वे ट्रैफ़िक नियम जो हर कार/बाइक चालक को भारत में पता होना चाहिए
भारत हर 1000 व्यक्तियों पर 22 कारें हैं (स्रोत)। हालांकि यह अनुपात संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों के मुकाबले बहुत कम है, फिर भी यह भारत की आबादी को देखते हुए वाहनों की भारी संख्या को दर्शाता है।
देश की सड़कों पर इतने ज़्यादा ट्रैफ़िक के साथ, ट्रैफ़िक अधिकारियों को अक्सर कानून और व्यवस्था बनाए रखने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
कई नए ड्राइवर इन नियमों से अनजान होते हैं, जबकि कुछ लोग दूसरों की सुरक्षा के बारे में सोचे बिना, कानूनों का उल्लंघन करते हैं। यदि आप कुछ दिनों में ड्राइविंग शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं, तो यहां कुछ बुनियादी नियम हैं जिन्हें आपको जानना चाहिए, साथ ही उनके उल्लंघन करने के नतीजे भी आपको मालूम होने चाहिए।
चलिए सड़कों पर उतरते हैं!
वे 7 अहम ट्रैफ़िक नियम जिनका भारत में पालन किया जाना चाहिए
नीचे कुछ सबसे आम ट्रैफ़िक कानूनों के बारे में बताया गया है जिनके बारे में देश के हर चालक को पता होना चाहिए। ये कुछ ऐसे नियम भी हैं जिन्हें सबसे ज़्यादा बार तोड़ा जाता है।
1. शराब पीकर गाड़ी न चलाएं
एक आंकड़े से पता चला है कि नशे में ड्राइव करने के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में रोजाना लगभग 19 भारतीय मारे जाते हैं (स्रोत)
मौजूदा कानून के अनुसार, जब तक आपके खून में अल्कोहल की सीमा 0.03% तक है, तभी तक आप वाहन चला सकते हैं। इसका मतलब है कि 100 मिलीलीटर खून में मात्र 30 मिलीग्राम अल्कोहल हो सकता है।
यदि कोई व्यक्ति इस बीएसी परीक्षा को पास करने में नाकाम रहता है, तो उसके खून में पाई गई शराब की मात्रा के हिसाब से 2000 रुपये से लेकर 10,000 रुपये के बीच जुर्माना लगाया जा सकता है।
इसके अलावा, ऐसे व्यक्तियों को 7 महीने से लेकर चार साल तक की जेल की सजा भी सुनाई जा सकती है।
2. हमेशा वैध कार इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदें
मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अनुसार, भारत में सभी मोटर वाहनों के पास हमेशा वैध थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस कवरेज होना ज़रूरी है।
यदि आप ध्यान नहीं देते हैं और इंश्योरेंस पॉलिसी की वैधता खत्म हो जाती है, तो आपको ऐसी सुरक्षा योजना के बिना वाहन चलाने के लिए दंडित किया जा सकता है।
इस तरह का अपराध पहली बार करने पर ट्रैफ़िक अधिकारी 2000 रुपये का जुर्माना लेते हैं। हालांकि, बार-बार यही अपराध करने पर 4000 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है।
3. कार चलाते समय अपनी सीट बेल्ट पहनें
यदि आप ड्राइविंग के लिए नए हैं, तो अपने वाहन में बैठते ही पहली चीज के रूप में सीट बेल्ट पहनने की आदत डालें। ऐसा करने से न केवल आपको ट्रैफ़िक नियमों के उल्लंघन से बचने में मदद मिलेगी, बल्कि दुर्घटनाओं होने पर आपकी जान भी बचेगी।
यदि आप अपनी कमर और छाती पर बिना सीट बेल्ट बांधे ड्राइविंग करते हुए पकड़े जाते हैं, तो ट्रैफ़िक पुलिस मौके पर ही इस उल्लंघन के लिए 1000 रुपये तक का जुर्माना लगा सकती है।
तो, एक हीरो बनिए और अपनी सीट बेल्ट लगाइए!
4. बिना हेलमेट के टू-व्हीलर वाहन चलाना
टू-व्हीलर वाहन चलाते समय हेलमेट पहनना चाहिए। यहां ध्यान देने वाली एक बात यह है कि कानून में कहा गया है कि टू-व्हीलर वाहन पर सभी व्यक्तियों को हेलमेट लगाना चाहिए, न कि केवल चालक को।
इस नियम का पालन न करने पर 1000 रुपये तक का जुर्माना लगता है।
गंभीर मामलों में, ट्रैफ़िक अधिकारी आपके लाइसेंस को 3 महीने तक की अवधि के लिए रद्द करने का निर्णय ले सकते हैं।
5. सवारी करते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना
1 अक्टूबर, 2020 से लागू हुए नए मोटर वाहन नियम के अनुसार, वाहन चलते समय ड्राइवर केवल अपने फोन को नेविगेशनल टूल के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
यदि आप वाहन चलाते समय किसी अन्य प्रकार से फोन का इस्तेमाल करते हुए पकड़े गए हैं, तो 5000 रुपये तक का जुर्माना देने के लिए तैयार हो जाएं। ऐसे ट्रैफ़िक उल्लंघनकर्ताओं पर एक साल की जेल की सजा भी लागू होती है।
जब तक ड्राइव कर रहे हैं अपने फोन को बंद रखें और सड़क पर ध्यान दें!
6. तय गति सीमा से तेज चलाना
ड्राइवर को कभी भी सड़क पर सुझाई गई गति की गाइडलाइन से अधिक तेज वाहन नहीं चलाना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से ट्रैफ़िक पुलिस का गुस्सा फूटेगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में 66% दुर्घटनाएं भारतीय सड़कों पर तेज गति के कारण हुईं। (स्रोत)
तेज गति के लिए लगाया जाने वाला जुर्माना आपके वाहन के साइज़ के अनुसार अलग होता है, आमतौर पर 1000 रुपये और 2000 रुपये के बीच होता है।
7. लाल बत्ती पार करना
यदि आप 5000 रुपये तक का दंड और एक साल की जेल की सजा वहन करने का इरादा नहीं रखते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप ड्राइव करने के दौरान अलग-अलग ट्रैफ़िक सिग्नलों का पालन करें, भले ही आप जल्दी में हों। पुरानी कहावत याद रखें, 'दुर्घटना से देर भली।’
8. "नो एंट्री" ज़ोन के नियमों का पालन
एक "नो एंट्री" ज़ोन आमतौर पर एक विशिष्ट सिग्नल के साथ चिह्नित होता है, जिसे आप ड्राइविंग करते समय आसानी से देख सकते हैं। ये आमतौर पर वन-वे ट्रैफ़िक मूवमेंट के लिए बनाए जाते हैं। ऐसे क्षेत्रों में प्रवेश करने से बचें, क्योंकि आप अन्य कारों से टकरा सकते हैं और दुर्घटनाएं कर सकते हैं।
ये ड्राइवर के लिए कुछ सबसे बुनियादी ट्रैफ़िक कानून हैं। ड्राइवर के साथ-साथ एक व्यक्ति के रूप में, आपको कई अन्य लोगों का भी ध्यान रखना होगा।
सुरक्षित ड्राइव करें और सभी कानूनों का पालन करें!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या ड्राइव करते समय कॉल रिसीव करने के लिए हैंड्स-फ्री मोड का इस्तेमाल करना अवैध है?
ब्लूटूथ इयरपीसजैसी नई तकनीक के साथ लोगों के लिए अपने स्मार्टफोन को छुए बिना फोन कॉल उठाना संभव हो गया है।
हालांकि, ड्राइविंग करते समय हैंड्स-फ्री मोड का इस्तेमाल करना भी अवैध माना जाता है, क्योंकि यह सड़क से ड्राइवर का ध्यान भटकाता है। इससे हादसे जैसी अन्य वारदात हो सकती हैं।
जब आपकी कार की इंश्योरेंस पॉलिसी समाप्त हो जाती है तो आप दंड से कैसे बच सकते हैं?
भारत में हर कार और बाइक के लिए वैध मोटर इंश्योरेंस प्लान अनिवार्य है। यदि आपकी पॉलिसी समाप्त हो जाती है, तो आप 4000 रुपये तक का भारी जुर्माना देने के लिए उत्तरदायी हैं।
इस प्रकार, इस तरह के दंड से बचने का एकमात्र तरीका पुरानी योजना समाप्त होने से पहले अपनी योजना को रिन्यू करना होगा।
मैं अभी ड्राइव करना सीख रहा हूं। क्या मुझे भी लाइसेंस की ज़रूरत है?
आप जिस वाहन पर सीख रहे हैं, उसके आधार पर सीखने वाले को एक विशेष लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने की ज़रूरत है। आप ड्राइविंग टेस्ट के जरिए इसके लिए पास होने के बाद अपने मानक चालक का लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं। फिर भी, लर्निंग लाइसेंस के बिना सीखने वाले को दंड भी देना होगा।
तेज गति के लिए अधिकतम दंड क्या है?
भारतीय सड़कों पर तेज गति के लिए जुर्माना आपके वाहन के साइज़ पर निर्भर करता है। उदाहरण के तौर पर अगर आप तेज गति से लाइट मोटर वाहन चला रहे हैं, तो आपको 1000 रुपये तक का जुर्माना देना होगा।
दूसरी ओर, सामान्य यात्री वाहनों के लिए, यह जुर्माना 2000 रुपये तक होगा।