सीमा पार यात्रा और ग्लोबलाइजेशन की बढ़ती होड़ के साथ ही, कुछ अच्छे अवसरों को प्राप्त करने के लिए विदेश जाने वाले व्यक्तियों के लिए उस देश के वीज़ा को प्राप्त करना अनिवार्य हो गया है। विभिन्न प्रकार के विज़ाओं के साथ ही भारत सरकार विदेशी नागरिकों के लिए डिप्लोमेटिक वीज़ा को भी ऑफर करती है। भारत में इस वीजा को इशू करने की कॉन्सेप्ट 2015 में भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया था।
क्या अब आप डिप्लोमेटिक वीज़ा के बारे में अधिक जानने के लिए उत्सुक हैं? यदि हाँ, तो हमारे इस लेख को अंत तक पूरा पढ़ें, क्यूंकि इस लेख को हमने डिप्लोमेटिक वीज़ा से सम्बंधित एक विस्तृत गाइड के रूप में लिखा है।
अब शायद आप यह जानने के लिए उत्सुक होंगे कि डिप्लोमैटिक वीजा का क्या मतलब होता है। आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें की डिप्लोमैटिक वीजा केवल उन्हीं विदेशी नागरिकों को दिया जा सकता है जिनके पास पहले से ही उनके देश का डिप्लोमैटिक पासपोर्ट हो। इसके साथ ही भारत में यह वीज़ा केवल उन्ही लोगों को ऑफर किया जाता हैं जिन्हे सरकार की डिप्लोमेटिक गतिविधियों को पूरा करने के लिए विदेश जाने की आवश्यकता पड़ती है।
सरकार की डिप्लोमैटिक गतिविधियों को सही तरीके से संभालने के लिए हर देश में उससे संबंधित कुछ लोग होते हैं। इसके साथ ही, वे व्यक्ति जिस देश में रह रहे होते हैं उस देश के साथ डिप्लोमेटिक संबंध बनाए रखने के लिए भी वही जिम्मेदार होते हैं।
इसलिए केवल ऐसे लोग ही इस पासपोर्ट को प्राप्त करने के लिए एलिजिबल होते हैं। हालांकि, यदि सरकार द्वारा विदेश में किये जाने वाले किसी विशेष मिशन के लिए किसी व्यक्ति को टेम्पररी रूप से नियुक्त किया जाता है, तो ऐसे में वह व्यक्ति भी इस पासपोर्ट को प्राप्त करने के लिए एलिजिबल बन जाता है।
जैसा की आपने अभी तक खुद ही अनुमान लगा ही लिया होगा, की ऐसे ही किसी भी व्यक्ति के लिए डिप्लोमैटिक वीजा को इशू नहीं किया जा सकता है । यह एक बेहद काम्प्लेक्स वीज़ा होता है, और इसे एक रेगुलर पासपोर्ट होल्डर द्वारा किसी भी विदेशी देश में जाने के लिए प्राप्त नहीं किया जा सकता। इस वीज़ा को प्राप्त करने के लिए आपको निम्नलिखित एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करने की आवश्यकता पड़ेगी।
यदि आवेदक किसी बाहर के देश का है तो उसके पास अपने देश के डिप्लोमेटिक/ऑफिसियल पासपोर्ट का होना अनिवार्य है।
ऐसे विदेशी नागरिक जिनके पास डिप्लोमेटिक/ऑफिसियल पासपोर्ट हैं और साथ ही यदि वे वर्तमान समय में भारत में ही रह रहे हैं, तो वे व्यक्ति भी इस वीज़ा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
अब जैसा की आप समझ ही चुके हैं की डिप्लोमेटिक वीज़ा क्या होता हैं, तो चलिए अब हम इस वीज़ा के लिए आवेदन करने की विस्तृत प्रक्रिया को आपको सरल भसगा में समझाने की कोशिश करते हैं। आवेदन करने की प्रक्रिया से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी को हमने निचे चरण् के रूप में उल्लेखित किया है।
चरण 1: आपको सबसे पहले इंडियन वीज़ा ऑनलाइन की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाने की आवश्यकता पड़ेगी और उसके बाद आपको 'रेगुलर/पेपर वीज़ा एप्लिकेशन' के आइकन पर क्लिक करना होगा।
चरण 2: नए पेज के खुलने पर आपको 'रेगुलर/पेपर वीजा एप्लिकेशन' पर क्लिक करने के साथ ही आपको अपने ऑनलाइन आवेदन फॉर्म को भरने की प्रक्रिया को भी शुरू करने की आवश्यकता पड़ेगी।
चरण 3: इसके बाद आपको अपने विवरण को दर्ज करने की आवश्यकता पड़ेगी, और वीज़ा के प्रकार वाले विकल्प में से आपको 'डिप्लोमैटिक वीज़ा' का चयन करना होगा।
चरण 4: आवश्यक दस्तावेज़ों को अपलोड करने के बाद अंत में सबमिट के बटन पर क्लिक करें और फ्यूचर रेफेरेंस के लिए अपनी आवेदन की ID को किसी सुरक्षित स्थान पर नोट करके रख लें।
हमे इस बात की उम्मीद है की आप अब तक इस बात को तो समझ ही चुके होंगे की एक डिप्लोमैटिक वीज़ा क्या होता है, तो चलिए अब इसके साथ ही हम इसके आवेदन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए लगने वाले आवश्यक दस्तावेज़ों के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करते हैं। इस प्रक्रिया में लगने वाले आवश्यक दस्तावेज़ों की सूचि कुछ इस प्रकार हैं।
आपके पास ऐसा पासपोर्ट होना चाहिए जो कम से कम अगले छह महीनों तक के लिए वैलिड हो
आपके हाल ही के अपने दो पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ की भी आवश्यकता पड़ेगी
आवेदन फॉर्म की एक प्रिंटेड कॉपी का होना अनिवार्य होगा
भारत से प्राप्त किया गया एक इनविटेशन लेटर
एड्रेस का प्रूफ
CPV से सूचना रिसीप्ट प्राप्त करने के बाद आप अपने डिप्लोमेटिक/ऑफिसियल पासपोर्ट को प्राप्त कर सकते हैं
भारतीय डिप्लोमेटिक वीज़ा के लिए लगने वाला प्रोसेसिंग टाइम एक रेगुलर वीज़ा की तुलना में लगने वाले प्रोसेसिंग टाइम से काफी कम होता है। आवेदन के अप्रूवल से पहले उसके प्रोसेसिंग और वेरिफिकेशन प्रक्रिया को सही ढंग से पूरा करने में सरकार को करीब 4 से 5 दिनों तक का समय लग जाता है।
इसके अलावा, आपको यह जानकार भी आश्चर्य होगा की भारत सरकार द्वारा डिप्लोमेटिक वीजा के लिए किसी भी प्रकार का प्रोसेसिंग या सर्विस फीस नहीं लिया जाता है। इसलिए, कोई भी डिप्लोमेटिक व्यक्ति इस वीज़ा को बिना किसी प्रकार के फीस का भुगतान किये प्राप्त कर सकता है।
जैसा कि आपने इस लेख द्वारा इस बात को समझ ही लिया होगा की डिप्लोमैटिक वीज़ा केवल उन लोगों के लिए ही एप्लीकेबल होता है जिनके पास पहले से ही अपने देश या भारत का डिप्लोमेटिक पासपोर्ट होता है। इस वीजा को प्राप्त करने के लिए उस व्यक्ति के पास एक वैलिड डिप्लोमेटिक ड्यूटी के साथ ही भारत में सेवा करने का उद्देश्य भी स्पष्ट होना चाहिए।
जिन भी व्यक्तियों के पास इस प्रकार का पासपोर्ट होता है, वे डिप्लोमैटिक वीज़ा के लिए बिना किसी परेशानी के आवेदन कर सकते हैं और एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करने के बाद इसे प्राप्त भी कर सकते हैं।