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चाहे बूंदाबांदी हो या तेज़ बारिश हो रही हो, बारिश में गाड़ी चलाना मुश्किल और असुरक्षित हो सकता है। बारिश में सड़क दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ जाती है। इसलिए हर ड्राइवर को बारिश में वाहन चलाते समय एहतियात बरतनी चाहिए। यह लेख बारिश में गाड़ी चलाने के महत्वपूर्ण टिप्स पर रोशनी डालता है।
यहां बारिश में ड्राइव करते समय सुरक्षा के टॉप नुस्खों की सूची दी गई है -
खराब मौसम में ड्राइविंग से बचें: अगर आप बारिश में ड्राइविंग नहीं कर पाते हैं और ट्रिप को पोस्टपोन किया जा सकता है, तो मौसम के बेहतर होने तक इंतजार करें। बेवजह खुद को खतरे में डालने का कोई मतलब नहीं है। अगर आप रास्ते में हैं और बारिश शुरू हो जाती है, तो रुकें और विजिबिलिटी बढ़ने तक थोड़ी देर इंतजार करें। हालांकि, सुनिश्चित करें कि किसी खंभे या पेड़ के पास न रुकें क्योंकि इनसे बिजली से होने वाले नुकसान की संभावना ज्यादा होती है।
कार के सभी उपकरणों की पहले ही जांच कर लें: बारिश में बाहर निकलने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपकी कार के सभी प्रकार के उपकरण अच्छी स्थिति में हैं। चेक कर लें कि विंडशील्ड वाइपर, हेडलाइट्स और टेल लाइट्स अच्छे से काम कर रहे हैं या नहीं। इसके अलावा, सुनिश्चित करें कि कार टायर के ट्रेड बहुत ज्यादा घिसे तो नहीं हैं।
धीमी रफ़्तार में ड्राइव करें: गीली सड़क बहुत खतरनाक होती है। गीली सड़क पर चलते समय कार का रिएक्शन टाइम काफी स्लो होता है। भारत में सड़क दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण ओवर स्पीडिंग है और बारिश के दौरान यह खतरा और भी बढ़ जाता है। इसलिए, जब बाहर बारिश हो रही हो, तब धीरे-धीरे ड्राइव करें।
लाइट ऑन करें: बारिश या धुंध होने पर कार की हेडलाइट और टेल लाइट चालू करना बहुत जरूरी है। यह रोशनी न केवल बारिश के दौरान ड्राइवर की देखने की क्षमता बढ़ाती हैं बल्कि आपकी कार सड़क पर अन्य ड्राइवरों को भी दिखाई देती हैं।
विंडशील्ड वाइपर का प्रयोग करें: वाहन के विंडशील्ड वाइपर भारी बारिश या हल्की धुंध के दौरान कांच को ह्यूमिडिटी जमा होने से रोकते हैं। हालांकि, ड्राइवर बारिश की तेजी के अनुसार इन वाइपर की स्पीड को एडजेस्ट कर सकते हैं।
अन्य वाहनों के बीच सुरक्षित दूरी रखें: बारिश होने पर सड़क पर अन्य कारों के बीच उचित दूरी बनाए रखना बहुत ज़रूरी होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि गीली सड़कों पर कार को रोकना ज्यादा मुश्किल होता है। यह बारिश में ड्राइविंग के समय सुरक्षित रहने का अच्छा नुस्खा है।
भरे पानी में गाड़ी चलाने से बचें: अपनी कार को पडल या भरे हुए पानी में चलाने से हाइड्रोप्लेनिंग हो सकती है। हाइड्रोप्लानिंग के कारण, टायर सड़क की सतह के साथ ट्रेक्शन छोड़ देते हैं और स्किड हो जाते हैं। इस समस्या से बचने के लिए, इन क्षेत्रों के आसपास सावधानी से चलें।
मोड़ के आसपास सावधानी से ड्राइव करें: फिसलन वाली सड़कों पर यह मोड़ कार की सेंटर ऑफ़ ग्रेविटी को टेस्ट करते है। अगर आप अपनी कार को इन मोड़ों के आसपास तेजी से चलाते हैं, तो आपकी कार का कंट्रोल खोने और फिसलने की संभावना ज़्यादा हो जाती है। इसलिए, अपनी सड़क सेफ्टी को बनाए रखने के लिए धीरे-धीरे गाड़ी चलाना बहुत महत्वपूर्ण है।
अपनी कार को वेंटिलेट करें: बारिश होने पर आपकी कार में ह्यूमिडिटी लेवल बढ़ जाता है। बारिश में गाड़ी चलाते समय कार के शीशे और कांच धुंधले हो जाते हैं। इससे ड्राइवर की विजिबिलिटी कम हो जाती है। विंडशील्ड और खिड़कियों के अंदरूनी हिस्से पर कोहरे को कम करने के लिए वाहन के वेंटिलेशन सिस्टम का इस्तेमाल करें।
तो ये रहे बारिश में गाड़ी चलाते समय सुरक्षित रहने के टिप्स। अगर कोई ऊपर दी गई सेफ्टी सावधानियों का सतर्कता के साथ पालन करता है तो इससे बारिश में कार चलाते समय सुरक्षा सुनिश्चित करना आसान हो जाता है। बारिश में वाहन चलाते समय सेफ्टी बनाए रखने के लिए स्पीड कम करना और हेडलाइट्स और टेललाइट्स चालू करना सबसे सरल और कुशल तरीका है।
यहां छह चीजें हैं जो प्रत्येक कार मालिक को अपनी कार चालू करने से पहले देखनी चाहिए -
अपनी कार के बाहरी हिस्से को चेक करें: ड्राइविंग शुरू करने से पहले, कार के बाहरी हिस्से को देख लें। देखें कि क्या कोई खरोंच और डेंट हैं। इसके अलावा, सुनिश्चित करें कि वाहन की लाइट्स और खिड़कियां साफ हैं। देख लें कि क्या कार के टायरों में पर्याप्त हवा का प्रेशर है ताकि सड़क पर किसी भी तरह की दिक्कत से बचा जा सके।
कार सीटबेल्ट बांधें: इंजन शुरू करने से पहले अपनी सीटबेल्ट बांधना सुनिश्चित करें। यह सभी जानते है कि सीटबेल्ट हर रोज जान बचाती हैं। ज़्यादातर आधुनिक कारें सीटबेल्ट अलर्ट के साथ आती हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर एक ड्राइवर कार स्टार्ट करने से पहले सीट बेल्ट लगा ले। साथ ही, अगर आप सीट बेल्ट नहीं लगाते हैं, तो आपको कानून तोड़ने के लिए दंडित किया जाएगा।
शीशों की जांच करें: अगर सही तरीके से इस्तेमाल किया जाएं, तो चौपहिया वाहनों के शीशे सुरक्षा के लिहाज से अच्छे उपकरण हो सकते हैं। शीशा आपको अपने पीछे या आजु-बाजु हो रही थोड़ी सी भी हलचल को देखने में मदद करता है। फिर भी, बेहतर रिजल्ट सुनिश्चित करने के लिए इन शीशों को अपने सिर की स्थिति और ऊंचाई के अनुसार एडजस्ट करें।
कार ब्रेक्स चेक करें: सुनिश्चित करें कि आपकी कार के ब्रेक्स में पूरी स्टॉपिंग पावर है। अगर आपको लगता है कि वह काम नहीं कर रहे हैं या पूरी तरह ठीक नहीं हैं, तो तुरंत पास के गैरेज में जाएं या ब्रेक फ्लुइड को टॉप-अप करें। इस इश्यू की अनदेखी जान जोखिम में डालने वाली परिस्थितियों में बदल सकती है।
कार के गियर देख लें: देखें कि सभी गियर ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं। अगर गियर जाम हो रहे हैं या अटक रहे हैं, तो कार की सर्विसिंग कराएं। इसके अलावा, चेक करने के बाद, अगर आपको कोई समस्या नहीं मिलती है, तो अपनी कार स्टार्ट करने से पहले गियर को वापस न्यूट्रल पर डालना न भूलें।
अलर्ट लाइट को देख लें: अगर आप पाते हैं कि डैशबोर्ड पर कोई अलर्ट लाइट आ रही है, तो ड्राइविंग शुरू करने से पहले समस्या को हल करना न भूलें। इंजन का तेल पुराना होने या बदलने की जरूरत होने पर चेक इंजन लाइट जलने लग जाती है।
अब जब आप बारिश में गाड़ी चलाने के टिप्स जान गए हैं, तो सड़क पर अपनी और दूसरों की सेफ्टी के लिए उनका पूरी लगन से पालन करें।