विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कतर का सहयोग बिना किसी रुकावट के बढ़ रहा है। इसका क्रेडिट दोनों देशों की सरकार के हाई लेवल के भागीदारी को जाता है, और कतर के प्रोग्रेस के लिए भारत के योगदान को जाता है।
जो भारतीय कतर में काम करने के लिए और सेटल होने के लिए इच्छुक हैं, उन्हें सबसे पहले वर्क वीजा को प्राप्त करना होगा। इस लेख मे भारतीयों के लिए कतर वर्क वीजा को प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया गया है। और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आगे पढ़े!
कतर वर्क वीजा या वर्क परमिट एक कानूनी दस्तावेज है जो भारतीयों जैसे विदेशी नागरिकों को इस विदेशी देश में नौकरी करने की अनुमति देता है।
कतर वर्क वीज़ा प्राप्त करने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया नीचे दिए गए हैं।
इस देश की यात्रा के पीछे आवेदकों का एक अच्छा और वैध इरादा होना चाहिए।
आवेदकों के पास किसी एंप्लोयर के साथ कम से कम 2 वर्ष का अनुभव होना चाहिए।
उनके पास कतर स्टे के दौरान अपने और अपने साथ लाए गए निर्भर व्यक्तियों सहित सभी खर्चों का भार संभालने के लिए पर्याप्त धन होना चाहिए।
आवेदकों को यहाँ रहने के बाद अपने देश लौटने के लिए कोई वैध कारण बताना होगा।
उनके पास क्रिमिनल गतिविधियों का कोई रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए। इसके लिए उन्हें PCC या पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट प्रदान करने की आवश्यकता हो सकती है।
उनका स्वास्थ अच्छा होना चाहिए और अधिकारियों द्वारा बताए गए बुनियादी स्वास्थ्य पैरामीटर को पूरा करना चाहिए।
कतर में, एंप्लोयर जिम्मेदार होते है वर्क वीजा के लिए। पूरी प्रक्रिया निम्नलिखित तरीके से काम करती है:
चरण 1: एक कंपनी/एंप्लोयर को इंटीरियर मिनिस्ट्री के इम्मिग्रेशन विभाग में दर्ज कराना होगा। आवेदक इसे पूरा करने से पहले प्रक्रिया शुरू नहीं कर सकते।
चरण 2: एंप्लोयर को कई दस्तावेज़ प्रदान करने होंगे, जैसे एम्प्लॉयी के व्यापार लाइसेंस की एक कॉपी। एक बार जब एम्प्लॉयी कतर पहुंच जाएंगे, तो उनके पास एक इम्मीग्रेशन कार्ड और एक रिप्रेजेंटेटिव कार्ड होगा।
चरण 3: इस स्टेज पर, एंप्लोयर्स को उन सभी इम्मीग्रेंट के वर्क परमिट के ब्लॉक के लिए आवेदन करना होगा जिन्हें वे काम में लाना चाहते हैं। एंप्लोयर्स को अरबी में आवेदन को पूरा करना होगा और उनके द्वारा नियुक्त किये गये विदेशी कर्मचारियों की टोटल संख्या, उनकी जॉब की स्थिति और उनकी राष्ट्रीयताओं का खुलासा करना होगा। तब ही उन्हें मिनिस्ट्री ऑफ़ लेबर से मंजूरी मिलेगी।
चरण 4: एक बार जब एंप्लोयर्स को वर्क परमिट के लिए मंजूरी मिल जाती है, तो वे प्रत्येक विदेशी एम्प्लॉयी के एंप्लॉयमेंट वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं और प्रत्येक एम्प्लॉयी के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा कर सकते हैं।
चरण 5: अब, एम्प्लॉयी अपना वर्क वीजा प्राप्त करने के बाद कतर की यात्रा कर सकते हैं।
ध्यान दें: एम्प्लॉयी के आने के 7 दिनों के भीतर, एंप्लोयर्स को आवश्यक दस्तावेज जमा करने के साथ-साथ उनके रेजिडेंस परमिट के लिए एक आवेदन दर्ज करना होगा (बाद में चर्चा की जाएगी)।
चरण 6: एम्प्लॉयी को रेजिडेंस परमिट मिलने के बाद, वे कतर में आपकी कंपनी के लिए काम करना शुरू कर सकते हैं।
कृपया याद रखें कि एम्प्लॉयी वर्क परमिट के साथ ही उस विशेष कंपनी मे काम कर सकते हैं। एंप्लोयर्स केस-बाय-केस के आधार पर वर्क परमिट को रिन्यू कर सकते हैं
जो विदेशी नागरिक कतर में काम करने के लिए इच्छुक हैं, उन्हें वहां एंप्लॉयमेंट शुरू करने से पहले वर्क परमिट के साथ-साथ रेजिडेंस परमिट को भी प्राप्त करना होगा।
वर्क परमिट के लिए आवेदन करने के लिए लगने वाले आवश्यक दस्तावेजों की सूची कुछ इस प्रकार है।
टेम्पररी वर्क परमिट से लेकर वर्क रेजिडेंस परमिट तक की प्रक्रिया में 4 सप्ताह तक का समय लगता है।
कतर वर्क वीज़ा भरने की कॉस्ट जानने के लिए नीचे दिये गए टेबल को देखें,
प्रवेश का प्रकार |
रहने की अवधि |
अनुमानित कॉस्ट |
सिंगल एंट्री नॉर्मल |
90 दिन |
QAR 796 |
सिंगल एंट्री नॉर्मल |
30 दिन |
QAR 322 |
कतर के सभी वर्क वीजा 90 दिन, 30 दिन की स्टै ड्यूरेशन के साथ सिंगल एंट्री नॉर्मल हैं, और 30 दिनों की वैलिडिटी 90 दिनों की है।
कतर का वर्क वीज़ा निम्नलिखित कारणों से रिजेक्ट किया जा सकता है,
यदि आवेदक ट्रैवल का उद्देश्य बताने में विफल रहते हैं
एम्प्लॉयमेंट कॉन्ट्रैक्ट का नहीं होना
स्वदेश लौटने का कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं होना।
एम्प्लॉयमेंट की स्थिति का स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया होना
पर्याप्त फाइनेंशियल रिकॉर्ड न होना
ऊपर दिए गए डेटा भारतीयों के लिए कतर वर्क वीजा के संबंध में सभी प्रश्नों का स्पष्ट रूप से उत्तर देते हैं। कृपया ऊपर दिए गए सारी जानकारियों पर नजर डालें और आसानी से वर्क परमिट प्राप्त करें।