हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय क्या करें और क्या नहीं?
इस अनिश्चित समय और हेल्थकेयर के बढ़ते खर्च को देखते हुए अप्रत्याशित मेडिकल आपात स्थिति के मामले में हेल्थ इंश्योरेंस वित्तीय सुरक्षा के तौर पर काम कर सकता है। इसका मतलब यह है कि हेल्थ इंश्योरेंस कवर नहीं होना जोखिम भरा होता है। लेकिन साथ ही कुछ ऐसी बातें भी हैं लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस खरीदते समय जिनका ध्यान रखना चाहिए।
इसलिए, आइए हेल्थ इंश्योरेंस खरीदते समय की जाने वाली कुछ महत्वपूर्ण चीजों के साथ ही कुछ ऐसी सामान्य गलतियों के बारे में बात करें, जिनसे आपको बचना चाहिए।
हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने से पहले क्या करना चाहिए?
यहां कुछ चीजें दी गई हैं, जिन्हें आपको सही हेल्थ इंश्योरेंस चुनने के लिए करना चाहिए:
1. अलग-अलग पॉलिसी के बारे में रिसर्च करें
अलग-अलग हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की तुलना करने से आपको यह पता करने में मदद मिलेगी कि कवरेज और प्रीमियम में क्या-क्या उपलब्ध है। आजकल, हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की तुलना ऑनलाइन करना आसान है, और इससे आपको अपनी जरूरत के मुताबिक सबसे अच्छा प्लान लेने और सोच-समझकर फ़ैसला करने में मदद मिलेगी।
2. सही कवरेज चुनें
नियम और शर्तों को पढ़कर हमेशा जांचें कि हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में क्या कवर किया गया है और क्या कवर नहीं किया गया है। तब आप वह पॉलिसी चुन सकते हैं जो आपको सही प्रीमियम पर आपकी स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों के मुताबिक कवरेज दे। इसमें गंभीर बीमारियां, अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्च, सालाना स्वास्थ्य जांच और बहुत कुछ शामिल हैं।
3. सही सम इंश्योर्ड चुनें
आपको सही प्लान और सम इंश्योर्ड चुनना चाहिए ताकि आपके पास अपनी सभी मेडिकल जरूरतों के लिए पर्याप्त राशि हो। ध्यान में रखने लायक कुछ कारक हैं आपकी उम्र, आपकी स्वास्थ्य समस्याएं और उन लोगों की संख्या जिन्हें आप अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में कवर कर रहे हैं।
4. ऐड-ऑन चुनना याद रखें
अगर आप वित्तीय तौर पर सक्षम हैं, तो बेहतर कवरेज के लिए अलग-अलग ऐड-ऑन के साथ अपने हेल्थ इंश्योरेंस प्लान को कस्टमाइज़ करने की कोशिश करें। ऐसा इसलिए, क्योंकि एक स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस प्लान कुछ स्थितियों को कवर नहीं करता है। इसलिए ऐड-ऑन कवर चुनें जो आपके और आपके परिवार के लिए मददगार हो सकते हैं, जैसे मातृत्व कवर, क्रिटिकल इलनेस कवर, पर्सनल एक्सीडेंट कवर या आयुष इलाज कवर।
5. उपलब्ध नेटवर्क अस्पतालों को जांच लें
आजकल, कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस का होना महत्वपूर्ण होता है। इस परेशानी-मुक्त प्रक्रिया का मतलब है कि क्लेम के दौरान आपको अपनी जेब से भुगतान नहीं करना होगा* और हफ्तों बाद रीइंबर्समेंट की प्रक्रिया के लिए इंतजार नहीं करना होगा। इसलिए, सुनिश्चित करें कि इंश्योरेंसधारक को कैशलेस क्लेम का फ़ायदा मिलता हो। सही ही, इन्शुरर के अस्पतालों के नेटवर्क की जांच करें जिनमें आप कैशलेस क्लेम कर सकते हैं।
*किसी तरह के कोपेमेंट या डिडक्टिबल के अलावा।
6. ग्राहकों की समीक्षाएं पढ़ें
खरीदने का फ़ैसला करने से पहले कंपनी के ग्राहकों की समीक्षाओं को पढ़ने से इन्शुरर, इसकी क्लेम प्रक्रिया और दी जाने वाली सेवाओं के बारे में कीमती सलाह मिल सकती है। इससे आपको यह तय करने में मदद मिल सकती है कि इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने लायक है या नहीं।
हेल्थ इंश्योरेंस खरीदते समय किन चीजों से बचना चाहिए?
हेल्थ इंश्योरेंस खरीदते समय आपको ये कुछ चीजें करने से बचना चाहिए।
1. बिना जांचे कम प्रीमियम न चुनें
कम हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को सिर्फ कम होने की वजह से ही न चुनें। कम प्रीमियम का मतलब अक्सर सीमित इंश्योरेंस कवरेज या कम सम इंश्योर्ड भी होता है, जिसके फलस्वरूप आपको हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम के समय पैसों का नुकसान हो सकता है। इसलिए, सुनिश्चित करें कि प्रीमियम में वह कवरेज और एसआई शामिल है जिसकी आपको उचित दर पर जरुरत है।
2. सिर्फ एक बुनियादी कवर ही न चुनें
अगर आप हेल्थ इंश्योरेंस सिर्फ खरीदने के लिए, या सिर्फ टैक्स फ़ायदे पाने के लिए खरीदते हैं, तो आप हेल्थ इंश्योरेंस के व्यापक फ़ायदों से चूक जाएंगे। इसमें एंबुलेंस शुल्क, अस्पताल में नो रूम रेंट कैपिंग जैसी चीजें शामिल होंगी और मुश्किल समय में वित्तीय सुरक्षा भी होगी।
3. सिर्फ कर्मचारी योजनाओं के भरोसे न रहें
हालांकि, कई वेतनभोगी कर्मचारियों को उनके नियोक्ताओं की तरफ से कर्मचारी हेल्थ पॉलिसी में कवर किया जाता है, इस तरह की पॉलिसी पर्याप्त कवरेज नहीं दे सकती हैं। और, अगर आप अपनी नौकरी छोड़ देते हैं या सेवानिवृत्त हो जाते हैं, तो आपके पास अचानक कोई कवर नहीं होगा। इसलिए, रोजगार की स्थिति की परवाह किए बिना बेहतर कवरेज और वित्तीय सुरक्षा के लिए अतिरिक्त हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में निवेश करना महत्वपूर्ण है।
4. उप-सीमाओं और कोपेमेंट को नजरअंदाज न करें
बहुत से लोग अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के उन हिस्सों को नजरअंदाज कर देते हैं जो जटिल लगते हैं, जैसे उप-सीमा खंड या कोपेमेंट। अपने पॉलिसी दस्तावेज़ को देखें और इसमें मौजूद उप-सीमा खंडों की समीक्षा करें, और जांचें कि क्या कंपनी का कोपेमेंट का खंड जरूरी है, या यह वॉलेंटरी कोपेमेंट देती है।
उप-सीमा एक पहले से तय सीमा होती है जिसे इंश्योरेंसकर्ता आपकी क्लेम राशि (जैसे एम्बुलेंस शुल्क, अस्पताल के कमरे का किराया) के कुछ हिस्सों पर रखता है। दूसरी ओर, कोपेमेंट क्लेम राशि का एक प्रतिशत है जिसका भुगतान आपको क्लेम के समय करना होगा।
5. कोई भी जानकारी छिपाएं नहीं
अपनी इन्शुरर से कोई भी महत्वपूर्ण जानकारी या मेडिकल हिस्ट्री न छिपाएं। पहले से मौजूद स्थितियों के बारे में न बताने, या मेडिकल जानकारी को छिपाने की वजह से आपका इंश्योरेंस क्लेम नामंजूर हो सकता है। आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी तभी सबसे अच्छा काम करेगी जब पारदर्शिता होगी।
6. ज्यादा समय तक इंतजार न करें
यह महत्वपूर्ण है कि आप अपना हेल्थ इंश्योरेंस जीवन की शुरुआत में ही खरीद लें। इस तरह, आपके पास ज्यादा उचित प्रीमियम होंगे, क्लेम-मुक्त सालों के लिए क्युमुलेटिव बोनस पाएंगे, और आप स्वस्थ रहते हुए वेटिंग पीरियड भी पूरी कर सकेंगे। इसके साथ ही, क्योंकि बीमारियां या दुर्घटनाएं युवा लोगों को भी प्रभावित कर सकती हैं, हेल्थ इंश्योरेंस होने से यह सुनिश्चित होगा कि आप अपनी शुरुआती बचत को खोने से बच जाएंगे।
हेल्थ इंश्योरेंस इन दिनों एक जरूरी निवेश है, और क्योंकि आज बहुत सारे विकल्प उपलब्ध हैं, आप अपने और अपने परिवार के लिए सही पॉलिसी खरीद रहे हैं, यह सुनिश्चित करने के लिए आपको अच्छी तरह जानकारियां जुटाने की जरूरत है। एक बार जब आप जान जाते हैं कि क्या करना है और किससे बचना है, तो आप सही हेल्थ इंश्योरेंस चुनने और अपने भविष्य और भलाई को सुरक्षित करने में सक्षम होंगे।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
मैं गलतियों से कैसे बच सकता हूं और सही हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी कैसे चुन सकता हूं?
आजकल हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की ऑनलाइन तुलना करना आसान हो गया है। सुनिश्चित करें कि प्लान में आपकी जरूरत मुताबिक सही सम इंश्योर्ड और कवरेज है, साथ ही एक आसान क्लेम प्रक्रिया, और एक किफायती प्रीमियम।
अगर मेरे पास हेल्थ इंश्योरेंस नहीं है तो क्या होगा?
इंश्योरेंस न कराने के लिए कोई जुर्माना नहीं है, लेकिन इसके नहीं होने का मतलब यह होगा कि आप अपनी जेब से भारी मेडिकल खर्च का भुगतान करेंगे, या बढ़िया इलाज नहीं पा सकेंगे। लेकिन, इस कवरेज के साथ आप यह सुनिश्चित करते हैं कि आप अपने जरूरी इलाज समय पर करवाएं।
हेल्थ इंश्योरेंस प्लान होने के क्या फ़ायदे हैं?
आपके पास एक हेल्थ इंश्योरेंस प्लान है, तो आपके पास न सिर्फ वित्तीय सुरक्षा होगी, बल्कि आप अस्पताल में भर्ती होने के खर्च, दुर्घटना, बीमारी, मेंटल हेल्थ के मुद्दों के लिए खुद को और अपने परिवार को भी कवर करेंगे। आप खर्चों की चिंता किए बिना सर्वोत्तम मेडिकल देखभाल पाने और धारा 80डी के तहत कर फ़ायदे पाने में सक्षम होंगे।
अपने हेल्थ इंश्योरेंस के लिए सही सम इंश्योर्ड कैसे चुनें?
सम इंश्योर्ड को नीचे दिए गए कारकों के आधार पर चुनें:
- उम्र और जीवन स्तर - जब आप बड़े हो जाते हैं, या आपकी शादी हो जाती है या बच्चा होने वाला होता है, तो आपको ज्यादा सम इंश्योर्ड की जरूरत हो सकती है।
- आश्रित - अगर आप एक ही पॉलिसी के तहत परिवार के कई सदस्यों का इंश्योरेंस करने की योजना बनाते हैं, तो इसके लिए ज्यादा सम इंश्योर्ड की जरूर होगी।
- स्वास्थ्य की स्थिति - अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं या परिवार में वंशानुगत बीमारी का इतिहास है तो आपको एक ज्यादा सम इंश्योर्ड के बारे में सोचना चाहिए।
- जीवनशैली - अगर आप ज्यादा तनावपूर्ण या तेज गति वाली जीवन शैली जीते हैं, या आप बहुत मेहनत वाले खेलों और अन्य गतिविधियों का आनंद लेते हैं, तो आपके बीमार पड़ने का ज्यादा जोखिम हो सकता है और आपको अपने आप को बेहतर ढंग से सुरक्षा देने की जरूरत है।