भारत में इंश्योरेंस कंपनियों की सूची
जरूरत के समय इंश्योरेंस पॉलिसी आपकी मदद कर सकती हैं और आपको वित्तीय मदद दे सकती हैं। चाहे चिकित्सा या कोई और आपात स्थिति किसी भी समय हो सकती है, यही वो ठीक समय होता है जब ऐसे इंश्योरेंस प्लान प्रभावी होते हैं।
हालांकि, इंश्योरेंस के बारे में सामान्य जानकारी लेने से पहले आपको उनके प्रकार के आधार पर श्रेणीबद्ध करना आना चाहिए।
मोटे तौर पर आप इंश्योरेंस पॉलिसी को दो प्रकारों, लाइफ़ और जनरल इंश्योरेंस में बांट सकते हैं। लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी सिर्फ एक तरह की पॉलिसी होती हैं। जनरल इंश्योरेंस को आगे और भी श्रेणियों में बांटा जा सकता है।
किसी भी पॉलिसी होल्डर के लिए लाइफ़ और जनरल इंश्योरेंस के बीच में अंतर समझना जरूरी होता है।
लाइफ़ और जनरल इंश्योरेंस के बीच क्या अंतर है?
कारक | लाइफ़ इंश्योरेंस | जनरल इंश्योरेंस |
परिभाषा | एक निश्चित राशि के लिए एक व्यक्ति के जीवन को कवर करता है। इंश्योर किए गए व्यक्ति की मौत होने पर यह पैसा उसके परिजनों को दिया जाता है। | वो सभी इंश्योरेंस प्लान जिन्हें लाइफ़ इंश्योरेंस की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता, को जनरल इंश्योरेंस पॉलिसी के तौर पर जाना जाता है। |
निवेश या इंश्योरेंस की अवधि | लाइफ़ इंश्योरेंस एक तरह का निवेश होता है। | जनरल इंश्योरेंस क्षतिपूर्ति के लिए किए गए अनुबंध की तरह काम करता है। |
अनुबंध की अवधि | लंबी अवधि | छोटी अवधि |
इश्योरेंस क्लेम | इंश्योर की गई राशि मृत्यु लाभ के तौर पर या लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी के मैच्योर होने पर दी जाती है। | इंश्योरे किए गए व्यक्ति या वस्तु की अप्रत्याशित हानि या क्षति के लिए वित्तीय रिइंबर्समेंट। |
पॉलिसी का मूल्य | पॉलिसी होल्डर लाइफ़ इंश्योरेंस का मूल्य तय करता है, जो कि पॉलिसी के प्रीमियम में दिखाई देता है। | पॉलिसी होल्डर को हुए नुकसान की राशि पर जनरल इंश्योरेंस क्लेम या रिइंबर्समेंट राशि। |
इंश्योरेंस होल्डर | जब लाइफ़ इंश्योरेंस का अनुबंध किया जा रहा हो तो पॉलिसी होल्डर की उपस्थिति जरूरी है। | पॉलिसी होल्डर का अनुबंध के बनने और उसके लागू होते समय दौरान उपस्थित होना जरूरी है। |
प्रीमियम | लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान के लिए प्रीमियम पूरे साल देना होता है। | जनरल इंश्योरेंस प्रीमियम का भुगतान एकमुश्त भुगतान के जरिए एक बार में किया जाता है। |
भारत में लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनियों की सूची
कंपनी का नाम | स्थापना का साल | हेड क्वार्टर की जगह |
भारतीय जीवन बीमा निगम | 1956 | मुंबई |
मैक्स लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2000 | नई दिल्ली |
एचडीएफ़सी लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2000 | मुंबई |
आईसीआईसीआई प्रूडेंटल लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2000 | मुंबई |
आदित्य बिरला सनलाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2000 | मुंबई |
कोटक महिंद्रा लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2001 | मुंबई |
प्रामेरिका लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2008 | गुरुग्राम |
टाटा एआईए लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2000 | मुंबई |
बजाज अलिआंज़ लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2001 | पुणे |
एसबीआई लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2001 | मुंबई |
एक्साइड लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2001 | बेंगलुरु |
रिलायंस निप्पॉन लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी | 2001 | मुंबई |
सहारा इंडिया लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2000 | कानपुर |
अवीवा लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी इंडिया लिमिटेड | 2002 | गुरुग्राम |
पीएनबी मेटलाइफ़ इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2001 | मुंबई |
भारती एक्सा लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2005 | मुंबई |
आईडीबीआई फेडरल लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2008 | मुंबई |
फ्यूचर जनरल इंडिया लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2006 | मुंबई |
श्रीराम लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2005 | हैदराबाद |
ऐगॉन लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2008 | मुंबई |
कैनरा एचएसबीसी ओरिएंटल बैंक ऑफ़ कॉमर्स लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2007 | गुरुग्राम |
एडलवेस टोक्यो लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2009 | मुंबई |
स्टार यूनियन दाई-इची लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2007 | मुंबई |
इंडियाफ़र्स्ट लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2009 | मुंबई |
भारत में जनरल इंश्योरेंस कंपनियों की सूची
कंपनी का नाम | स्थापना का साल | हेड क्वार्टर की जगह |
नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 1906 | कोलकाता |
गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड | 2016 | बेंगलुरु |
बजाज अलिआंज़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2001 | पुणे |
चोलामंडलम एमएस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2001 | चेन्नई |
भारती एक्सा जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2008 | मुंबई |
एचडीएफ़सी एर्गो इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2002 | मुंबई |
फ्यूचर जनरल इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2007 | मुंबई |
द न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 1919 | मुंबई |
इफ़्को टोक्यो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2000 | गुरुग्राम |
रिलाएंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2000 | मुंबई |
रॉयल सुंदरम जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2001 | चेन्नई |
द ओरिएंट इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 1947 | नई दिल्ली |
टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2001 | मुंबई |
एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2009 | मुंबई |
ऐको जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड | 2016 | मुंबई |
नवी जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड | 2016 | मुंबई |
ज़ूनो जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड (पहले एडलवेस जनरल इंश्योरेंस के नाम से जानी जाने वाली) | 2016 | मुंबई |
आईसीआईसीआई लॉम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2001 | मुंबई |
कोटम महिंद्रा जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2015 | मुंबई |
लिबर्टी जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड | 2013 | मुंबई |
मैगमा एचडीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2009 | कोलकाता |
रहेजा क्यूबीई जनरल इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड | 2007 | मुंबई |
श्रीराम जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2006 | जयपुर |
यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 1938 | चेन्नई |
यूनिवर्सल सोम्पो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2007 | मुंबई |
एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड | 2002 | नई दिल्ली |
आदित्य बिरला हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2015 | मुंबई |
मनिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2012 | मुंबई |
ईसीजीसी लिमिटेड | 1957 | मुंबई |
मैक्स बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2008 | नई दिल्ली |
केयर हेल्थ इंश्योरेंस लिमिटेड | 2012 | गुड़गांव |
स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | 2006 | चेन्नई |
जनरल इंश्योरेंस या लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने से पहले आपको उसके बारे में पर्याप्त शोध करना चाहिए। इससे आप ऐसा प्लान चुन पाएंगे जो दाम के मुताबिक सबसे ज्यादा फ़ायदे देता है।
सिर्फ प्रीमियम दर के आधार पर निर्णय लेने के बजाय, पॉलिसी की विशेषताओं को देखना भी सुनिश्चित करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
लाइफ़ और जनरल इंश्योरेंस के बीच प्राथमिक अंतर क्या है?
लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी एक निश्चित अवधि के लिए पर्याप्त धनराशि के लिए इंश्योर किए गए व्यक्ति के जीवन को कवर करती हैं। अगर इस अवधि के दौरान पॉलिसी धारक की मौत हो जाती है, तो उसके परिवार के सदस्य लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी से मृत्यु लाभ के तौर पर यह कवरेज राशि पाने के हकदार होते हैं। लेकिन, जनरल इंश्योरेंस प्लान में मृत्यु लाभ के नियम शामिल नहीं होते हैं।
मृत्यु लाभ के अलावा लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी के और क्या फ़ायदे होते हैं?
आपको लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान को एक तरह के निवेश के तौर पर देखना चाहिए। आप पूरी पॉलिसी अवधि के दौरान प्रीमियम के रूप में एक तय राशि का भुगतान करते हैं।
अगर इंश्योर किए गए या व्यक्ति इस अवधि से ज्यादा जीवित रहते हैं, तो इंश्योरेंस कंपनियां पॉलिसी के लिए आपके दिए गए प्रीमियम की राशि के आधार पर पर्याप्त रिटर्न देती हैं। फिर भी, इसके पूरे होने के बाद, इंश्योर किए गए व्यक्ति के परिवार के सदस्य मृत्यु लाभ का क्लेम नहीं कर सकते।
जनरल इंश्योरेंस पॉलिसी में क्लेम मूल्य कैसे तय किया जाता है?
जनरल इंश्योरेंस पॉलिसी में क्लेम की राशि, पॉलिसी धारक को हुए नुकसान या क्षति की मात्रा के आधार पर तय की जाती है।
उदाहरण के लिए, कार इंश्योरेंस क्लेम के मामले में, इंश्योरेंस कंपनी क्षति की जांच और मरम्मत शुरू करने की लागत का आकलन करेगी। इंश्योरेंस कंपनी इस आकलन के आधार पर पैसों का रिइंबर्समेंट करती है।
लेकिन, लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी के मामले में भुगतान या क्लेम राशि दूसरे कारकों के बावजूद समान रहती है।
लाइफ़ और जनरल इंश्योरेंस पॉलिसी के बीच अवधि की सीमा में क्या अंतर होता है?
लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान लंबी अवधि वाले अनुबंध होते हैं, जो कुछ मामलों में 30-40 साल तक के लिए हो सकते हैं। इसलिए, ऐसी पॉलिसी को चुनने वाले मध्यम आयु वर्ग के लोग अपनी मौत होने की स्थिति में परिवार के सदस्यों के लिए वित्तीय मदद देना सुनिश्चित कर सकते हैं।
जनरल इंश्योरेंस पॉलिसी की अवधि कम होती है, आम तौर पर एक से तीन साल के बीच। पॉलिसी धारक अपने मौजूदा कवर के खत्म होने से पहले कवरेज को रिन्यू करने का विकल्प चुन सकते हैं।
इन प्लान को रिन्यू न करने पर एक खास समय के बाद पॉलिसी के फ़ायदे खत्म हो जाएंगे।