भारत में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स
केंद्र और राज्य सरकार ईंधन पर टैक्स लगाते हैं। ये टैक्स पेट्रोल के कुल खुदरा मूल्य का 55% हैं। डीजल के मामले में ये 50% है।
हालांकि, डीजल और पेट्रोल पर टैक्स हर राज्य के हिसाब से अलग होते हैं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि राज्य अलग-अलग सेल्स टैक्स या वैट अमाउंट लगाता है।
अगर आप भारत में राज्य के हिसाब से पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले टैक्स के बारे में जानना चाहते हैं, तो आगे पढ़ें।
भारत में राज्य के अनुसार पेट्रोल और डीजल टैक्स क्या है?
ईंधन के दाम बदलते रहते हैं और इस प्रक्रिया में टैक्स से जुड़े कई घटक अहम भूमिका निभाते हैं। इन टैक्स में एक्साइज़ ड्यूटी भी शामिल है।[1]
नवंबर 2021 और मई 2022 के बीच पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में ₹13 प्रति लीटर की कटौती की गई थी। वहीं, डीजल पर यह ₹16 प्रति लीटर कम किया गया था। फिलहाल पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क ₹19.90 प्रति लीटर है और डीजल पर ₹15.80 प्रति लीटर।
डीजल और पेट्रोल पर राज्यवार वैट शुल्क के बारे में जानने के लिए आगे पढ़ें।
नोट: भारत में पेट्रोल पर लगने वाले राज्य सरकार के टैक्स के उदाहरण नीचे दिए गए हैं जो दिसंबर 2022 तक दिल्ली के ईंधन टैक्स स्ट्रक्चर के बारे में बताते हैं।
राज्य | पेट्रोल पर वैट | डीजल पर वैट |
मध्य प्रदेश | 29.00% | 26% |
तेलंगाना | 35% | 27.00% |
असम | 32.66% | 22.75% |
दिल्ली | 19.40% | 17% |
उत्तर प्रदेश | 18% | 17.08% |
आंध्र प्रदेश | 31% | 22.50% |
महाराष्ट्र (ठाणे, नवी मुंबई और मुंबई) | 25% वैट+ ₹10.12 प्रति लीटर | 21% वैट + ₹3 प्रति लीटर |
दिल्ली में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स स्ट्रक्चर का ब्रेकडाउन
घटक | 16 दिसंबर, 2022 तक प्रभावी (₹ प्रति लीटर) |
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डीलर द्वारा लगाया गया शुल्क | ₹ 57.35 प्रति लीटर |
एक्साइज़ ड्यूटी (केंद्र सरकार की ओर से लगाए गए) | ₹19.90 प्रति लीटर |
औसत डीलर कमीशन | ₹ 3.87 प्रति लीटर |
वैट (राज्य सरकार की ओर से लगाए गए) | ₹ 15.60 प्रति लीटर { (डीलर से वसूली गई पेट्रोल की कीमत + उत्पाद शुल्क + औसत डीलर कमीशन) का 19.40% } |
दिल्ली में खुदरा बिक्री मूल्य | ₹96.72 प्रति लीटर |
पेट्रोल की कुल कीमत ₹96.72/ली पर राज्य ₹15.60/ली टैक्स के रूप में वसूलता है। वहीं, दूसरी तरफ केंद्र सरकार ₹19.90/ली शुल्क लेती है। पेट्रोल पर कुल संयुक्त टैक्स ₹35.5/ली है।
घटकट | 16 दिसंबर, 2022 तक प्रभावी (₹ प्रति लीटर) (Effective as of 16th December 2022 (₹ per litre) |
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डीलर द्वारा लिया जाने वाला शुल्क | ₹ 58.20 प्रति लीटर |
एक्साइज़ ड्यूटी (केंद्र सरकार की ओर से लगाए गए) | ₹15.80 प्रति लीटर |
औसत डीलर कमीशन | ₹ 2.55 प्रति लीटर |
वैट (राज्य सरकार की ओर से लगाए गए) | ₹ 13.11 प्रति लीटर { (डीलर से वसूली गई पेट्रोल की कीमत + उत्पाद शुल्क + औसत डीलर कमिशन) का 16.75% } |
दिल्ली में खुदरा बिक्री मूल्य | ₹89.66 प्रति लीटर |
डीजल के आधार मूल्य में केंद्रीय एक्साइज़ ड्यूटी ₹15.80 और वैट ₹13.11 है। कुल संयुक्त टैक्स ₹28.91 है।
पेट्रोल और डीजल पर टैक्स रेट बदलते रहते हैं। उच्च वैट और एक्साइज ड्यूटी लगाए जाने की ऐसी ही एक वजह है मौजूदा वैश्विक स्वास्थ्य संकट की वजह से बढ़े हुए खर्च को पूरा करना। इसलिए, भारतीय राज्यों के अनुसार भारत में पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले टैक्स के बारे में पूरी जानकारी रखिए। इसके चलते आपको किसी भी तरह के भ्रम से बचने में मदद मिलेगी।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
त्रिपुरा राज्य में पेट्रोल और डीजल पर वैट कितना है?
जुलाई 2021 के अनुसार, त्रिपुरा में पेट्रोल पर वैट ₹21.34 और डीजल पर ₹15.11 है।
क्या क्रूड ऑयल की कीमत भारत में ईंधन टैक्स पर असर डालती है?
हां, कच्चे तेल की कीमत में बढ़त घरेलू ईंधन की बढ़ती कीमत पर असर डालती है। क्योंकि ये टैक्स पेट्रोल की कीमत का 2/3 भाग होते हैं, इसलिए यह बदले में फ्यूल टैक्स में बढ़ोत्तरी दर्ज करते हैं।