भारतीयों के लिए दुबई वर्क वीज़ा: आवेदन कैसे करें, लागत और प्रोसेसिंग का समय
दुबई में, लगभग 38% कामकाजी आबादी भारतीय मूल की है। इसका श्रेय इस खाड़ी के तेज़ गति वाले विकास को दिया जा सकता है जो कई अंतरराष्ट्रीय वर्कर को आकर्षित करता है।
यदि आप भारत में कार्यरत पेशेवर हैं और दुबई में अवसर तलाश रहे हैं, तो आपको वर्क वीजा अवश्य प्राप्त करना होगा। भारतीय नागरिकों के लिए दुबई वर्क वीज़ा और अन्य संबंधित चीज़ों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आगे पढ़ें।
दुबई वर्क वीज़ा क्या है?
वर्क वीजा एक आधारिक दस्तावेज है जो विदेशी नागरिकों को किसी दूसरे देश में नौकरी पाने और वहां शारीरिक रूप से मौजूद रहते हुए काम जारी रखने की अनुमति देता है।
इसी तरह, दुबई वर्क वीज़ा भारतीयों जैसे विदेशी नागरिकों को वहां नौकरी करने और एक निश्चित अवधि तक जारी रखने की अनुमति देता है।
इसके अलावा, जो व्यक्ति यूनाइटेड अरब एमिरेट या दुबई में व्यापार करने के इच्छुक हैं, वे इस 60-दिवसीय वीज़ा के लिए आवेदन कर सकते हैं और तुरंत काम करना शुरू कर सकते हैं। हालाँकि, उन्हें इस अवधि के दौरान अपने यूनाइटेड अरब एमीरेट एंप्लॉयर के माध्यम से इंप्लॉयमेंट और रेसीडेंस वीजा (2 साल के लिए वैधता) के लिए आवेदन करना होगा और प्राप्त करना होगा।
भारतीयों के लिए दुबई वर्क वीज़ा के लिए क्या एलिजिबिलिटि क्राइटेरिया हैं?
भारत से दुबई के लिए वर्क परमिट प्राप्त करने से पहले कुछ एलिजिबिलिटि क्राइटेरिया हैं जिन्हें कर्मचारियों और इंप्लोयेर दोनों को पूरा करना होगा।
आवेदकों की उम्र कम से कम अठारह साल होनी चाहिए। उन्हें मिनिस्ट्री ऑफ़ हूमन रिर्सोसेस एंड एमीरेटाईज़ेशन (MoHRE) द्वारा निर्धारित स्टैंडर्ड का पालन करना होगा।
आवेदक के इंप्लोयेर का बिजनेस लाइसेंस चालू होना चाहिए।
इंप्लोयेर ने किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया होगा।
आवेदक जो वर्क करेंगे वह आपके इंप्लोयेर के व्यवसाय की प्रकृति के अनुरूप होना चाहिए।
दुबई में वर्क वीज़ा के लिए विदेशी वर्कर्स की एलिजिबिलिटि क्राइटेरिया
एकेडमिक क्वालिफिकेशन के आधार पर, विदेशी वर्कर्स को तीन समूहों में से एक में विभाजित किया गया है। ये इस प्रकार हैं.
कैटेगरी 1: आवेदक जिनके पास बैचलर की डिग्री है।
कैटेगरी 2: किसी भी क्षेत्र में पोस्ट-सेकेंडरी डिप्लोमा रखने वाले आवेदक।
कैटेगरी 3: हाई स्कूल डिप्लोमा वाले आवेदक।
अब जब आप एलिजिबिलिटि क्राइटेरिया जान गए हैं, तो आइए दुबई वर्क वीज़ा के लिए आवेदन प्रक्रिया के बारे में भी जानें।
भारत से दुबई वर्क वीज़ा के लिए कैसे आवेदन करें?
दुबई में, एंप्लॉयर विदेशी वर्कर्स के लिए वीजा और परमिट को प्राप्त करने के लिए जिम्मेदार हैं। दुबई में वर्क वीज़ा प्राप्त करने की चरण-दर-चरण प्रक्रिया यहां दी गई है।
चरण 1 - एंप्लॉयर्स को विदेशी कर्मचारी को काम पर रखने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ लेबर से अप्रूवल के लिए आवेदन करना होगा।
चरण 2 - इसके बाद, मंत्रालय एक प्रवेश परमिट वीज़ा इशू करता है। यह परमिट कर्मचारियों को UAE में प्रवेश करने और शुरुआत में 30 दिनों तक रहने की अनुमति देता है।
चरण 3 - अब, कर्मचारी दुबई की यात्रा कर सकता है। पहुंचने के बाद, उन्हें 60 दिनों के भीतर रेजिडेंस वीजा प्राप्त करना होगा।
चरण 4 - जब कर्मचारी दुबई पहुंचते हैं, तो एंप्लॉयर वर्क परमिट के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया को शुरू करता है, जिसे लेबर कार्ड भी कहा जाता है।
चरण 5 - इस समय, कर्मचारियों को पहचान पत्र प्राप्त करने के लिए वैध पासपोर्ट और एंट्री वीज़ा के साथ एमीरेट ID सर्विस सेंटर पर जाना होगा।
चरण 6 - इसके बाद, कर्मचारियों को मेडिकल जांच के लिए सरकारी अस्पताल जाना होगा।
चरण 7 - अब, कर्मचारियों को इमिग्रेशन अथॉरिटी के माध्यम से रेजिडेंस वीजा के लिए आवेदन करना होगा।
चरण 8 - कर्मचारियों को सभी उचित दस्तावेज़ डिपार्टमेंट ऑफ़ नेचुरलाइज़ेशन एंड रेजीडेंसी दुबई (DNRD) में लाने होंगे। यहां, उनके पासपोर्ट पर रेजिडेंस वीज़ा की मुहर लगाई जाएगी।
चरण 9 - रेजिडेंस और वर्क परमिट प्राप्त करने के बाद, कर्मचारी दुबई में काम करना शुरू कर सकता हैI
भारतीयों के लिए दुबई वर्क वीज़ा के लिए आवश्यक दस्तावेज़ क्या हैं?
भारत से दुबई के लिए जॉब वीज़ा प्राप्त करने के लिए, व्यक्तियों को रेजिडेंस वीज़ा और एक लेबर कार्ड प्राप्त करना होगा। लेबर कार्ड एक पहचान पत्र है जिसे कामकाजी पेशेवरों को हर समय अपने साथ रखना होता है और लेबर अधिकारियों के मांगे जाने पर उन्हें दिखाना होता है।
दुबई वर्क वीज़ा प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ों की सूची नीचे दी गई है:
आपके दुबई में रहने के समय से कम से कम 6 महीने की वैधता वाला भारतीय पासपोर्ट।
एंट्री परमिट (दुबई में प्रवेश के लिए एंप्लॉयर्स के द्वारा दिया गया)।
भारत के किसी अप्रूव्ड मेडिकल सेंटर से मेडिकल टेस्ट सर्टिफिकेट।
भारत के किसी स्थानीय पुलिस स्टेशन से मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स ऑफ़ इंडिया द्वारा वेरिफाइड पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट।
एजुकेशनल क्वालिफिकेशन की कॉपी. आवेदक की योग्यताएं यूनाइटेड अरब एमीरेट एम्बेसी या गृह देश में कॉन्सुलेट और एम्बेसी के साथ-साथ गृह देश के मिनिस्ट्री ऑफ फॉरेन अफेयर्स द्वारा ऑथराइज्ड होनी चाहिए।
सफेद बैकग्राउंड के साथ पासपोर्ट आकार की कुछ तस्वीरें।
कंपनी का दस्तावेज़ (जैसे कंपनी कार्ड या कंपनी का कमर्शियल लाइसेंस)।
जैसा कि पहले कहा गया है, आवेदकों को रेजिडेंस कार्ड प्राप्त करने से पहले रेजिडेंस वीज़ा प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। दुबई वर्क रेजिडेंसी वीज़ा के लिए आवश्यक दस्तावेजों की सूची यहां दी गई है।
6 महीने की न्यूनतम वैधता के साथ भारतीय पासपोर्ट की कॉपी।
बर्थ सर्टिफिकेट।
भारत से मेडिकल टेस्ट सर्टिफिकेट।
मैरेज सर्टिफिकेट (यदि आवश्यक हो)।
ड्राइविंग लाइसेंस।
भारत के MoEA के द्वारा वेरिफाइड पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट।
भारतीय नागरिकों के लिए दुबई वर्क वीज़ा की प्रोसेसिंग में कितना समय लगता है?
एंट्री परमिट की प्रक्रिया पूरी होने में आमतौर पर 2 से 7 कार्य दिवस लगते हैं। यह व्यक्तियों को देश में प्रवेश करने और दो महीने तक खाड़ी शहर में रहने की अनुमति देता है। इसके बाद, आवेदक के एंप्लॉयर को 60 दिनों के भीतर (आवेदक की) आवेदन प्रक्रिया के विभिन्न सेक्शन को पूरा करना होगा।
भारत से दुबई के लिए वर्क वीज़ा की लागत क्या है?
दुबई वर्क वीज़ा प्रोसेसिंग की लागत एलिजिबिलिटी पर निर्भर करती है, एजुकेशनल क्वालिफिकेशन और कई अन्य कारकों पर निर्भर करती है। राशि जानने के लिए नीचे उल्लिखित तालिका देखें!
वर्क परमिट के प्रकार |
केटेगरी | लागत |
दुबई वर्क वीज़ा | AED 200 or INR 4,076 | |
दुबई वर्क रेजिडेंस वीज़ा | केटेगरी 1 | बैचलर डिग्री के लेवल का शिक्षा AED 600 - AED 2,000 or INR 12,230 - INR 40,769 |
केटेगरी 2 | किसी भी क्षेत्र में पोस्ट-सेकेंडरी डिप्लोमा AED 600 - AED 2,000 or INR 12,230 - INR 40,769 | |
केटेगरी 3 | हाई स्कूल डिप्लोमा AED 5,000 or INR 1,04,312.36 |
नोट: कंपनियां दुबई में वर्क वीज़ा प्रोसेसिंग की सभी लागतें खर्च करती हैं।
दुबई वर्क वीज़ा की क्या वैधता है?
एंट्री परमिट इशू होने की तारीख से 2 महीने की वैधता के साथ आता है और भारतीय नागरिकों को 30 दिनों के लिए यूनाइटेड अरब एमिरेट में रहने की अनुमति देता है। UAE में प्रवेश करने के बाद, कर्मचारियों को लेबर कार्ड प्राप्त करने की आवेदन प्रक्रिया शुरू करनी होगी
दुबई वर्क वीज़ा के रिजेक्शन के क्या कारण हैं?
निम्नलिखित कारणों से दुबई वर्क वीज़ा को रिजेक्ट किया जा सकता है।
अधूरा आवेदन (गलत जानकारी वाला आवेदन) या कम वैधता समय वाला पासपोर्ट।
दुबई की पिछली यात्रा पर अधिक समय तक रुकें।
हाथ से लिखा हुआ पासपोर्ट।
वे आवेदक जिन्होंने पहले रोजगार वीजा के लिए आवेदन किया है लेकिन देश में प्रवेश नहीं किया है।
धुंधले पासपोर्ट आकार के स्कैन किए हुए फोटो के साथ आवेदन करने वाले व्यक्ति।
UAE में पहले से क्रिमिनल या फ्रॉड का रिकॉर्ड रखने वाले आवेदक।
भारतीय नागरिकों के लिए दुबई वर्क वीज़ा पर इतनी विस्तृत चर्चा के साथ, हम इस बिंदु तक पहुँचे हैं। वर्क वीज़ा रिजेक्ट होने के कारणों को ध्यान में रखें ताकि आप आसानी से दुबई के लिए वर्क वीज़ा प्राप्त कर सकें।
भारतीयों के लिए दुबई वर्क वीज़ा के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या दुबई वर्क वीज़ा के लिए आवेदन के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा है?
नहीं, दुबई वर्क वीज़ा के लिए आवेदन के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है।
क्या 65 साल से ऊपर के कर्मचारियों को ज़्यादा फ़ीस मिलती है?
हां, कंपनियां 65 साल से अधिक उम्र के कर्मचारियों को अधिक फीस देती हैं।
क्या दुबई कार्य वीज़ा प्राप्त करने के लिए अच्छे आचरण का सर्टिफिकेट आवश्यक है?
नहीं, 2018 के लिए UAE में नए वर्क वीज़ा नियमों के अनुसार, दुबई वर्क वीज़ा प्राप्त करने के लिए अच्छे आचरण का सर्टिफिकेट आवश्यक नहीं है (अगली सूचना तक)।