जब आप अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को चुनने और खरीदने की प्रक्रिया से गुजरते हैं, खासतौर पार पहली बार में तो आप अपने पॉलिसी दस्तावेजों में दिखने वाली कानूनी भाषा और इंश्योरेंस से संबंधित शब्दों से परेशान हो सकते हैं।
लेकिन इस वजह से पॉलिसी को ना समझना गलत है क्योंकि जब आपके कवरेज को समझने और क्लेम करने की बात आती है तो यह महत्वपूर्ण हो जाता है। लेकिन, चिंता न करें, आप जो पढ़ रहे हैं उसे समझने में आपकी सहायता करने के लिए हम यहां हैं, और यदि आपको और सहायता की जरूरत है तो आप हमारे इंश्योरेंस शब्दकोश को भी देख सकते हैं जहां आप उपयोग की जाने वाली सभी शर्तों के बारे में अधिक जान सकते हैं।
यह देखने के लिए कि क्या आपके पालन करने के लिए कोई जरूरतें या शर्तें हैं, पॉलिसी शब्दों को देखें, उदाहरण के लिए, क्लेम करते समय आपको एक निश्चित कोपेमेंट राशि का भुगतान करना पड़ता है, या जेब से डिडक्टिबल जाती है। इसके अतिरिक्त, आपको कुछ पहले से मौजूद बीमारियों, या कुछ अन्य स्थितियों में कवरेज लेने के लिए कुछ वेटिंग पीरियड पूरी करनी पड़ सकती है।
यह जांचना याद रखें कि आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में कौन सी हेल्थ स्थितियां या इलाज शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद में संबंधित खर्चे, दैनिक अस्पताल नकद, मनोरोगों में फायदा, वार्षिक हेल्थ जांच, क्रिटिकल इलनेस कवरेज आदि जैसे महत्वपूर्ण कवरेज के लिए देखें।
आपकी ओर से पॉलिसी के साथ खरीदे गए सभी ऐड-ऑन की सूची और उनका कवरेज भी स्पष्ट रूप से बताया जाएगा।
आपकी पॉलिसी में जांच करने के लिए एक और बहुत महत्वपूर्ण बात यह है कि बहिष्करण, या ऐसे उदाहरण हैं जहां आपको अपने हेल्थ इंश्योरेंस से कवरेज नहीं मिलेगा। दूसरे शब्दों में, यह आपको बताएगा कि आप किस चीज के लिए क्लेम नहीं कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, भारत में अधिकांश हेल्थ प्लान में आम तौर पर डॉक्टर की सिफारिश के बिना अस्पताल में भर्ती होने, कुछ डायग्नोस्टिक खर्चे, या कॉस्मेटिक या प्लास्टिक सर्जरी के लिए कवरेज शामिल नहीं है।
इसके अतिरिक्त, आपकी पॉलिसी के विभिन्न हिस्सों पर लागू उप-सीमाओं की जांच करना भी महत्वपूर्ण है, जैसे कि अस्पताल के कमरे का किराया, कुछ बीमारियों का इलाज, एम्बुलेंस शुल्कऔर बहुत कुछ।
पॉलिसी में आपकी सम इंश्योर्ड राशि या उस अधिकतम राशि का विवरण शामिल होना चाहिए, जो आपको मेडिकल आपातकाल स्थिति के कारण क्लेम करने पर मिलेगी। ध्यान दें कि फैमिली फ्लोटर इंश्योरेंस के मामले में, उल्लिखित सम इंश्योर्ड राशि का उपयोग पॉलिसी अवधि के दौरान पूरे परिवार को कवर करने के लिए किया जाएगा।
अपने हेल्थ इंश्योरेंस के लिए विशेष क्लेम प्रक्रियाओं की जांच करें। क्लेम प्रक्रिया, क्लेम करने के लिए आवश्यक दस्तावेज, साथ ही समय सीमा जिसके भीतर आप ऐसा कर सकते हैं, को जानना महत्वपूर्ण है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपको नहीं पता होता है कि कब कौन सी आपातकाल स्थिति आपके सामने आ जाए। इसके अलावा, अपने इन्शुरर की ओर से पेश किए जाने वाले कैशलेस नेटवर्क अस्पतालों पर भी ध्यान दें, क्योंकि आप वहां जा सकते हैं और जेब से भुगतान किए बिना मेडिकल सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
जब आप अपनी पॉलिसी प्राप्त करते हैं तो सबसे पहली चीजों में से एक है अपने इंडिविजुअल विवरण की जांच करना। सुनिश्चित करें कि दस्तावेज में आपका नाम, संपर्क नंबर, ईमेल आईडी और आवासीय पता सभी सही ढंग से उल्लिखित हैं। इस तरह क्लेम के समय कोई भ्रम नहीं होगा और आपको भेजा गया कोई भी संदेश गुम नहीं होगा।
आपको एक ऐसे खंड की भी तलाश करनी चाहिए जो इन्शुरर के फोन नंबर, पते और ईमेल आईडी सहित उनकी सभी संपर्क जानकारी का विवरण देता हो। यदि आपको क्लेम के समय अपने इन्शुरर से संपर्क करने की जरूरत है, यदि आपको सहायता की जरूरत है, या आपकी पॉलिसी के बारे में और प्रश्न हैं, तो यह बहुत महत्वपूर्ण है।
कुछ हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियों के मामले में, जैसे पर्सनल एक्सीडेंट या क्रिटिकल इलनेस कवर, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपने सही नॉमिनी विवरण शामिल किया है। नॉमिनी आपकी (पॉलिसीहोल्डर्स)ओर से चुना गया एक इंडिविजुअल होता है, जिसे कवर की गई बीमारी की स्थिति घातक साबित होने की स्थिति में आपकी सम इंश्योर्ड राशि प्राप्त होगी।
जब आप कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी प्राप्त करते हैं, तो आपके इन्शुरर को पॉलिसी जारी होने के 15 दिनों के भीतर आपको एक इंश्योरेंस कार्ड जारी करने की आवश्यकता होती है। कैशलेस अस्पताल में भर्ती या इलाज का लाभ उठाने के लिए इस कार्ड को नेटवर्क अस्पतालों में दिखाना होगा और इसे थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर (TPA) के साथ साझा करना होगा।
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी दस्तावेज में आपको पॉलिसी की आरंभ तिथि और समाप्ति तिथि भी मिलेगी। इन तिथियों को जानना महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से समाप्ति तिथि ताकि आप समय पर पॉलिसी को रिन्यू करना सुनिश्चित कर सकें।
जबकि कुछ इन्शुरर रिमाइंडर या रिन्यूअल नोटिस भेज सकते हैं, यह महत्वपूर्ण है कि वर्ष में एक बार छूट जाने की स्थिति में इन पर भरोसा न करें। इस प्रकार, आप अपना स्वयं का रिमाइंडर सिस्टम स्थापित कर सकते हैं और पर्याप्त फंंड अलग रख सकते हैं ताकि आप हमेशा समय पर अपने हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम का भुगतान कर सकें।
यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप अपनी पॉलिसी संख्या, या विशिष्ट संख्या जो आपकी विशेष इंश्योरेंस पॉलिसी से संबद्ध है, की जांच करें। इन्शुरर इस नंबर का उपयोग आपकी पॉलिसी के विवरणों को संग्रहीत करने के लिए करते हैं, और इसका उपयोग क्लेम, समर्थन अनुरोधों और अन्य के दौरान भी किया जाता है। जबकि आपको अपना पॉलिसी नंबर याद रखने की आवश्यकता नहीं है, बस सुनिश्चित करें कि यह कहीं ऐसी जगह रखा हो जहां आप जरूरत पड़ने पर इसे तुरंत एक्सेस कर सकें!
आपकी पॉलिसी में आपको अपनी प्रीमियम राशि का पूरा ब्रेक-अप मिलेगा, जो कि टैक्स अधिनियम की धारा 80डी के अनुसार टैक्स रिटर्न के रूप में मिलने वाली राशि की गणना करने के लिए आवश्यक है। कुछ मामलों में, इस राशि का उल्लेख दस्तावेज में ही किया जाएगा।
निष्कर्ष
जब आप एक नई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी प्राप्त करते हैं, तो दस्तावेज को विस्तार से पढ़ना और उसमें उल्लिखित सभी सूचनाओं को सत्यापित करना महत्वपूर्ण होता है। इस तरह, यदि कोई त्रुटि हो, तो आप तुरंत कार्रवाई कर सकते हैं! इसके अतिरिक्त, यह आपको यह जानने में भी मदद करेगा कि आपकी पॉलिसी में क्या और क्या नहीं कवर होता है, इसलिए क्लेम करते समय आपको कोई आश्चर्य नहीं होगा।