पिक एयर बैग मौजूद होता है।
कौन सी बातें होंडा को इतना लोकप्रिय बनाती है?
ऐसी कई बाते हैं जिनकी वजह से होंडा टू व्हीलर, हर किस्म के ग्राहकों के बीच इतनी लोकप्रिय है। इसके अलावा, होंडा की उपलब्धियां भी कंपनी की हर साल तैयार की जाने वाली बेहतरीन टू व्हीलर के लिए एक किस्म का वक्तव्य हैं।
आईए इनमें से कुछ बातें यहां जानते हैं:
- अपनी तरह के सबसे बड़े प्लांट, गुजरात के विट्ठलपुर प्रोडक्शन प्लांट में केवल स्कूटर बनाए जाते हैं।
- होंडा की तकनीक सबसे बेहतरीन है, जो दुनिया भर के कुछ गिने चुने टू व्हीलर निर्माताओं से मेल खाती है। यामाहा और डुकाटी के बाद, सारे विभागों में मोटोजीपी के तीसरे सबसे सफल निर्माता होने का दावा करते हैं।
- सन 2004 तक होंडा ने ईंधन सेल से चलाने वाली मोटरबाइक के लिए प्रोटोटाइप तैयार कर लिया था।
- होंडा की बाजार में लाई गई बाइक में से, 249 सीसी सिंगल सिलेंडर इंजन वाली सीबीआर 250आर सबसे छोटी रेसिंग मोटर बाइक है।
किसी कंपनी को लोकप्रिय लगातार कोशिशों से बनाया जा सकता है, लेकिन कंपनी आगे बढ़ती है लगातार सफलता पाते रहने से। होंडा न केवल टू व्हीलर बनाने की वजह से, बल्कि उसके दूसरे उपक्रमों में भी कंपनी के बेहतरीन प्रदर्शन के कारण दुनिया की सबसे जानी मानी निर्माता कंपनी है।
हालांकि, होंडा टू व्हीलर के निर्माण जगत की सारी सीमाओं को पार करती जा रही है, फिर भी कंपनी के तैयार किए गए मॉडल को किसी भी दूसरे टू व्हीलर की तरह सड़क दुर्घटना का खतरा बना रहता है। ऐसी स्थिति में नुकसान की भरपाई आप पर आर्थिक रूप से भारी पड़ सकती है। दुर्घटना के कारण आपको खुद के वाहन के अलावा किसी दूसरे व्यक्ति के नुकसान की भरपाई भी करनी पड़ सकती है।
ऐसे समय में आने वाले आर्थिक बोझ को कम करने के लिए आपको होंडा टू व्हीलर पॉलिसी जरूर लेनी चाहिए।
आपको होंडा टू व्हीलरों की इंश्योरेंस पॉलिसी क्यों खरीदनी चाहिए?
टू व्हीलरों की इंश्योरेंस पॉलिसी को कुछ वाजिब वजहों से एक जरूरत माना जा सकता है। आपको होंडा टू व्हीलरों की इंश्योरेंस पॉलिसी क्यों लेनी चाहिए, इसके कुछ कारण नीचे बताए गए हैं:
- ये कानूनी तौर पर अनिवार्य है: मोटर व्हीकल एक्ट,1988 के तहत हर मोटरबाइक की थर्ड-पार्टी लायबिलिटी टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी लेना अनिवार्य है। अगर आपने अपने होंडा टू व्हीलर ले लिए कम से कम थर्ड-पार्टी लायबिलिटी पॉलिसी लिया है, तो आप पर भारी जुर्माना लग सकता है। संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट 2019 के तहत टू व्हीलर वाहनों की इंश्योरेंस पॉलिसी न होने पर आपको 2000 रुपए का जुर्माना भरना होगा, इस गलती को दोहराने पर जुर्माने की कीमत 4000 रुपए है।
- थर्ड-पार्टी को हुए नुकसान के क्लेम की प्रतिपूर्ति (रिइंबर्समेंट)- थर्ड-पार्टी लायबिलिटी को थर्ड-पार्टी और कॉम्प्रिहेंसिव, दोनों ही होंडा टू व्हीलर पॉलिसी मे कवर किया जाता है। इंश्योरेंस पॉलिसी में मिलने वाले फायदों के तहत आपनी होंडा को हुए नुकसान के साथ ही, आपके टू व्हीलर के कारण थर्ड-पार्टी को हुए नुकसान भी कवर कर सकते हैं। दुर्घटना में तीसरे व्यक्ति को चोट लगने या उस व्यक्ति की मौत हो जाने पर भी आपको कवर मिलता है। साथ ही एक इंश्योरेंस कंपनी के बतौर डिजिट, ऐसी परिस्थिति में होने वाले किसी भी तरह के कानूनी केस को भी संभालेगी।
- व्यक्तिगत दुर्घटना ऐड-ऑन कवर- होंडा टू व्हीलर की इंश्योरेंस पॉलिसी (थर्ड-पार्टी या कॉम्प्रिहेंसिव) लेने और उसके साथ अनिवार्य व्यक्तिगत दुर्घटना ऐड-ऑन कवर लेने के बाद अगर दुर्घटना के कारण आप स्थायी रूप से विकलांग हो जाते हैं, तो आप आर्थिक मुआवजे की मांग कर सकते हैं। अगर दुर्घटना के कारण मौत हो जाती है, तो आपके परिजनों को कवरेज मिलेगा।
- आपके खुद के होंडा टू व्हीलर के नुकसान को कवर करता है- दुर्घटना से न केवल थर्ड-पार्टी बल्कि आपके खुद होंडा टू व्हीलर को भी नुकसान पहुंच सकता है। कॉम्प्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी लेकर आप खुद के वाहन को हुए नुकसान को भी कवर कर सकते हैं। इस पॉलिसी में आपको टू व्हीलर चोरी होने, आग लगने, प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप या मानव जनित आपदा (मैन मेड डिजास्टर) के कारण होने वाले नुकसान पर भी कवर मिलता है।
हालांकि, ऊपर बताए फायदे पाने के लिए आपको देश की किसी जानी मानी इंश्योरेंस कंपनी से पॉलिसी खरीदना जरूरी है। इस मामले में डिजिट एक बेहतरीन पसंद है।
जानें क्यों!
होंडा टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी में डिजिट क्या लाभ देता है?
देश में इंश्योरेंस करने वाली कई कंपनियां हैं। लेकिन डिजिट में आपको कई तरह के फायदे मिलेंगे। डिजिट के होंडा इंश्योरेंस पॉलिसी में मिलने वाले कुछ फायदे नीचे बताए गए हैं-
होंडा इंश्योरेंस पॉलिसी के कई विकल्प- डिजिट में आपको होंडा के टू व्हीलर की इंश्योरेंस पॉलिसी के कई विकल्प मिलेंगे। इनके बारे में यहां जानें-
- थर्ड-पार्टी टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी- इस पॉलिसी में आप थर्ड-पार्टी के व्यक्ति, संपत्ति या वाहन को होने वाले नुकसान के लिए कवर पा सकते हैं।
- कॉम्प्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी- इस पॉलिसी में आपको संपूर्ण सुरक्षा मिलती है। थर्ड-पार्टी के नुकसान के साथ ही कॉम्प्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी दुर्घटना या चोरी जैसे कारणों से आपके खुद के टू व्हीलर के नुकसान को भी कवर करता है।
इसके साथ ही, अगर आपने सितंबर 2018 के बाद अपना होंडा टू व्हीलर खरीदा है, तो आप ओन डैमेज बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी भी खरीद सकते हैं। इसमें आपको थर्ड-पार्टी फायदों के बिना कॉम्प्रिहेंसिव पॉलिसी का फायदा मिलता है।
- बड़ी संख्या में नेटवर्क गैरेज- देश भर में डिजिट के हज़ारों नेटवर्क गैरेज मौजूद हैं। अब ये क्या है? ये गैरेज आपकी इंश्योेरेंस कंपनी के अंतर्गत आते हैं जहां आप अपने टू व्हीलर की कैशलेस मरम्मत करवा सकते हैं। इसलिए आपकी होंडा बाइक के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी लेते समय डिजिट के बड़ी संख्या में मौजूद नेटवर्क गैरेज आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
- तेजी के साथ क्लेम निपटारे की ऊंची दर- आम तौर पर क्लेम निपटारे के लिए कंपनी का प्रतिनिधि नुकसान जांचने के लिए आता है और उसके बाद ही क्लेम को मंजूरी मिलती है। डिजिट ने इस प्रक्रिया को बहुत आसान बना दिया है। आप अपने स्मार्ट फोन की मदद से सेल्फ इंस्पेक्शन करके ऑनलाइन क्लेम का आवेदन कर सकते हैं। साथ ही डिजिट में क्लेम निपटारे की दर बहुत ऊंची है जिससे आपके क्लेम के खारिज होने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
- होंडा टू व्हीलर के इंश्योरेंस के लिए हाई इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू (आईडीवी)- इंश्योरेंस डिक्लेयर्ड वैल्यू वो राशि होती है, जो आपके होंडा टू व्हीलर के पूरी तरह खराब हो जाने या खो जाने की स्थिति में इंश्योरेंस कंपनी से आपको मिलती है। ये राशि, विक्रेता के बेचे गए दाम में से होंडा बाइक के डेप्रिसिएशन को घटाकर निकाली जाती है। डिजिट की इंश्योरेंस पॉलिसी में आपको ज्यादा फायदा मिल सकता है क्योंकि यहां आप अपनी आईडीवी (IDV) कस्टमाइज कर सकते हैं।
- पॉलिसी खरीदने और रिन्यू करने की आसान प्रक्रिया- डिजिट की होंडा बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदने और रिन्यू करने की डिजिट की प्रक्रिया बेहद आसान और बिना रुकावट वाली है। एक बार अपने लिए उपयुक्त पॉलिसी चुनने के बाद आप अपने लिए ऐड-ऑन ऑफर और प्रीमियम देख सकते हैं। आपनी पसंदीदा पॉलिसी तय करने के बाद, आप आवेदन फॉर्म भरना और और ऑनलाइन प्रीमियम जमा करना केवल चंद मिनटों में हो सकता है।
- कई तरह के ऐड-ऑन विकल्प- डिजिट कंपनी अपने ग्राहकों के लिए कई तरह के ऐड-ऑन कवर देती है। नीचे दिए गए इन ऐड-ऑन कवर को पॉलिसी में शामिल करके आप अपनी पॉलिसी को ज्यादा फायदेमंद बना सकते हैं:
- जीरो डेप्रिसिएशन कवर
- रिटर्न टू इनवॉइस कवर
- ब्रेकडाउन सहायता
- इंजन और गियर सुरक्षा कवर
- कंज्यूमेबल कवर
- हर समय उपलब्ध- डिजिट 24 X 7 सेवा देता है। इसलिए, आप जरूरत पड़ने पर किसी भी समय क्लेम कर सकते हैं। खास तौर पर दुर्घटना और चोट लगने पर से बड़ी मदद साबित हो सकता है। हमारी सेवाएं राष्ट्रीय अवकाश के दिनों भी जारी रहती हैं, जिससे आप सेवाओं का हर समय फायदा उठा सकते हैं।
- नो क्लेम बोनस (NCB) का फायदा- आपको बिना क्लेम वाले हर साल के लिए नो क्लेम बोनस का फायदा मिलता है। इसमें आपको हर साल के प्रीमियम भुगतान में छूट मिल जाती है। ये छूट 20% से 50% तक होती है। अगर आप किसी दूसरी इंश्योरेंस कंपनी को छोड़कर डिजिट की सेवाएं लेते हैं तो आपको पॉलिसी रिन्यू करते समय हर बार डिजिट इंश्योरेंस की ये लाभ मिल सकता है।
डिजिट से मिलने वाले ये फायदे बेहद आकर्षक हो सकते हैं। लेकिन, इसके प्रीमियम का भुगतान खास तौर पर कॉम्प्रिहेंसिव होंडा टू व्हीलर के इंश्योरेंस के प्रीमियम का भुगतान करना आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है और हम ये बात समझते हैं।
लेकिन चिंता न करें, हम आपको कुछ राज की बात बताने जा रहे हैं।
क्या आपका होंडा टू व्हीलर इंश्योरेंस का प्रीमियम कम किया जा सकता है? जानें कैसे
जी हां, कुछ ऐसे तरीके हैं जो आपकी टू व्हीलर के इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम को कम करने में मदद कर सकते हैं। चाहे ऑनलाइन होंडा बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम खरीदना हो या इसे रिन्यू कराना हो, आपको नीचे दिए कुछ उपाय जरूर जानने चाहिए, जिससे आपको पता चल सके कि कहीं आप जरूरत से ज्यादा प्रीमियम तो नहीं दे रहे:
- इंश्योरेंस सीधे इंश्योरेंस करने वाली कंपनी से ही खरीदें- इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के लिए किसी एजेंट या ब्रोकर की तलाश न करें। ज्यादातर इंश्योरेंस करने वाली कंपनियां आपको आसान ऑनलाइन प्रक्रिया से इंश्योरेंस खरीदने की सुविधा देती हैं। इससे आप इंश्योरेंस करने वाली कंपनी से सीधा इंश्योरेंस खरीद सकते हैं। साथ ही आप किसी भी बिचौलिए को अतिरिक्त भुगतान करने से बच भी सकते हैं।
- बेहद जरूरी ऐड-ऑन शामिल करें- पॉलिसी तय करते समय ये सुनिश्चित कर लें कि कौन से ऐड-ऑन आपकी जरूरतों को पूरा करते हैं। हर एक ऐड-ऑन के साथ प्रीमियम की कीमत बढ़ जाती है। इसलिए आपको गैर जरूरी ऐड-ऑन लेने से बचना चाहिए।
- नो क्लेम बोनस पाएं- पॉलिसी होल्डर को साल भर में कोई भी क्लेम न करने पर नो क्लेम बोनस मिलता है। इससे अगले साल के प्रीमियम में छूट मिल जाती है।
- वॉलेंट्री डिडक्टिबल्स लें- आप अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी में वॉलेंट्री डिडक्टिबल्स शामिल कर सकते हैं। इसमें आपके क्लेम लागू होने से पहले के खर्च आपको खुद उठाने होते हैं। अगर आप ये डिडक्टिबल्स लेते हैं तो आपकी प्रीमियम की कीमत कम हो जाती है।
अब पॉलिसी और प्रीमियम कम करने की पूरी जानकारी के बाद, आपको अपने लिए उपयुक्त होंडा टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी लेने में देर नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा कुछ और तथ्य भी नीचे बताए गए हैं जो आपके सवालों को हल कर सकेंगे।
भारत में ऑनलाइन होंडा बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले कुछ सवाल
होंडा बाइक मॉडल के लिए बाइक इन्शुरन्स