मोटर इंश्योरेंस के प्रकार
मोटर इंश्योरेंस क्या है?
मोटर इंश्योरेंस किसी भी दूसरी इंश्योरेंस पॉलिसी की तरह ही है, लेकिन दूसरे प्रकार के इंश्योरेंस के उलट, यह अनिवार्य होता है! जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, यह एक तरह का इंश्योरेंस है जो मोटरसाइकिल, कार, जीप और कमर्शियल वाहन सहित हर तरह के मोटर वाहन को कवर करता है।
आपकी और दूसरों की सुरक्षा के लिए सरकार ने मोटर इंश्योरेंस को अनिवार्य कर दिया है। आप जिस प्रीमियम का सालाना भुगतान करते हैं, उसकी कीमत किसी भी दुर्घटना की स्थिति में मिलने वाले फायदों की तुलना में कुछ भी नहीं है।
इस संबंध में अधिकांश लोगों के मन में एक गलतफहमी होती है कि मोटर इंश्योरेंस केवल मोटर वाहन को कवर करता है, जोकि सही नहीं है!
आइए, सबसे पहले विभिन्न प्रकार के मोटर इंश्योरेंस कवरेज के बारे में जानें और यह समझें कि वे बड़े पैमाने पर क्या कवर करते हैं! मोटर इंश्योरेंस को दो आधार पर बांटा जा सकता है
- वाहन का प्रकार, जिसके लिए आप इंश्योरेंस ले रहे हैं
- कवरेज की राशि, जिससे आप अपने वाहन को कवर करना चाहते हैं
तो, आपके वाहन के प्रकार के आधार पर भारत में कितने प्रकार के वाहन इंश्योरेंस उपलब्ध हैं?
भारत में मोटर इंश्योरेंस के प्रकार
प्राइवेट कार इंश्योरेंस पॉलिसी
यह वह मोटर इंश्योरेंस है, जिसे हर प्राइवेट कार के मालिक को लेना पड़ता है। भारत सरकार की तरफ से ऐसा करना अनिवार्य है। यह कार को टक्कर, आग लगने, प्राकृतिक आपदाओं से और चोरी होने जैसी दुर्घटनाओं से होने वाले नुकसान के साथ ही, मालिक को लगने वाली चोट से भी कवर करता है। यह किसी थर्ड-पार्टी को लगी चोट या टूट-फूट को भी कवर करता है। कार इंश्योरेंस लेंटू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी
यह इंश्योरेंस पॉलिसी टू-व्हीलर, जैसे कि स्कूटर या बाइक को कवर करती है और भारत सरकार की तरफ से यह इंश्योरेंस लेना अनिवार्य है। दुर्घटना, आपदा, आग, चोरी, और अन्य कारणों से टू-व्हीलर को होने वाले नुकसान के साथ ही थर्ड-पार्टी को होने वाले नुकसान और चोट को भी कवर किया जाता है। इसमें वाहन के लिए अनिवार्य व्यक्तिगत दुर्घटना कवर के साथ ही यात्रियों के लिए वैकल्पिक कवरेज भी शामिल है। बाइक इंश्योरेंस लेंकमर्शियल वाहन इंश्योरेंस
यह इंश्योरेंस उन सभी वाहनों को कवर करता है, जिनका इस्तेमाल निजी उद्देश्यों के लिए नहीं किया जाता है। ट्रक, बस, भारी कमर्शियल वाहन, हल्के कमर्शियल वाहन, बहु-उपयोगी वाहन, कृषि वाहन, टैक्सी/कैब, एम्बुलेंस, ऑटो-रिक्शा जैसे कुछ वाहन हैं, जिन्हें इस इंश्योरेंस में शामिल किया जाता है। कमर्शियल व्हीकल इंश्योरेंस लेंभारत में मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रकार
थर्ड-पार्टी | कॉम्प्रिहेंसिव |
दुर्घटना में आपके अपने वाहन को हुआ नुकसान/टूट-फूट |
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खुद के वाहन को आग से हुआ नुकसान/टूट-फूट |
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प्राकृतिक आपदा से खुद के वाहन को हुआ नुकसान |
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थर्ड-पार्टी के वाहन को हुआ नुकसान |
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थर्ड-पार्टी की संपत्ति को हुआ नुकसान |
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व्यक्तिगत दुर्घटना कवर |
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थर्ड-पार्टी व्यक्ति को चोट या मृत्यु |
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आपके वाहन की चोरी |
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अपनी आईडीवी (IDV) कस्टमाइज करें |
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कस्टमाइज किए गए ऐड-ऑन के साथ अतिरिक्त सुरक्षा |
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Get Quote | Get Quote |
कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ ऐड-ऑन
नीचे कुछ 'ऐड ऑन' कवर दिए गए हैं, जिनका लाभ बेसिक मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी की कीमत से थोड़े से ज्यादा प्रीमियम पर लिया जा सकता है।
बढ़ती उम्र के साथ कुछ मुश्किलें भी आती हैं। यह बात आपके वाहन पर भी लागू होती है। आपकी कार या बाइक जितनी पुरानी होती जाती है, उसका मूल्य उतना ही कम या 'डेप्रिशिएट' होता जाता है। लेकिन, घबराने की बात नहीं है। जीरो डेप्रिसिएशन ऐड-ऑन यह सुनिश्चित करता है कि आपके वाहन का मूल्य उतना ही बना रहे, जितने में आपने उसे खरीदा था। इसके तहत, निपटारे के दौरान आपकी इंश्योरेंस कंपनी डेप्रिसिएशन के बारे में नहीं सोचेगी!
इंजन और गियरबॉक्स सुरक्षा कवर एक 'ऐड ऑन' है, जो वाहन के इंजन को हुए नुकसान के लिए आर्थिक सुरक्षा देता है। ये पॉलिसी इंजन में पानी चले जाने से लेकर लुब्रिकेटिंग ऑयल के रिसाव तक होने वाले किसी भी तरह के नुकसान को कवर करती है।
अगर आपकी गाड़ी आधी रात को एक सुनसान सड़क पर खराब हो जाए तो आप क्या करेंगे? चिंता न करें, आपके लिए सड़क किनारे मिलने वाली सहायता उपलब्ध है। आपको बस एक कॉल करना है और इंश्योरेंस कंपनी के लोग मौके पर आएंगे और आपके वाहन की मरम्मत करेंगे। अगर यह संभव नहीं है, तो वे वाहन को किसी नजदीकी सर्विस स्टेशन पर ले जाएंगे। आप कम से कम सड़क पर हो सकने वाली चोरी जैसी दुर्घटनाओं से तो बच जाएंगे!
आजकल मोटर इंश्योरेंस कंपनियां एक कंज्यूमेबल कवर ऐड-ऑन देती हैं। यह वाहन की सर्विस जैसे इंजन तेल डालने के खर्च से लेकर खो चुके नट और बोल्ट की लागत को कवर करता है।
रिटर्न टू इनवॉइस ऐड-ऑन कवर आपकी कार/बाइक चोरी हो जाने पर या मरम्मत से ठीक न हो सकने की स्थिति में आपको उसकी पूरी कीमत वापस पाने का लाभ देता है। इसमें नए वाहन के पंजीकरण की लागत और उसका रोड टैक्स शामिल है।
आमतौर पर टायर को होने वाला नुकसान किसी भी स्टैंडर्ड इंश्योरेंस में शामिल नहीं किया जाता है, जब तक कि यह किसी दुर्घटना के दौरान ना हुआ हो। इसलिए यह टायर प्रोटेक्ट ऐड-ऑन आपको हर संभव स्थिति में टायर हो होने वाले सामान्य नुकसान, जैसे कि टायर के कटने, फटने या उभर आने पर आपको सुरक्षा और कवर देता है।
आप सोच रहे होंगे कि कोई व्यक्ति ये इंश्योरेंस क्यों लेगा, जब उसे व्यक्तिगत रूप से इससे कुछ भी फायदा नहीं मिलने वाला। है न?
देखिए, अगर आप अपने वाहन का इस्तेमाल कभी-कभार ही करते हैं न कि हर रोज, तो थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस लेने में समझदारी है, क्योंकि इसमें दुर्घटना होने की संभावना कम होगी।
साथ ही, अगर आप कुछ दिनों या महीनों में अपनी कार बेचने की सोच रहे हैं, तो भी पूरे साल के लिए कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस के लिए इतना ज्यादा प्रीमियम देने का कोई मतलब नहीं है!
एक और ध्यान देने लायक बात यह है कि कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस का ज्यादा कीमत वाला प्रीमियम अंततः एक कम बजट वाले खरीदार पर भारी पड़ता है! यही कारण है कि वे थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस लेना चाहते हैं।
हालांकि, हम फिर भी थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस के बजाय कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस लेने की सलाह देते हैं क्योंकि इसके फायदे आपके द्वारा भुगतान की जाने वाली कीमत के एवज में काफी ज्यादा हैं।
आपके मोटर बीमा को चुनने के बारे में एक पुरानी कहावत अभी भी सच है: “मोटी रकम की बजाय छोटी सी रकम के लिए ज्यादा हाथ पैर नहीं पटकने चाहिए 😊!”