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कोरोनावायरस हेल्थ इंश्योरेंस एक कस्टमाइज की हुई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है जो कोविड-19 के इलाज और इसके कारण अस्पताल में भर्ती होने के खर्च को कवर करती है। भारत में उपलब्ध विभिन्न प्रकार के कोविड-19 हेल्थ इंश्योरेंस में से आप कोई भी इंश्योरेंस ऑनलाइन ले सकते हैं। जैसे, कोरोना रक्षक कवर और कोरोना कवच पॉलिसी। सबसे बेहतर यह हो सकता है कि आप एक कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस ही ले लें,जो दूसरी बीमारियों और स्वास्थ्य से जुड़े फायदों के साथ-साथ कोरोनावायरस को भी कवर करता है।
इतिहास में 2020 एक महत्वपूर्ण साल के रूप में याद किया जाएगा। साल तो बीत चुका है, लेकिन महामारी अभी भी मंडरा रही है। अब हम सब इस नई बीमारी के डर के साए से निकलकर इसके साथ जीना सीख रहे हैं। यह आज के समय की नई जीवनशैली है।
ऊपर से देखने पर ऐसा लग सकता है कि चीजें धीरे-धीरे सामान्य होती जा रही हैं लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और ही है। विशेष रूप से भारत में कोरोना के मामले अभी भी तेजी से बढ़ रहे हैं। अब सावधानी बरतना और यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी हो गया है कि हम स्वास्थ्य और आमदनी दोनों तरह से अच्छी स्थिति में हों।
कोरोनावायरस हमारे जीवन में केवल एक संक्रामक वायरस लेकर ही नहीं आया है, बल्कि इसकी वजह से आर्थिक अस्थिरता और वैश्विक आर्थिक मंदी जैसे दुष्परिणाम भी सामने आए हैं। इसका साफ मतलब यह है कि आपको न केवल वायरस और दूसरी बीमारियों से खुद को बचाना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि आप आर्थिक रूप से सुरक्षित रहें।
इसलिए, कोविड 19 के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेना आपके लिए लगभग उतना ही जरूरी है जितना कि बार-बार अपने हाथ धोना! कोरोनावायरस हेल्थ इंश्योरेंस आपको अपने स्वास्थ्य की देखभाल से जुड़े खर्चों का बंदोबस्त करने में मदद करेगा और यह भी सुनिश्चित करेगा कि ऐसे समय में आपको किसी भी आकस्मिक आर्थिक परेशानी का सामना न करना पड़े।
इस समय, कोविड-19 को कवर करने वाली कई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी उपलब्ध हैं। कुछ हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी, जैसे डिजिट की हेल्थ प्लस पॉलिसी को कोरोनावायरस समेत सारी बीमारियों को कवर करने के लिए कस्टमाइज किया गया है। जबकि, कोरोना कवच कवर जैसी कुछ पॉलिसी खासतौर पर कोरोनावायरस से संबंधित इलाज के लिए ही हैं।
आप नीचे बताए जा रहे हर एक इंश्योरेंस के बारे में सोच-विचार करके अपनी स्वास्थ्य की देखभाल और आर्थिक जरूरतों के आधार पर उसे चुन सकते हैं।
चेतावनी: डिजिट इंश्योरेंस केवल एक स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (डिजिट हेल्थ केयर प्लस पॉलिसी) दे रहा है, जो कोविड-19 के कारण अस्पताल में भर्ती होने के खर्च को कवर करता है। कोरोना रक्षक या कोरोना कवच जैसी कोरोनावायरस पॉलिसी फिलहाल उपलब्ध नहीं हैं।
महत्वपूर्ण विशेषताएं |
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कोरोनावायरस सहित सभी स्थितियों में अस्पताल में भर्ती होने पर This covers for hospitalization expenses due to an Illness, Accident or even a Critical Illness. It can be used to cover for multiple hospitalizations, as long as the total expenses are up to your sum insured. |
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अतिरिक्त इंश्योरेंस राशि- गंभीर बीमारी में अस्पताल में भर्ती होने पर This is an extra cover that can be used in case of any Critical Illness treatment. (For eg: Kidney Failure, Cancer, Liver Failure, Brain Tumor, etc) However, this can only be used after your All Hospitalization coverage is exhausted. |
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अतिरिक्त इंश्योरेंस राशि- अस्पताल में अचानक भर्ती होने पर This is an extra cover that can be used in case of a hospitalization due to an accident when your All Hospitalization coverage has already been exhausted. |
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डे-केयर जरूरतें Health insurances generally cover medical expenses only for hospitalizations exceeding 24 hours. This covers for medical treatments undertaken in a hospital, requiring less than 24 hours due to technological advancement. |
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कोई आयु आधारित सह-भुगतान (कोपेमेंट) नहीं A Copayment refers to the amount of money you need to pay from your pocket, during a health insurance claim. In our plans, there is no age based copayment involved! |
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संचित (क्यूमुलेटिव) बोनस If you do not make any claim in a year, Digit rewards you with an increase in your base Sum Insured, without any increase in your annual health insurance premium. This increase in your Sum Insured is called as your 'Cumulative Bonus'. |
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इंश्योरेंस राशि रीफिल In some cases it may happen that your Sum Insured is already used up due to an accident or illness, or simply because your entire family was sharing the Sum Insured. In such cases, we give you the benefit to refill it at any point in your policy period. |
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कमरे के किराए पर प्रतिबंध Different categories of rooms have different rents. Just like how hotel rooms have tarrifs. With Digit, some plans give you the benefit of having no room rent cap, as long as it is below your Sum Insured. |
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स्टैंडर्ड सुविधाएं |
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सड़क एम्बुलेंस चार्ज |
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आईसीयू रूम का किराया ICU (Intensive Care Units) are meant for serious patients. The level of care is higher in ICUs, which is why the rent is higher too. Digit does not put any limit to the rent as long as it is below the your Sum Insured. |
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कॉम्प्लिमेंट्री स्वास्थ्य जांच Annual health checkups are important to ensure you are aware of your overall health and well-being. This is a renewal benefit that allows you to reimburse your expenses towards any annual medical tests and checkups, at any hospital of your choice. |
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अंग दान का खर्च In case of an organ transplant, if there is a need of an organ donor, hospitalisation charges for the organ donor will be covered. However, the cost of finding a donor is not covered. |
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अस्पताल के दैनिक खर्च Getting admitted in the hospital results in expenses beyond the hospital bill. Digit understands this and pays you a daily cash allowance, that helps you manage daily expenses for things such as snacks, tea, coffee and more. This benefit is applicable after 1 day up to 30 days of hospitalization. |
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होम हॉस्पिटलाइजेशन Under certain unavoidable circumstances, if your parent requires treatment or hospitalization at home, this cover can be helpful. |
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अस्पताल में भर्ती होने के बाद एकमुश्त राशि This is a benefit you can use to cover all your medical expenses post hospitalization, at the time of discharge. No bills required. You can choose to either use this benefit or use the standard post-hospitalization benefit, through the process of reimbursement. |
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मनोरोग बीमारी कवर If due to a trauma, one has to be hospitalized for a psychiatric treatment, it will be covered under this benefit. However, OPD consultations are not covered under this. |
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बेरिएट्रिक सर्जरी This coverage is for those facing organ issues due to their obesity (BMI > 35). However, in case the obesity is due to eating disorders, hormones or any other treatable conditions, this surgery cost will not be covered. |
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अतिरिक्त कवर |
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नवजात शिशु कवर के साथ मातृत्व लाभ If you plan on having a baby in the next two years or so, you can opt for this. It covers for child-delivery (including medically necessary terminations), infertility expenses and coverage for the newborn baby up to its first 90 days. |
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वैकल्पिक इलाज (आयुष) If your parents wish to get hospitalized under an alternate therapy such as Ayurveda, Unani, Siddha and/or Homeopathy. |
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जोन अपग्रेड Every city falls either in Zone A, B or C. Zone A has Delhi and Mumbai. Zone B has cities like Bangalore, Hyderabad, Kolkatta. The zones are divided as per medical costs. Zone A cities have highest medical costs therefore the premium to get a treatment under health insurance in these cities is a bit higher. If you wish to get treated in a bigger city than where you live, you can upgrade your plan for the same. |
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कोरोनावायरस |
जीरो अतिरिक्त खर्च पर हॉस्पिटलाइजेशन कवर! |
कोपेमेंट |
कोई आयु आधारित सह-भुगतान (कोपेमेट) नहीं |
कैशलेस अस्पताल |
पूरे भारत में 6400+ कैशलेस अस्पताल |
संचित बोनस |
आपके पहले क्लेम-फ्री साल के लिए 20% अतिरिक्त एसआई |
इंश्योरेंस राशि |
गंभीर बीमारी और अस्पताल में अचानक भर्ती होने के लिए अतिरिक्त इंश्योरेंस राशि |
कमरे के किराए की सीमा |
कमरे के किराए पर कोई प्रतिबंध नहीं। अस्पताल में अपनी पसंद का कोई भी कमरा चुनें। |
क्लेम प्रक्रिया |
पूरी तरह से डिजिटल, हार्ड कॉपी की जरूरत नहीं! |
अगर आप आईसीएमआर - नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे के किसी अधिकृत केंद्र में कोरोनावायरस (कोविड-19) की जांच में पॉजिटिव आते हैं और आपको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया जाता है, तो 1800-258-4242 पर कॉल करके तुरंत डिजिट को सूचित करें या फिर healthclaims@godigit.com पर ईमेल लिखें। अगर आप एक वरिष्ठ नागरिक हैं, तो हमें seniors@godigit.com पर ईमेल करें।
हमारे पास कोरोनावायरस से संबंधित क्लेम के लिए एक अलग से ईमेल आईडी covidclaims@godigit.com है।
इसके अलावा, आप हमारे एसपीओसी: डॉ प्रकाश से संपर्क कर सकते हैं। आप उन्हें A.Prakash@godigit.com पर मेल कर सकते हैं या फिर उन्हें 9986770084 पर कॉल कर सकते हैं।
हां, अगर आपके पास पहले से ही डिजिट द्वारा एक ऐक्टिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है, तो कोरोनावायरस के इलाज, यानी अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्च कवर किए जाएंगे।
नहीं, शुरुआती 30 दिन की प्रतीक्षा अवधि (जो अस्पताल में अचानक भर्ती होने के अलावा हर चीज के लिए है) के अलावा कोरोनावायरस के लिए क्लेम करने के लिए कोई प्रतीक्षा अवधि नहीं है।
नहीं, कोरोनावायरस को कवर करने वाला यह हेल्थ इंश्योरेंस केवल कोविड-19 इलाज के कारण अस्पताल में भर्ती होने के खर्च को कवर करता है।
आजकल ज्यादातर स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी महामारी होने के बावजूद कोरोनावायरस के लिए कवर देती हैं। अगर आपके पास पहले से ही एक हेल्थ इंश्योरेंस है, तो अपनी इंश्योरेंस कंपनी से पूछें कि इसमें कोविड-19 कवर किया गया है या नहीं।
अगर आपने कोई हेल्थ इंश्योरेंस नहीं लिया है, तो यह समय आपके विकल्पों को जांचने का और कोविड-19 के साथ ही लंबे समय के दौरान आपके स्वास्थ्य से जुड़ीं जरूरतों के लिए भी इंश्योरेंस लेने का सही समय हो सकता है।
कोरोना कवच, एक किफायती और विशेष तौर पर सिर्फ कोरोनावायरस के इलाज को कवर करने के लिए लाई गई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है। इसे कोरोनावायरस के इलाज से संबंधित खर्चों को कवर करने के लिए ही बनाया गया है।
इसका प्रीमियम केवल एक बार भरा जाता है। इसमें आपके डॉक्टर द्वारा तय किए गए इलाज का खर्च जैसे, अस्पताल में भर्ती होकर किया गया इलाज, घर पर रह कर किया गया इलाज और आयुष इलाज शामिल हैं।
कोरोना कवच की तरह यह भी कम बजट वाला हेल्थ इंश्योरेंस है जो केवल कोरोनावायरस से जुड़े इलाज खर्च कवर करता है। इसके प्रीमियम का भुगतान भी आपको इसे खरीदते समय ही करना होता है।
कैशलेस इलाज का विकल्प चुनने या खर्च का रिइंबर्समेंट देने की बजाय कोरोना रक्षक एक लम्पसम कवर है।अगर आप वायरस से संक्रमित होते हैं, तो इसके तहत आपको पूरी इंश्योरेंस राशि एकमुश्त राशि के रूप में मिलेगी।
आज की स्थिति को देखते हुए यह सलाह दी जाती है कि बड़े और छोटे सभी संगठन अपने कर्मचारियों को एक ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस दें।
हम जानते हैं कि हो सकता है कि कुछ छोटे व्यवसाय कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ प्लान लेने में समर्थ न हों। इसके बजाय वे अपने कर्मचारियों को कोरोनावायरस कवर देने के लिए एक ग्रुप कोरोनावायरस कवर का विकल्प चुन सकते हैं।
हां, अगर आपके पास पहले से ही डिजिट की एक ऐक्टिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है, तो कोरोनावायरस के इलाज, यानी अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्च को कवर किया जाएगा।
नहीं, शुरुआती 30 दिन की प्रतीक्षा अवधि (जो अस्पताल में अचानक भर्ती होने के अलावा हर चीज के लिए है) के अलावा कोरोनावायरस के लिए क्लेम करने के लिए कोई प्रतीक्षा अवधि नहीं है।
नहीं, कोरोनावायरस को कवर करने वाला यह हेल्थ इंश्योरेंस केवल कोविड-19 के इलाज के कारण अस्पताल में भर्ती होने के खर्च को कवर करता है।
यह आपकी ली हुई पॉलिसी के प्रकार पर निर्भर करता है। डिजिट के कंफर्ट विकल्प में कमरे के किराए की कोई सीमा नहीं है, यानी अस्पताल में आप अपनी पसंद का कोई भी कमरा चुन सकते हैं।
नहीं, यह हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी आय को हुए नुकसान कवर नहीं करती है। हालांकि, इसमें अस्पताल के दैनिक खर्चों के लिए कैश मिलता है जिसका इस्तेमाल आपके या परिवार के किसी सदस्य के अस्पताल में भर्ती होने के दौरान होने वाले खर्चों के लिए किया जा सकता है।
कोरोनावायरस इंश्योरेंस (केवल कोविड पॉलिसी जैसे- कोरोना कवच, कोरोना रक्षक) |
कोरोनावायरस को कवर करने वाला हेल्थ इंश्योरेंस |
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कोरोनावायरस कवर या कोरोनावायरस इंश्योरेंस आमतौर पर केवल कोविड-19 से संबंधित इलाज के खर्चों को कवर करने के लिए कम बजट वाली इंश्योरेंस पॉलिसी है। यह आपकी इंश्योरेंस कंपनी पर निर्भर करता है कि वह क्लेम के दौरान एकमुश्त राशि का भुगतान करती है या आपके अस्पताल के बिल के आधार पर रिइंबर्समेंट देती है। |
कोरोनावायरस को कवर करने वाले हेल्थ इंश्योरेंस का मतलब है कि वह बाकी बीमारियों के साथ-साथ कोरोनावायरस को भी कवर करती है। इसके लिए आपको अलग से कवर या पॉलिसी खरीदने की जरूरत नहीं है। आपके हेल्थ इंश्योरेंस में यह सब शामिल है। |
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कोरोनावायरस इंश्योरेंस एक कम समय के लिए दी जाने वाली पॉलिसी है और क्लेम के बाद यह पॉलिसी मान्य नहीं होती। |
हेल्थ इंश्योरेंस एक लंबी अवधि की पॉलिसी है (आप 1 वर्ष से लेकर बहु-वर्षीय योजनाओं तक का चयन कर सकते हैं) और आप एक वर्ष में कई बार क्लेम कर सकते हैं, जब तक कि आपका कुल क्लेम आपकी कुल इंश्योरेंस राशि से अधिक न हो। |
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कोरोनावायरस को कवर करने के अलावा, कोरोनावायरस इंश्योरेंस के कोई अतिरिक्त लाभ नहीं हैं। |
कोरोनावायरस को कवर करने के अलावा स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में अन्य लाभ, जैसे कि मातृत्व और नवजात शिशु कवर, ओपीडी (OPD), डे-केयर जरूरतें जैसे बहुत से कवर शामिल होते हैं। |
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आप टैक्स बचत के लिए सिंगल कवर का इस्तेमाल नहीं कर सकते। |
धारा 80डी के तहत, एक हेल्थ इंश्योरेंस से टैक्स में 25,000 तक की बचत कर सकते हैं। |
कोरोनावायरस इंश्योरेंस के लिए प्रीमियम कम होता है क्योंकि यह केवल एक बीमारी के लिए एक विशेष कवर है। |
कोरोनावायरस को कवर करने वाला हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम एक स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम के समान होगा। प्रीमियम काफी हद तक आपकी उम्र, स्थान और इंश्योरेंस की राशि पर निर्भर करेगा। |
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कोरोना कवच |
कोरोना रक्षक |
पॉलिसी का प्रकार |
कोरोना कवच कोविड से हुए नुकसान को कवर करने वाला प्लान है जो किसी को कोविड-19 के इलाज के लिए हुए अस्पताल खर्च को कवर करने में मदद करता है। |
कोरोना रक्षक एक कोविड-बेनिफिट पॉलिसी है। इसमें अस्पताल के बिल को कवर करने के बजाय एकमुश्त लाभ मिलता है, यानी अगर इंश्योरेंस लिए हुए व्यक्ति का इस वायरस के लिए इलाज होता है, तो उसे पूरी इंश्योरेंस राशि मिलती है। |
इंश्योरेंस राशि |
न्यूनतम 50,000 रुपये और अधिकतम 5 लाख रुपए के बीच रकम चुनें। |
न्यूनतम 50,000 रुपये से लेकर अधिकतम 2.5 लाख रुपए में से चुनें। |
अस्पताल में भर्ती होने की शर्तें |
अगर किसी को 24 घंटे से अधिक समय तक अस्पताल में भर्ती रहने की जरूरत है, तो वह अपने कोरोना कवच कवर के तहत क्लेम कर सकता है। |
कोई अपने कोरोना रक्षक के तहत अस्पताल में 72 घंटे से अधिक ज्यादा भर्ती होने पर क्लेम कर सकता है और एकमुश्त राशि ले सकता है। |
उपलब्ध प्लान के प्रकार |
कोरोना कवच में कोई भी एक फैमिली फ्लोटर और निजी प्लान में चुन सकता है। |
कोरोना रक्षक कवर में आप केवल निजी प्लान ले सकते हैं। फैमिली फ्लोटर का कोई विकल्प नहीं है। |
अतिरिक्त फायदे |
कोरोना कवच पॉलिसी में आप दैनिक अस्पताल कैश कवर का विकल्प भी चुन सकते हैं, जिसमें आप अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान हर दिन के लिए अपनी इंश्योरेंस राशि का 0.5% पा सकते हैं। |
कोरोना रक्षक पॉलिसी में कोई अतिरिक्त लाभ या कवर उपलब्ध नहीं हैं। |
यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके पास पहले से कोई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है या नहीं।
अगर आपके पास हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है, तो पता करें कि क्या यह कोविड-19 को कवर करती है। अगर ऐसा नहीं करती है, तो आप अपनी जरूरतों और प्राथमिकताओं के आधार पर कोरोना कवच या फिर कोरोना रक्षक ले सकते हैं।
आपका हेल्थ इंश्योरेंस अगर पहले से ही कोविड-19 को कवर करता है, लेकिन फिर भी आप अतिरिक्त कवरेज चाहते हैं, तो आप कोरोना रक्षक का एकमुश्त फायदा उठा सकते हैं।
कोरोना कवच पॉलिसी में प्रतीक्षा अवधि 15 दिनों की है।
कोरोना रक्षक पॉलिसी की प्रतीक्षा अवधि 15 दिनों की है।
ग्रुप कोरोनावायरस कवर के फायदे लेने के लिए केवल शुरुआती 15 दिनों की प्रतीक्षा अवधि है।
नहीं, वर्तमान में ये पॉलिसी केवल भारत में अस्पताल में भर्ती होने और इलाज के खर्च को ही कवर करती हैं।
नहीं, कोरोना कवच या कोरोना रक्षक में क्वारंटाइन खर्च शामिल नहीं है। केवल कोविड-19 के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने वाले खर्च को कवर किया जाता है।
नहीं, कोरोना रक्षक या कोरोना कवच दोनों में आय की हानि शामिल नहीं है। फिर भी, क्योंकि कोरोना रक्षक पॉलिसी एकमुश्त लाभ वाली पॉलिसी है (अगर आपको 72 घंटे से अधिक समय तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ता है तो आपको पूरी इंश्योरेंस राशि मिलेगी), यह संभव है कि यह अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्चों के लिए भी कवर कर दे।
नहीं, ओपीडी इन कवर के तहत नहीं आती है। कोरोना रक्षक और कोरोना कवच केवल अस्पताल में भर्ती होने के खर्च को कवर करते हैं। ओपीडी खर्च को आपके स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस में कोरोनावायरस कवर किया जाएगा।
ओपीडी कवर वाले हेल्थ इंश्योरेंस के बारे में ज्यादा जानें
घर पर रहकर किया गया इलाज कोरोना कवच में शामिल है, लेकिन यह केवल तभी संभव है जब आपके डॉक्टर ने सरकारी नियमों के तहत होमकेयर के लिए स्वीकृति दी हो। आप इसमें शामिल चीजों के बारे में अधिक जानकारी यहां से ले सकते हैं।
हां, एम्बुलेंस से लाने ले जाने का खर्च कोरोना कवच पॉलिसी के तहत कवर किया जाता है।
हां, कोरोना कवच पॉलिसी में एक ऐड-ऑन, डेली हॉस्पिटल कैश उपलब्ध है।
नहीं, कोरोना रक्षक पॉलिसी में कोई ऐड-ऑन शामिल नहीं है।
2020 से कोरोनावायरस चर्चा में है! कोरोनावायरस रोग (कोविड-19), एक हालिया खोजे गए कोरोना वायरस के कारण होने वाला एक संक्रामक रोग है। यह मुख्य रूप से किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर लार की बूंदों या नाक से निकलने वाले स्राव से फैलता है।
कोविड-19 से संक्रमित अधिकांश लोग केवल हल्के या कुछ सीमित लक्षणों और सांस की बीमारियों का अनुभव करते हैं और बिना किसी विशेष इलाज के ठीक हो जाते हैं।
बुजुर्गों या पहले से स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों में इसके गंभीर बीमारी में बदलने की संभावना काफी ज्यादा होती है।
ध्यान दें:
(स्रोत: डब्ल्यूएचओ)
फिलहाल नए कोरोनावायरस का कोई विशेष इलाज नहीं है। हालांकि, अधिकांश लक्षणों का इलाज किया जा सकता है और मरीज की रोग/क्लीनिकल स्थिति के अनुसार इलाज किया जाता है।
अच्छी बात यह है कि इसके बावजूद अधिकांश लोग कोरोनावायरस से ठीक हो जाते हैं। जवान और स्वस्थ लोगों को कभी-कभी ही हल्के लक्षण दिखते हैं और एक बार जब यह वायरस अपना चक्र पूरा करने के बाद आपके शरीर से खतम हो जाता है तो आप खुद ब खुद ठीक हो जाते हैं।
कोविड-19 के को लेकर घोर निराशा के बावजूद एक अच्छी बात यह है कि इसकी मृत्यु दर वास्तव में बहुत कम है। अब लगभग अधिकांश देशों में भी इसमें कमी आ रही है।
वर्तमान में, दुनिया में औसत मृत्यु दर 5.96% है, जबकि भारत की वर्तमान मृत्यु दर अब 2.8% है और भारत में ठीक होने की दर 48% (5 जून 2020 तक) है।
आप शायद इन सभी शब्दों को काफी सुना होगा। आपने कभी सोचा है कि इन सबके बीच अंतर क्या है! इन्हें बेहतर ढंग से समझने के लिए यहां एक फौरी विवरण दिया गया है।
क्वारंटाइन |
अपने को अलग कर लेना (सेल्फ-आइसोलेशन) |
सामाजिक दूरी |
क्वारंटाइन वह समय अवधि है जिसमे आपको अलग-थलग और निगरानी में रखा जाता है - यह या तो घर पर या सरकार या हेल्थकेयर प्रोवाइडर की दी गई कोविड सुविधा वाली जगह हो सकती है। जिन लोगों ने हाल ही में यात्रा की है, किसी कोविड पॉजिटिव रोगी के संपर्क में रहे हैं या उनमें वायरस के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो उन्हें आमतौर पर कम से कम 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रखा जाता है। |
सेल्फ-आइसोलेशन एक स्वैच्छिक सुरक्षात्मक उपाय है। अगर आपने हाल ही में यात्रा की है या किसी भी स्थिति में वायरस के संपर्क में होने का संदेह है, तो आपको सेल्फ-आइसोलेशन करना चाहिए। इसका सीधा सा मतलब है कि आप अपने आप को घर और बाहर के लोगों से अलग कर लें, ताकि आपके वायरस-वाहक होने की थोड़ी सी भी संभावना न रहे। |
समाजिक दूरी हम सबको घर से बाहर निकलने पर जरूर बनाए रखनी चाहिए। इसका मतलब है लोगों के बीच कम से कम 1 मीटर की शारीरिक दूरी बनाए रखना और दूसरे लोगों से संपर्क को कम करना। |
हां, यह अनिवार्य है और वास्तव में अधिकांश देशों में भी यह नियम है। हर व्यक्ति के फेस मास्क पहनने से वायरस फैलने का खतरा कम होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि, मास्क किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकली बूंदों को फैलने से रोकने में मदद करता है।
सच कहें तो इसके लिए कोई खास समयसीमा तय नहीं की गई है। आमतौर पर टीके को पूरी तरह से विकसित करने में लंबा समय लगता है। कई शोधकर्ता शुरुआती परीक्षण अवधि पर काम कर रहे हैं, विशेषज्ञों का कहना है कि टीके में कम से कम 12 से 18 महीने तक का समय लग सकता है।
आपने शायद लॉकडाउन में जरूरी व्यवसायों और सेवाओं के बारे में बहुत सुना होगा। मोटे तौर पर, जरूरी व्यवसायों में वे सब शामिल हैं जो दिन-प्रतिदिन के बुनियादी कामकाज के लिए आवश्यक हैं, जैसे कि दवाई की दुकानें, किराना की दुकाने, पेट्रोल पंप, बैंक और अन्य आर्थिक सेवाएं, मेल और डिलीवरी सेवाएं, सुविधा स्टोर, पोल्ट्री स्टोर आदि।
मॉल, जिम, सिनेमा हॉल और रिटेल स्टोर जैसी मनोरंजन और मनोरंजन सेवाएं जो आवश्यक व्यवसायों के अंतर्गत नहीं आती हैं, उन्हें तब तक बंद रखने के लिए कहा जाता है जब तक कि चीजें अधिक स्थिर नहीं हो जातीं। (हर एक राज्य में नियमों और प्रतिबंधों के परिवर्तन पर निर्भर)।
आमतौर पर, वायरस की जांच की सलाह केवल उन्हें दी जाती है जिन्होंने हाल ही में यात्रा की है या कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में रहे हैं या वे आवश्यक क्षेत्र के कर्मचारी या हेल्थ केयर प्रोवाइडर हैं या फिर जिनमें कोरोनावायरस के लक्षण दिख रहे हैं।
कोरोनावायरस की जांच अब सरकारी अस्पतालों और निजी हेल्थ केयर प्रोवाइडर से करवाई जा सकती है। यहां भारत के कुछ टेस्ट लैब की सूची दी गई है।
अगर आप यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि आप जोखिम की किस स्थिति में हैं, तो आप हमारे कोरोनावायरस के लक्षण की जांच करने वाले टूल से जांच कर सकते हैं।
जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार, हर्ड इम्यूनिटी का मतलब है जब कोई आबादी किसी संक्रामक रोग से इम्यून होती है, तो यह उन लोगों को परोक्ष तौर पर सुरक्षा देती है जिनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता नहीं होती है।
यह आम तौर पर तब होता है जब कोई टीका अधिकांश आबादी को सुरक्षित करने में मदद करता है और इसके प्रसार को रोकता है।
हम समझते हैं कि अभी की स्थिति और आपके निजी स्वास्थ्य को देखते हुए यह आपके लिए असुरक्षित समय हो सकता है। अगर आपका ओबीजिन इसकी मांग करता है, तो वर्चुअल परामर्श लेने की सलाह दी जाती है।
हालांकि, कुछ जांचों जैसे ब्लड टेस्ट और अल्ट्रासाउंड के लिए खुद ही जाने की जरूरत होती है। आप सारी आवश्यक सावधानी बरतते हुए उनके लिए जा सकते हैं।
हालांकि, कई शहर अब आर्थिक मंदी के कारण खुल गए हैं, फिर भी बाहर जाने की सलाह नहीं दी जाती है। हर दिन कोरोनावायरस के मामले बढ़ रहे हैं। घर पर रहना और केवल आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकलना सबसे अच्छा है।
टेलीमेडिसिन अब भारत में कानूनी है और अधिकांश डॉक्टर अपनी सेवाएं ऑनलाइन दे रहे हैं। पहले वर्चुअल परामर्श का विकल्प चुनना सबसे अच्छा है और अगर आवश्यक हो और आपके डॉक्टर ने कहा हो, तो आप शारीरिक रूप से भी उनसे मुलाकात कर सकते हैं।
बहुत सारे ब्रांड अब कपड़े के फेस मास्क लेकर आ रहे हैं। हां, इसका इस्तेमाल पूरी तरह से सुरक्षित है। हालांकि, यह ध्यान जरूर रखें कि इस्तेमाल करने से पहले और बाद में अपने हाथ धोएं और बाहर से लौटने के बाद इसे गर्म पानी से धो लें।
आपने शायद एसिंप्टोमैटिक शब्द कई बार सुना होगा। एसिंप्टोमैटिक एक ऐसे व्यक्ति को कहते हैं जो स्वस्थ लग सकता है और किसी भी लक्षण का अनुभव नहीं कर रहा है, लेकिन फिर भी वायरस का वाहक है।