कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर
कुल निवेश
अवधि (वर्ष)
ब्याज दर (% सालाना)
कंपाउंड इंटरेस्ट (चक्रवृद्धि ब्याज) कैलकुलेटर इस्तेमाल करने की विस्तृत गाइड
उपयुक्त परिसंपत्ति वर्गों में निवेश, वित्तीय फण्ड को बढ़ाने का एक शानदार तरीका है। एसआईपी कैलकुलेटर जैसे ऑनलाइन टूल, व्यक्तियों के लिए इस प्रक्रिया को आसान बनाने में मदद करते हैं। इस तरह के टूल्स आपको निवेश करने से पहले बेहतर रिसर्च और विश्लेषण के लिए लगाए गए समय को भी बचा सकते हैं।
साथ ही, ऐसे कैलकुलेटर व्यक्तियों को अधिकतम आय सुनिश्चित करने के लिए अपने एसआईपी निवेश को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
क्या आप अब भी इस ऑनलाइन कैलकुलेटर के "क्या" और "कैसे" से परिचित नहीं हैं?
आपकी मदद करने के लिए यहां एक संक्षिप्त अवलोकन दिया गया है। आगे पढ़ते रहें!
कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर क्या है?
कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर एक ऑनलाइन उपकरण है जो निवेशकों और लोन लेने वाले लोगों को वह राशि पता लगाने में मदद करता है जो उन्हें लोन की अवधि में अदा करने हैं या निवेश की अवधि में प्राप्त करने हैं।
कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर व्यक्ति को अपने बचत खाते या एक खास समय अंतराल में निवेश में मौजूदा ब्याज दरों के हिसाब से मिलने वाली कंपाउंड वृद्धि का पता लगाने में मदद करता है।
अब आपको कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर के बारे में जानकारी मिल गई होगी। इसकी कैलकुलेशन की प्रक्रिया पर भी बेहद अहम है।
तो हमें इसकी कैलकुलेशन की प्रक्रिया पर भी ध्यान देना चाहिए।
कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेट करने का फ़ॉर्मूला क्या है?
कंपाउंड इंटरेस्ट का एक मान्य फ़ॉर्मूला है। कंपाउंड इंटरेस्ट आसानी से पता करने के लिए लोग नीचे दिए गए फ़ॉर्मूला का इस्तेमाल कर सकते हैं,
कंपाउंड इंटरेस्ट निकालने का फ़ॉर्मूला :
A = P (1+r/n) ^nt
फ़ॉर्मूला में मौजूद वेरिएबल नीचे दिए गए हैं,
A= कंपाउंड इंटरेस्ट (चक्रवृद्धि ब्याज)
P= प्रिंसिपल अमाउंट (मूल राशि)
R/r= रेट ऑफ़ इंटरेस्ट (ब्याज दर)
N/n= साल में कितनी बार ब्याज की चक्रवृद्धि हुई
T/t= अवधि/ साल
चलिए कंपाउंड इंटरेस्ट फ़ॉर्मूला को उदाहरण के साथ समझते हैं,
मान लीजिए कि एक व्यक्ति ने 3 सालों के लिए ₹ 50,000 का निवेश किया हुआ है जिसकी सालाना ब्याज दर 10% है। तो पहले साल, उसको मिलने वाला ब्याज इस प्रकार होगा,
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बिंदू |
वैल्यू |
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मूल |
₹ 50,000 |
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ब्याज दर |
10% |
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मिलने वाला ब्याज (पहले साल) |
₹ 50,000 x 10/100 = ₹ 5,000 |
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मिलने वाला ब्याज (दूसरे साल का ब्याज मूल राशि और पहले से अर्जित ब्याज पर गिना जाएगा) कुल राशि |
₹ 50,000 + ₹ 5,000= ₹ 55,000 (मूल राशि+पहले साल का ब्याज) इसलिए , पहले साल मिलने वाला ब्याज= ₹ 55,000 X 10/100 = ₹ 5,500 कुल ब्याज/ दूसरे साल मिलने वाला ब्याज= ₹ 5,500+ ₹ 5,000 = ₹ 10,500 ₹ 50,000+ ₹ 10,500 = ₹ 60,500 |
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मिलने वाला ब्याज (तीसरे साल का ब्याज मूल और पहले और दूसरे साल कमाए ब्याज पर गिना जाएगा) कुल राशि |
₹ 55,000 + ₹ 5,500 = ₹ 60,500 (मूल राशि+दूसरे साल का ब्याज) इसलिए, दूसरे साल मिलने वाला ब्याज= ₹ 60,500 X 10/100 = ₹ 6,050 तीसरे साल मिलने वाला कुल ब्याज = ₹ 6,050 + ₹ 5,500 + ₹ 5,000 = ₹ 16,550 ₹ 60,500 + ₹ 6,050 = ₹ 66,550 |
कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर का इस्तेमाल कैसे करना है?
फिलहाल, इंटरनेट पर बहुत से कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर मौजूद हैं। इन कैलकुलेटर को इस्तेमाल करने के लिए व्यक्ति को नीचे दिए तरीके का इस्तेमाल करना होगा,
चरण 1 - व्यक्ति को स्लाइडर 'कुल निवेश' के नीचे लाना होगा। जैसा ऊपर उदाहरण में बताया गया है, व्यक्ति को स्लाइडर ₹ 50,000 में लाकर फ़िक्स करना होगा। वो इसके बगल के बॉक्स में खुद से भी कीमत डाल सकते हैं।
चरण 2 - उन्हें अवधि में स्लाइडर एडजस्ट करना होगा। यहां उन्हें 3 साल भरना होगा।
चरण 3 - आखिरी में, उन्हें दिए गए बॉक्स में ब्याज दर भरनी होगी (सालाना- यहां, 10% सालाना) उदाहरण के तौर पर -
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इनपुट |
वैल्यू |
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कुल निवेश (यानि मूल राशि) |
₹ 50,000 |
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अवधि |
3 years |
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ब्याज दर |
10% |
दिए गए बॉक्स में जानकारी भरकर कंपाउंड इंटरेस्ट की राशि का पता लगा सकते हैं। कैलकुलेटर इस तरह से जानकारी देगा।
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आउटपुट |
वैल्यू |
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ब्याज दर |
₹ 16,550 |
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कुल राशि |
₹ 66,550 |
कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर का इस्तेमाल करने के क्या फ़ायदे हैं?
कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर का इस्तेमाल करने के फ़ायदों की सूची नीचे दी गई है -
1. इस्तेमाल में आसान
ज्यादातर वेबसाइट पर मौजूद कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर को इस्तेमाल करना आसान है। व्यक्ति को संबंधित बॉक्स में मांगी गई जानकारी भरनी होती है या स्लाइडर एडजस्ट करना होता है, और उसके हिसाब से कैलकुलेटर नतीजे पेश कर देता है। अवधि के अंत में मिलने वाला ब्याज/कुल मूल राशि का पता लगाने के लिए व्यक्ति तरह तरह के कॉम्बिनेशन कैलकुलेटर में डाल सकते हैं।
2. सटीक
चूंकि कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर ऑनलाइन उपकरण है और यह पहले से सेट किए गए फ़ॉर्मूला के आधार पर काम करता है। इसलिए, इसमें गलती होने की संभावना नहीं होती।
3. समय की बचत
कंपाउंड इंटरेस्ट मैनुअल तरीके से निकालने में काफी समय लग जाता है खास तौर पर जब अवधि 10 या 15 साल से ज्यादा की है। वहीं, कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर कुछ सेकेंड में ही नतीजे पेश कर देता है जिससे आपका काफी समय बच जाता है।
कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर इस्तेमाल करने के फ़ायदे लोगों को समझ आ चुके हैं। हालांकि, लोगों को कंपाउंड इंटरेस्ट से जुड़ी कुछ बातें पता होनी चाहिए और इस उपकरण को प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करना आना चाहिए। आगे पढ़िए
कंपाउंड इंटरेस्ट के घटक क्या-क्या हैं?
कंपाउंड इंटरेस्ट के चार घटक हैं। ये हैं मूल राशि, ब्याज, चक्रवृद्धि की गति, समय अवधि।
कंपाउंड इंटरेस्ट को कौन सी बातें प्रभावित करती हैं?
कंपाउंड इंटरेस्ट को नीचे दी गई बातें प्रभावित करती हैं-
ब्याज दर- ऊंची ब्याज दर ज्यादा चक्रवृद्धि देती है।
समय अवधि - यह वह समय होता है जिसमें धन की चक्रवृद्धि होती रहती है। जितना लंबा समय होगा, उतना ज्यादा रिटर्न मिलेगा।
चक्रवृद्धि की गति - चक्रवृद्धि मासिक है, तिमाही है या सालाना है। यहां चक्रवृद्धि की गति का मतलब उस संख्या से है जितनी बार साल में ब्याज मिलता है। चक्रवृद्धि की गति ब्याज दर को प्रभावित करती है, हाई- फ़्रीक्वेंसी कंपाउंडिंग कम दरों पर मौजूद होती है।
अब हम कंपाउंड इंटरेस्ट कैलकुलेटर के लेख के अंत में आ चुके हैं। ऊपर दी गई प्रक्रिया और जानकारी को ध्यान से पढ़ें बिना किसी समस्या के इस ऑनलाइन उपकरण का इस्तेमाल करें।