सिक्किम में पेट्रोल टैक्स के बारे में सबकुछ
जुलाई 2021 तक सिक्किम में पेट्रोल की कीमत ₹100 प्रति लीटर तक पहुंच गई थी। सिक्किम के नागरिकों को इन बढ़ते हुए दामों से राहत देने के लिए केंद्र सरकार के क़दम की तरह राज्य सरकार ने भी पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी, वैट कम कर दिया था, जिसके चलते राज्य में पेट्रोल की कीमत कम हुई है। इस आर्टिकल में सिक्किम में पेट्रोल टैक्स से जुड़ी जरूरी बातों के बारे बताया गया है, जिसके बारे में पाठकों को पता होना चाहिए।
सिक्किम में कितना पेट्रोल टैक्स लगाया जाता है?
केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी ₹5 प्रति लीटर घटाने के बाद सिक्किम सरकार ने पेट्रोल पर वैट ₹7 प्रति लीटर कम कर दिया है। इसलिए, कम की गई एक्साइज ड्यूटी और वैट की दरों की वजह से सिक्किम में पेट्रोल की कीमत ₹12 प्रति लीटर हो जाती है।
केंद्र और राज्य सरकार की ओर से लागू टैक्स की दरों को हटाने के बाद सिक्किम में पेट्रोल की कीमत के ब्रेकडाउन को नीचे लिखी टेबल में देखें:
एलिमेंट | 21 अक्टूबर 2022 से प्रभावी (₹प्रति लीटर में) |
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डीलर के लिए कीमत | ₹ 57.35 प्रति लीटर |
एक्साइज ड्यूटी (केंद्र सरकार की ओर से लागू) | ₹ 19.90 प्रति लीटर |
औसत डीलर कमीशन | ₹8.16 प्रति लीटर |
वैट (राज्य सरकार की ओर से लागू) | ₹17.29 प्रति लीटर { (डीलर के लिए ईंधन की कीमत + एक्साइज ड्यूटी + औसत डीलर कमीशन) का 20.24% } (₹3 प्रति लीटर का अतिरिक्त उपकर लागू) |
सिक्किम में पेट्रोल का खुदरा बिक्री मूल्य | ₹102.70 प्रति लीटर |
(नोट: ऊपर दी गई टेबल 21 अक्टूबर, 2022 तक अपडेट किए गए विश्वसनीय और आधिकारिक सूत्रों से लिए गए डाटा के साथ पेट्रोल टैक्स के ब्रेकअप को समझने के लिए उदाहरण मात्र है। असल कीमत हालांकि अलग हो सकती है क्योंकि पेट्रोल की कीमत, डीलर का कमिशन, उपकर और ऐसे दूसरे पहलू समय-समय पर बदल सकते हैं।)
सिक्किम में पेट्रोल टैक्स कौन लगाता है?
केंद्र सरकार पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी (₹19.90 प्रति लीटर) लेती है, जबकि राज्य सरकार पेट्रोल पर वैट (करीब ₹17.29 प्रति लीटर) लागू करती है। टैक्स की ये दरें अतिरिक्त फैक्टर जैसे क्रूड ऑयल, डीलर के कमिशन वगैरह के अलावा राज्य में पेट्रोल की कीमत को प्रभावित करती हैं।
सिक्किम में पेट्रोल टैक्स को प्रभावित करने वाले फैक्टर कौन से हैं?
सिक्किम में पेट्रोल टैक्स का निर्धारण करने वाले फैक्टर नीचे बताए गए हैं:
1. क्रूड ऑयल की कीमत
ग्लोबल मांग के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत, उत्पादन दर और आयात में बदलाव के साथ राजनीतिक संबंध वगैरह घरेलू बाजार में पेट्रोल की कीमत को सीधे प्रभावित करते हैं।
2. पेट्रोल की मांग और सप्लाई
भारतीय सड़कों पर वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हालांकि, ऑयल रिफाइनरी पेट्रोल की कम सप्लाई के चलते मांग को पूरा नहीं कर पाती हैं, इस वजह से पेट्रोल की कीमत बढ़ जाती है।
3. डीलर के लिए लागत
ऑयल मार्केटिंग कंपनियां रिफाइनिंग और भाड़े सहित दूसरे फैक्टर को ध्यान में रखते हुए क्रूड ऑयल का वितरण करने के लिए डीलर से कीमत लेती हैं। ये लागत सिक्किम सहित पूरे देश में पेट्रोल की कीमत का निर्धारण करने के लिए अहम होती है।
4. डीलर का कमीशन
ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल पम्प मालिकों को कमीशन देती हैं, जो सिक्किम सहित पूरे भारत में पेट्रोल की कीमत का निर्धारण करने के लिए अहम होता है।
5. सेल्स टैक्स या वैट
हर राज्य सरकार केंद्र सरकार की ओर से लगाई गई एक्साइज ड्यूटी, डीलर के कमीशन वगैरह का आकलन करने के बाद पेट्रोल पर वैट लेती है। अलग राज्य के साथ पेट्रोल पर वैट भी अलग होता है। वैट की ये दर पेट्रोल की कीमत को बढ़ा देती है।
6. एक्साइज ड्यूटी
केंद्र सरकार पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी लगाती है। ये राशि ईंधन और क्रूड ऑयल की कीमत बदलने के बावजूद भी पूर्वनिर्धारित ही रहती है। पेट्रोल पर टैक्स की कीमत भारत में पेट्रोल की कीमत का निर्धारण करती है।
7. भारतीय रुपए के मुकाबले यूएस डॉलर का मूल्यांकन
क्रूड ऑयल को दूसरे देशों से आयात किया जाता है और लेनदेन डॉलर में किया जाता है। इसलिए भारत में पेट्रोल की कीमत का आंकलन करने के लिए भारतीय रुपए और अमेरिकी डॉलर के बीच एक्सचेंज रेट जरूरी हो जाता है। उदाहरण के लिए, अगर भारतीय रुपए के मुकाबले यूएसडी का मूल्यांकन ज्यादा होता है तो इसकी वजह से घरेलू बाजार में क्रूड ऑयल और पेट्रोल की कीमत बढ़ जाती है।
क्या सिक्किम में हर जगह पेट्रोल टैक्स एक जैसा है?
हां, सिक्किम की सरकर पूरे राज्य में वैट की एक सी दर लागू करती है। इसकी वजह से सिक्किम का हर नागरिक राज्य में पेट्रोल पर एक से टैक्स का भुगतान करने के लिए बाध्य होता है।
सिक्किम में पेट्रोल टैक्स के बारे में सबकुछ यहां बताया गया है। समय के हिसाब से पेट्रोल टैक्स और कीमत बदल सकती है। इसलिए इस बारे में सही जानकारी लेना ना भूलें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
नवंबर, 2021 में कम किए जाने से पहले सिक्किम में राज्य सरकार पेट्रोल पर कितना वैट लेती थी?
नवंबर, 2021 में कम किए जाने से पहले सिक्किम की राज्य सरकार 25.25% के वैट के साथ ₹3000 प्रति किलोलीटर का उपकर भी लेती थी।
सिक्किम में पेट्रोल की अपडेट की गई कीमत कैसे पता की जा सकती है?
आप सिक्किम में पेट्रोल की ताजा कीमत ऑयल कंपनियों की ऑनलाइन ऐप्लिकेशन से जान सकते हैं। इसके साथ आप अपने नजदीकी पेट्रोल पम्प पर जाकर भी लागत का पता लगा सकते हैं।