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पैन का क्षेत्राधिकार क्या है: इसका मतलब, इसे कैसे बदलें और इसकी प्रक्रिया

स्थाई खाता नंबर (पैन) दस अंकों का एक यूनिक अल्फ़ान्यूमेरिक नंबर होता है जिसे आयकर विभाग जारी करता है। इस नंबर से सरकार करदाताओं के वित्तीय लेनदेन को ट्रैक करने में मदद लेती है और सुनिश्चित करती है कि देश में टैक्स चोरी की संभावना कम से कम हो जाए।

इस लेख में पैन के क्षेत्राधिकार से जुड़ी सभी ज़रूरी बातों पर चर्चा करने के साथ-साथ यह भी बताया गया है कि किन परिस्थितियों में लोग इसे बदलने का विकल्प चुनते हैं।

पैन का क्षेत्राधिकार क्या है?

हर कार्डहोल्डर पैन नंबर के साथ जुड़े एक मूल्यांकन अधिकारी (एसेसिंग ऑफ़िसर) के साथ जुड़ा होता है। इस पर कई भूमिकाओं और ज़िम्मेदारियों को पूरा करने का जिम्मा होता है। इसके अलावा, प्राधिकरण एक पैन कार्ड के साथ एक यूनिक एओ कोड देता है जो एक विशिष्ट क्षेत्राधिकार के भीतर काम करता है, जैसे कि पैन का क्षेत्राधिकार।

यह कोड कमीशन-इन-चार्ज और वार्ड का नाम या संख्या के बारे में भी बताता है। अपने पैन के क्षेत्राधिकार को जानना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे ये जानकारियां मिल सकती है:

  • ज्वॉइन्ट कमिश्नर या चीफ़ कमिश्नर की रेंज

  • चीफ़ कमिश्नर का क्षेत्र

  • एक मूल्यांकन अधिकारी की जगह और पदनाम

पैन के क्षेत्राधिकार की ज़रूरत क्या होती है?

पैन के क्षेत्राधिकार की ज़रूरत के कुछ मुख्य कारण ये होते हैं:

  • पैन का क्षेत्राधिकार चीफ़ कमिश्नर, कमिश्नर, मूल्यांकन अधिकारी और ज्वॉइन्ट कमिश्नर की ज़िम्मेदारियों, भूमिका, सीमा, स्थान और पदनाम के बारे में बताता है।
  • यह पैन की निरीक्षण प्रक्रिया में मदद करता है, जिसे स्थाई पते के आधार पर लागू किया जाता है।
  • पैन का क्षेत्राधिकार तब काम आता है जब कोई कार्ड होल्डर स्थाई पता बदलने की वजह इसे बदलना चाहता है।

 

पैन के क्षेत्राधिकार को जानने के चरण क्या होते हैं?

पैन के क्षेत्राधिकार के बारे में जानने के लिए आप नीचे बताए गए कुछ सरल चरणों का पालन कर सकते हैं:

चरण 1: भारत के आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट के पोर्टल पर जाएं।

चरण 2: इसमें क्विक लिंक सेक्शन में जाकर “अपना एओ जानें” पर क्लिक करें।

चरण 3: रिडायरेक्ट हुए पॉपअप बॉक्स में सही पैन नंबर भरें और “सबमिट करें” पर क्लिक करें।

चरण 4: मोबाइल नंबर देने के बाद लोगों को एक ओटीपी मिलती है। इस ओटीपी को दर्ज करें और “पुष्टि करें” पर क्लिक करें।

चरण 5: अब अगले पेज पर, किसी खास पैन की पैन क्षेत्राधिकार की जानकारी दिखाई दे जाएगी। अब स्क्रीन पर ये विवरण दिखाई देंगे जैसे, यूज़र का नाम, क्षेत्र कोड, एओ नंबर, एओ प्रकार, रेंज कोड, आईटी वार्ड कार्यालय भवन का नाम, क्षेत्राधिकार, संबंधित कार्यालय की ईमेल आईडी, पैन कार्ड का स्टेटस वगैरह हैं।

लोग अपना पैन क्षेत्राधिकार क्यों बदलते हैं?

आमतौर पर, पैन का क्षेत्राधिकार बदलने की ज़रूरत इन दो वजहों से पड़ती है:

  • अपना स्थाई पता बदलने के दौरान: यह समझना महत्वपूर्ण है कि रिटर्न दाखिल करने के उद्देश्यों के लिए आवासीय पता बदलना ज़रूरी है। इससे सुनिश्चित होगा कि आयकर विभाग और पैन कार्ड होल्डर के बीच संचार में कोई रुकावट नहीं है।

  • मूल्यांकन अधिकारी के व्यवहार की वजह से पैदा होने वाले टकराव: अगर पैन होल्डर अपने मूल्यांकन अधिकारी के व्यवहार से असंतुष्ट हैं, तो वे अपना पैन क्षेत्राधिकार बदल सकते हैं। इसके अलावा, अगर किसी व्यक्ति को लगता है कि कोई मूल्यांकन अधिकारी उनके कामों और भूमिकाओं को पूरा नहीं कर सकता है, तो वे पैन का क्षेत्राधिकार बदलने का विकल्प चुन सकता है।

पैन का क्षेत्राधिकार कैसे बदलें?

कोई भी करदाता दो प्राथमिक कारणों की वजह से पैन का क्षेत्राधिकार बदलने का विकल्प चुनता है। लोग नीचे बताए गए दो तरीकों से पैन क्षेत्राधिकार को बदल सकते हैं:

स्थाई पता बदल जाने की स्थिति में इन चरणों का पालन करना चाहिए:

चरण 1: एनएसडीएल के आधिकारिक पोर्टल पर जाएं।

चरण 2: अरवीस सेक्शन में “पैन” को सेलेक्ट करें।

चरण 3: अब रिडायरेक्ट हुए पेज पर, "पैन डेटा में बदलाव/सुधार" सेक्शन के तहत “आवेदन करें" चुनें।

चरण 4: बॉक्स में सही व्यक्तिगत जानकारी भरें और ज़रूरत के सभी दस्तावेज़ अपलोड करें।

चरण 5: सभी व्यक्तिगत जानकारी देने के बाद इस पेज से आपको पेमेंट गेटवे के पेज पर रिडायरेक्ट कर दिया जाएगा। अब आगे की प्रक्रिया के लिए मांगी गई राशि का भुगतान करना होगा। भुगतान के बाद “सबमिट करें” पर क्लिक करें।

इस प्रक्रिया से पैन क्षेत्राधिकार सफलतापूर्वक पूरा हो जाएगा। आम तौर पर, नए मूल्यांकन अधिकारी कोड के साथ नया पैन कार्ड मिलने में लगभग 15 दिन लगते हैं।

मूल्यांकन अधिकारी के व्यवहार से असंतुष्ट होने पर इन चरणों का पालन करें:

चरण 1: लोगों को इसके बारे में विस्तार से बताते हुए आयकर लोकपाल या अधिकृत प्रतिनिधि को एक पत्र भेजना चाहिए।

चरण 2: इस पत्र के साथ ही, लोगों को व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, पता, मूल्यांकन अधिकारी का नाम और मूल्यांकन अधिकारी से असंतुष्ट होने की वजह का पूरा विवरण देना चाहिए।

चरण 3: ऐसा करने के बाद पत्र पर हस्ताक्षर करें और इस पर मूल्यांकन अधिकारी के हस्ताक्षर भी ले लें।

चरण 4: आखिर में, सभी प्रासंगिक दस्तावेजोंज़ों को पत्र के साथ संलग्न करने और संबंधित प्राधिकारी को भेजें।

हर पैन कार्ड होल्डर को पैन क्षेत्राधिकार के विवरण जानने का महत्व हमेशा याद रखना चाहिए। इन विवरणों से आयकर विभाग को सूचनाएं भेजने के लिए करदाता से संवाद करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, इस जानकारी को जानने से आयकर रिटर्न की ई-फ़ाइलिंग प्रक्रिया और पैन के लिए आवेदन करने में भी मदद मिलती है।

पैन के क्षेत्राधिकार के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या हम पैन का क्षेत्राधिकार बदल सकते हैं?

हां, हम नए मूल्यांकन अधिकारी के लिए आवेदन करके पैन स्थानांतरण का विकल्प चुन सकते हैं।

जब कोई व्यक्ति अपना आवासीय पता बदलता है तो क्या पैन के क्षेत्राधिकार का स्थानांतरण ज़रूरी है?

पैन का स्थानांतरण का विकल्प चुनना महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे हमारे विवरण, हमारे नए मूल्यांकन अधिकारी को स्थानांतरित हो जाएंगे।

पैन होल्डर को अलग-अलग क्षेत्राधिकार किस आधार पर दिए जाते हैं?

पैन का क्षेत्राधिकार व्यक्ति के आय के स्रोत के साथ-साथ उनके संबंधित आवासीय विवरण के आधार पर दिया जाता है।