को-पेमेंट |
आपकी आयु के अनुसार कोई को-पेमेंट नहीं |
कैशलेस हॉस्पिटल |
पूरे भारत में 5900+ कैशलेस हॉस्पिटल, यानी कि कैशलेस हेल्थ इन्शुरन्स की सुविधा |
क्युमुलेटिव बोनस |
आपके पहले क्लेम-फ्री वर्ष के लिए 20% अतिरिक्त बीमित राशि दी जाएगी |
मातृत्व लाभ |
डिलीवरी, बांझपन-संबंधित लाभ और नवजात शिशु के लिए कवर |
उपचार के अन्य उपाय |
वृद्ध माता-पिता के लिए आयुष के अंतर्गत उपचार लाभ |
फैमिली फ्लोटर हेल्थ इन्शुरन्स प्लान |
इंडिविजुअल फैमिली हेल्थ इन्शुरन्स प्लान |
इस प्लान के अन्तर्गत पूरे परिवार के लोग बीमा की राशि को आपस में शेयर करते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपकी पूरी बीमा राशि 10 लाख है, तो फिर पूरे परिवार के लोगों को इस राशि को पॉलिसी पूरी होने तक शेयर करना होगा। |
इस प्लान के अंतर्गत परिवार के सभी सदस्य अलग-अलग बीमित राशि प्राप्त करते हैं। अगर बीमित राशि 10 लाख रुपये है, तो परिवार के प्रत्येक सदस्य पर उस पॉलिसी के पूरा होने तक 10 लाख रुपये तक उपचार में खर्च किए जा सकते हैं। जैसे - अगर आप एक इंडिविजुअल प्लान 3 सदस्यों के लिए खरीद रहे हैं तो फिर तीन सदस्यों के लिए मिलने वाली बीमा राशि 30 लाख रुपये होगी। |
फॅमिली फ्लोटर हेल्थ इन्शुरन्स प्लान एकल परिवारों व नवयुगलों के लिए सबसे अच्छा है। |
इंडिविजुअल हेल्थ इन्शुरन्स प्लान उन परिवारों के लिए उत्तम है जिनके 1 से अधिक बच्चे हैं, या फ़िर उनके लिए जो अपने माता-पिता का इन्शुरन्स करवाना चाहते हैं। इस तरह से सभी के पास अधिक बीमा राशि कवर करने का मौका रहेगा। |
ऐसी स्थिति में जब परिवार के एक से अधिक लोगों को कोई बीमारी हो रही है तो हो सकता है कि एक अकेली बीमीय राशि पर्याप्त ना हो। |
ऐसी स्थिति में जब आपके एक से अधिक फैमिली मेम्बर को एक ही समय मे बीमारियों से जूझना पड़ता है तो फिर ये इंडिविजुअल बीमित राशि उनके इलाज के लिए पर्याप्त होती है। |
क. सुनिश्चित बीमा राशि: 2 लाख | 3 लाख | 4 लाख | 5 लाख | 10 लाख | 15 लाख | 20 लाख | 25 लाख
ख. योजना लाभ
ग. अतिरिक्त कवर
घ. वेटिंग पीरियड
परिवार स्वास्थ्य बीमा एक प्रकार का हेल्थ इन्शुरन्स है जो कि आपके और आपके परिवार के लिए एक ही वार्षिक प्रीमियम के साथ तैयार किया गया है।
आज के समय में ना सिर्फ़ इलाज के खर्चे बढ़ गए हैं बल्कि स्वास्थ्य समस्याएं भी चरम पर हैं। ऐसे में एक फैमिली हेल्थ इन्शुरन्स प्लान आपको और आपके परिवार को ऐसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समय पूरा कवर देता है। ये स्थितियां किसी भी वजह से हॉस्पिटल में भर्ती होने से लेकर किसी क्रिटिकल इलनेस, दुर्घटना तथा मानसिक रोग के समय तक हर तरह के इलाज के खर्चे में आपको कवर देता है।
बहुत से लोग फैमिली हेल्थ इन्शुरन्स प्लान्स टैक्स लाभ के लिए लेते हैं। इससे भी बड़ा कारण ये है कि आप इसके माध्यम से ना सिर्फ़ अपने परिवार के स्वास्थ्य को बेहतर कर सकते हैं बल्कि खुद को आर्थिक रूप से मजबूत भी कर सकते हैं।
भारत में अक्सर हेल्थ इन्शुरन्स को कराना बहुत भागदौड़ वाला और पेंचीदा काम समझा जाता है। लेकिन चूँकि अब इस प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जा सकता है, आपके लिए सब कुछ बहुत आसान हो गया है।
इससे आपको खुद के लिए बेहतर लाभ वाले प्लान को चुनने में सहूलियत मिलती है। साथ ही आप इसे अपनी माँग के अनुसार ऑनलाइन ही व्यवस्थित कर सकते हैं। ऑनलाइन हेल्थ इन्शुरन्स खरीदने में समय भी कम लगता है और कोई पेपरवर्क भी नहीं होता है!
अगर आपने कभी ऑनलाइन हेल्थ इन्शुरन्स प्लान नहीं खरीदा है तो हम समझ सकते हैं कि आपको ये थोड़ा अजीब लग सकता है। इसीलिए हम हमेशा आपके इन्शुरन्स प्लान को बेहद आसान रखते हैं और यहाँ पर हम आपका मार्गदर्शन भी करेंगे, जिससे आप हमारे हेल्थ इन्शुरन्स प्लान की तुलना कर सकते हैं और अपनी फैमिली के लिए बेहतर हेल्थ इन्शुरन्स प्लान चुन सकते हैं:
फैमिली हेल्थ इन्शुरन्स की प्रीमियम की गणना के बारे में और अधिक जानें
आपकी और आपके परिवरीजनों की आयु: उम्र अधिक होने के साथ लोगों के बीमार होने की सम्भावनाएं भी बढ़ती जाती है, इसलिए हमें प्रीमियम निर्धारित करते समय उम्र को ध्यान में रखना पड़ता है।
जीवनशैली: आपकी जीवनशैली और कुछ खास तरह की आदतें बीमारियों को बढ़ाती हैं, इसलिए ये आपके प्रीमियम को भी प्रभावित करती हैं। ध्यान रखें कि आपको पॉलिसी कराते समय खुद के और परिवार के सभी सदस्यों की आदतों व लाइफस्टाइल की पूरी जानकारी ईमानदारी से देनी चाहिए क्योंकि बाद में क्लेम के समय जाँच होने पर ये साफ पता चल जाता है कि रोग किसी आदत जैसे कि स्मोकिंग, ड्रिंकिंग आदि के वजह से हुआ है या साधारण रोग है। ऐसे में आपको क्लेम मिलने में दिक्कत हो सकती है।
पहले से मौजूद बीमारी: अगर किसी भी तरह की बीमारी या इन्जरी (आपको और आपके परिवार के लोगों को) है और जिसकी वजह से आप अभी भी प्रभावित हैं, या जिस बीमारी का इलाज इन्शुरन्स खरीदने के पिछले 48 महीनों के भीतर हुआ है, तो आपको फैमिली हेल्थ इन्शुरन्स पॉलिसी खरीदते समय इन्शुरन्स कम्पनी को इसके बारे में बताना होता है।
पुराने रोग आपके प्रीमियम राशि पर भी प्रभाव डाल सकते हैं। लेकिन लाइफस्टाइल वाले मामले की तरह आपको ये भी इन्शुरन्स करवाने के पहले बताना होता है, जिससे कि आपको वेटिंग पीरियड का लाभ मिल सके। (वह समय जिसमें किसी रोग या बीमारी के लिए क्लेम नहीं किया जा सकता, उसे वेटिंग पीरियड कहते हैं)
उपचार का शहर: अलग-अलग शहरों में प्रदूषण का स्तर, दुर्घटना की संभावना और इलाज के खर्चे आदि अलग-अलग होते हैं। इसीलिए आप और आपका परिवार जिस शहर में रहते हैं, वहाँ के अनुसार आपको प्रीमियम की राशि कम और ज्यादा हो सकती है।
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है, कैशलेश क्लेम करने पर आपको अपनी जेब से कोई भुगतान नहीं करना होता है। हालाँकि ये तभी सम्भव है जब आप हमारे नेटवर्क वाले किसी हॉस्पिटल में अपना इलाज करवा रहे हैं।
कैशलेश हेल्थ क्लेम को कैसे सेटल करें?
भुगतान क्लेम सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाने वाला क्लेम है। ऐसा इसलिए क्योंकि आप भारत के अन्दर किसी भी हॉस्पिटल में जाकर, चाहे वो हमारे नेटवर्क में ना भी हो, तो भी इस क्लेम को कर सकते हैं। इसके लिए आपको बस तय समय के भीतर सभी जरूरी डॉक्युमेंट्स जमा करने होते हैं और भुगतान की राशि प्राप्त कर लेनी होती है।
भुगतान क्लेम को करने की क्या प्रक्रिया है?
उम्र: अगर आपकी अभी तक शादी नहीं हुई है या आप जल्द ही शादी करने वाले हैं तो अधिक बीमा राशि वाले हेल्थ इन्शुरन्स प्लान को चुनें। आपकी उम्र जितनी कम होगी प्रीमियम की राशि भी उतनी ही कम होगी और आवश्यकता पड़ने तक आपका अधिकतर वेटिंग पीरियड भी खत्म हो चुका होता है।
जीवन के पड़ाव: जब आपके जीवन में कोई बड़ा बदलाव आता है तो आपको अधिक बीमा राशि की जरूरत पड़ती है। जैसे कि यदि आप जल्द ही दूसरा बच्चा प्लान करने वाले हैं या आपके माता-पिता बूढ़े हो रहे हैं और आप उनका इकलौते ध्यान रखने वाले हैं।
आश्रितों की संख्या: आपके परिवार के सभी सदस्यों की इन्शुरन्स पॉलिसी करवाकर उन्हें भविष्य में होने वाली बीमारियों के समय इलाज में होने वाले अधिक खर्चे से सुरक्षित रखना सबसे अच्छा उपाय है।
स्वास्थ्य की स्थिति: अगर आपके परिवार में कोई बीमारी अनुवांशिक है या आपके शहर में कोई बीमारी तेजी से अपना पैर पसार रही है तो ऐसी स्थिति में आपको अधिक राशि का इन्शुरन्स कराना चाहिए।
लाइफस्टाइल: अगर आप किसी मेट्रो सिटी में या अधिक प्रदूषण वाले शहर में रह रहे हैं, आप रोजाना भारी ट्रैफिक का सामना कर रहे हैं तथा ऑफिस के काम मे बहुत तनाव ले रहे हैं तो आपके बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में आपको खुद के लिए ज्यादा राशि का हेल्थ इन्शुरन्स करवाना चाहिए।
यह एड-ऑन हर कोई चुन सकता है। गंभीर बीमारी संबंधित यह लाभ खासतौर पर आपके और आपके परिवार के सदस्यों के किसी बड़ी बीमारी से ग्रसित होने पर बढ़ने वाले इलाज के खर्चे को कवर करता है। इस प्रकार के रोगों की सूची में हर तरह के कैंसर का इलाज और दवा का खर्च, किडनी फेलियर, हार्ट अटैक, अपंगता समेत अन्य बीमारियाँ भी आती हैं।
अगर आप या आपके जीवनसाथी की उम्र 40 वर्ष से कम है और आप खुद के लिए पहले या दूसरे बच्चे का प्लान बना रहे हैं, तो फिर आप मैटर्निटी कवर को चुन सकते हैं। साधारणतः इसमें वेटिंग पीरियड होता है (इसलिए अच्छा होगा कि आप पहले से ही इस विकल्प को चुनकर के रखें) और ये हॉस्पिटल में भर्ती होने के दौरान होने वाले खर्च को कवर करता है।
इसके साथ ही ये गर्भावस्था के समय आने वाली किसी भी विषम परिस्थिति, जरूरी दवा के खर्च तथा डिलीवरी के समय के खर्चे को भी कवर देता है। इस विकल्प को चुनने का सबसे अच्छा समय तब है जब आप शादी करने जा रहे हों या 1 या 2 साल में बच्चे के बारे में सोच रहे हों।
सच कहें तो जितनी जल्दी आप इसे ले लेते हैं, उतना बेहतर है! ऐसा करने से आपको प्रीमियम राशि भी कम होगी और चुने हुए लाभों के लिए वेटिंग पीरियड भी पार हो चुका होगा। हम ऐसे समय मे रह रहे हैं जहाँ स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ने के साथ दवा के खर्चे भी दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। एक फैमिली हेल्थ इन्शुरन्स ना सिर्फ आपको सुरक्षित रखता है बल्कि एक साथ आपके पूरे परिवार के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने का काम करता है।
फैमिली हेल्थ इन्शुरन्स को लेकर प्रचारित मिथक
फैमिली हेल्थ इन्शुरन्स खरीदते समय इन गलतियों से बचें।
अच्छा स्वास्थ्य ही सब कुछ है। इसका हमारे जीवन पर व्यापक असर पड़ता है। यहाँ हम आपको कुछ ऐसे सुझाव दे रहे हैं, जिनकी मदद से आप स्वयं के लिए एक प्रसन्नचित व स्वस्थ जीवन सुनिश्चित कर सकते हैं।