महाराष्ट्र में ट्रैफ़िक चालान के बारे में संपूर्ण जानकारी
महाराष्ट्र आरटीओ के बारे में संपूर्ण जानकारी
नवंबर 2019 में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा दिए गए आकड़े बताते हैं कि 2018 में महाराष्ट्र में सड़क दुर्घटना के कारण 13,261 मृत्यु हुईं। यह आकड़ा दर्शाता है कि 2017 के मुकाबले दुर्घटना से हुई मौतों में 8.1% का इजाफ़ा हुआ। 2020 तक महाराष्ट्र में 12,000 से ज्यादा लोग सड़क दुर्घटना के कारण मारे गए और ट्रैफ़िक अनियमितताओं को इसका बड़ा कारण माना गया।
ट्रैफ़िक अधिकारियों के मुताबिक, सड़क दुर्घटना के कारण होने वाली मौतों की तेजी से बढ़ती संख्या का एक बड़ा कारण बहुत तेज गाड़ी चलाना हो सकता है। दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को न सिर्फ महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश में कम करने के लिए देश की सरकार ने मौजूदा मोटर वाहन अधिनियम, 1988 में तमाम बदलाव किए हैं।
महाराष्ट्र में ट्रैफ़िक चालान की सूची
नीचे दी गई तालिका में, हम आपको उन ट्रैफ़िक चालान के बारे में बता रहे हैं जिन्हें 21 सितंबर 2019 को घटाया गया है। साथ ही हमने उन दरों की तुलना भी की है जो 3 सितंबर 2019 में पहले ही प्रभावी हो गई थीं।
उल्लंघन | जुर्माना |
बिना सीटबेल्ट के गाड़ी चलाना | ₹1000 |
अतिरिक्त सामान ढोना | पहली बार गलती करने पर: ₹500 गलती दोहराने पर: ₹1500 |
दोपहिया पर तीन सवारी बिठाना | ₹1000 |
बिना नंबर प्लेट के गाड़ी चलाना | पहली बार गलती करने पर: ₹500 गलती दोहराने पर: ₹1500 |
बिना हेलमेट गाड़ी चलाना | ₹1000 |
अव्यस्क का गाड़ी चलाना | ₹25000 |
नो पार्किंग ज़ोन में पार्किंग करना | पहली बार गलती करने पर: ₹500 गलती दोहराने पर: ₹1500 |
खतरनाक तरीके से/जोखिम भरी गाड़ी चलाना | पहली बार गलती करने पर: ₹5000 गलती दोहराने पर: ₹10000 |
ट्रैफ़िक सिग्नल तोड़ना | पहली बार गलती करने पर: ₹5000 गलती दोहराने पर: ₹10000 |
गाड़ी चलाते समय मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करना | पहली बार गलती करने पर: ₹5000 गलती दोहराने पर: ₹10000 |
बिना इंश्योरेंस वाला वाहन चलाना | ₹2000 |
शराब पीकर गाड़ी चलाना | ₹10000 |
बिना रजिस्ट्रेशन वाला वाहन चलाना | ₹2000 |
बहुत तेज गाड़ी चलाना | हलके वाहनों (एलएमवी) के लिए: ₹1000 मीडियम पैसेंजर माल वाहनों के लिए: ₹2000 |
विस्फोटक/ज्वलनशील सामान के साथ गाड़ी चलाना | ₹10000 |
सड़क विनियम भंग करना | ₹1000 |
गाड़ी चलाने के लिए मानसिक या शारीरिक ठीक न होने पर गाड़ी चलाना | पहली बार गलती करने पर: ₹1000 गलती दोहराने पर: ₹2000 |
इमरजेंसी वाहनों को रास्ता न देना | ₹10000 |
अयोग्य ठहराए गए व्यक्ति का वाहन चलाना | ₹10000 |
बिना इंश्योरेंस के गाड़ी चलाना | ₹2000 |
रेस लगाना | पहली बार गलती करने पर: ₹5000 गलती दोहराने पर: ₹10000 |
ओवरलोडिंग | ₹2000 |
बिना वैध लाइसेंस के गाड़ी चलाना | ₹5000 |
किसी अन्य राज्य में रजिस्टर हुए वाहन को 12 माह से अधिक चलाना | पहली बार गलती करने पर: ₹500 गलती दोहराने पर: ₹1500 |
वाहन के मालिक के पते में हुए बदलाव के बारे में सूचित न करने पर | पहली बार गलती करने पर: ₹500 गलती दोहराने पर: ₹1500 |
नए ट्रैफ़िक चालान महाराष्ट्र में कब से प्रभावी होंगे?
महाराष्ट्र की राज्य सरकार ने 2019 के मोटर वाहन अधिनियम के बाद नया ट्रैफ़िक चालान लागू किया। विचार विमर्श के बाद, दिसंबर 2019 से नए बदलाव महाराष्ट्र के अलग अलग हिस्सों में लागू किए गए।
महाराष्ट्र उन राज्यों में से था जिसने पूरे मामले का संज्ञान लेने के बाद नए आए ट्रैफ़िक चालान को अक्षम बताया। गुजरात, केरल, कर्नाटक जैसे कई राज्यों के साथ इस राज्य ने भी वाहन मालिक और चालक के हितों का हवाला देते हुए संशोधित चालान को रोक दिया था।
लेकिन, कुछ समय तक चालान को लागू न होने देने के बाद, महाराष्ट्र ट्रैफ़िक चालान को संशोधित अधिनियम द्वारा निर्धारित नई दरों के हिसाब से बदला गया।
क्या महाराष्ट्र में ट्रैफ़िक चालान घटाए गए है?
नए ट्रैफ़िक चालान से महाराष्ट्र के कुछ ट्रैफ़िक चालान में कमी आई है। उदाहरण के तौर पर, बिना वैध लाइसेंस के दोपहिया या चार पहिया वाहन चलाने पर अब ₹ 5,000 की जगह केवल ₹ 1,000 या ₹ 2,000 का चालान ही भरना पड़ेगा। इसी प्रकार, इमरजेंसी वाहन का रास्ता रोकने पर पहले ₹ 10,000 का चालान कटता था जो अब केवल ₹ 1,000 रह गया है।
हालांकि महाराष्ट्र में नए ट्रैफ़िक चालान में कुछ तेजी भी आई है। उदाहरण के तौर पर, गति सीमा से ज्यादा तेज गाड़ी चलाने पर ₹ 4,000 तक चालान बढ़ गया। इसके अलावा, अवयस्क होने पर गाड़ी चलाने पर पहले लगने वाला ₹ 500 का चालान अब बढ़कर ₹ 5000 का हो गया है। इसलिए, चालान के बढ़ने की भी संभावना है।
नागरिक के तौर पर ध्यान देने वाली जरूरी बातें
महाराष्ट्र के नागरिक के तौर पर, महाराष्ट्र में गाड़ी चलाते समय आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। उदाहरण के तौर पर, आपको ट्रैफ़िक के नियम और सिगनल के प्रति जागरूक होना चाहिए, और गाड़ी चलाते समय इसे तोड़ने से बचना चाहिए। साथ ही, आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि कहीं आपका वाहन हवा या ध्वनी प्रदूषण तो नहीं कर रहा।
इसके अलावा, आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके पास कार से संबंधित सभी दस्तावेज हैं या नहीं, जैसे लाइसेंस और इंश्योरेंस प्रमाणपत्र। इससे आप ट्रैफ़िक अधिकारियों द्वारा की जाने वाली कार्यवाही या चालान से बच सकते हैं।
महाराष्ट्र में आरटीओ चालान से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या महाराष्ट्र में ट्रैफ़िक चालान घटा दिए गए?
नहीं, राज्य ने मोटर वाहन संशोधित अधिनियम, 2019 के तहत परिवर्तित किए गए चालान को लागू किया है।
क्या भारत के सभी राज्यों में चालान एक समान होते हैं?
नहीं, कई राज्यों ने संशोधित चालान को लागू करने से मना कर दिया क्योंकि उन्हें ये अक्षम लगता है।
क्या चालान से बचने के लिए वाहन मालिकों के पास कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी का होना अनिवार्य है?
नहीं, मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के मुताबिक केवल थर्ड पार्टी लाएबिलिटी इंश्योरेंस कवर होना अनिवार्य है।