कोलकाता में पेट्रोल टैक्स के बारे में हर बात जानें
केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 5 रुपये प्रति लीटर की कमी की और अन्य राज्यों से अनुरोध किया कि भारतीय मोटर चालकों को बढ़ती ईंधन की कीमतों से राहत देने के लिए इसे कम करें। हालांकि, पश्चिम बंगाल सरकार ने पेट्रोल पर वैट शुल्क में बदलाव नहीं किया क्योंकि इससे राज्य के खजाने पर असर पड़ेगा। कोलकाता में पेट्रोल टैक्स के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर इस आगामी सेगमेंट में चर्चा की गई है, इसलिए पढ़ते रहिए!
कोलकाता में पेट्रोल पर कितना टैक्स लगाया जाता है?
जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, पश्चिम बंगाल में पेट्रोल पर वैट अपरिवर्तित रहा है, और यह लगभग 19.27 रूपये प्रति लीटर पेट्रोल पर लगा रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि राज्य के राजस्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, लगभग 8,000 करोड़ रूपये (जुलाई 2021 तक) पेट्रोलियम उत्पादों पर वैट से आता है।
इसके अलावा, कम उत्पाद शुल्क ने राज्य भर में पेट्रोल की कीमतों में पहले ही 5.82 रुपये प्रति लीटर की कमी की है। इससे बंगाल के निवासियों को राहत मिल सकती है; हालांकि, यह राज्य के खजाने पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा।
नीचे दी गई यह तालिका कोलकाता में कर ब्रेकअप को संक्षेप में बताती है और शहर में पेट्रोल की कीमत के बारे में जानकारी देती है:
सेक्शन | 21 अक्टूबर, 2022 से प्रभावी (रुपये प्रति लीटर में) |
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कीमत डीलरों से ली गई है | 57.35 रुपये प्रति लीटर |
एक्साइज ड्यूटी (केन्द्र सरकार द्वारा लगाया जाता है) | 19.90 रुपये प्रति लीटर |
औसत डीलर की छूट | 8.3 रुपये प्रति लीटर |
वैट (राज्य सरकार द्वारा लगाया गया) | 20.77 रूपये प्रति लीटर {24.21% (डीलरों से ली जाने वाली ईंधन कीमत + एक्साइज ड्यूटी + औसत डीलर की छूट)} |
कोलकाता में पेट्रोल की खुदरा बिक्री कीमत | 106.03रुपये प्रति लीटर |
(ध्यान दें: ऊपर दी गई तालिका 21 अक्टूबर 2022 तक के विश्वसनीय और अधिकृत स्रोतों से लिए गए आंकड़ों के साथ, पेट्रोल टैक्स ब्रेकअप को समझाने के लिए केवल एक उदाहरण के रूप में कार्य करती है। हालांकि, वास्तविक कीमतें, ईंधन की कीमत, डीलर के छूट, उपकर और ऐसे अन्य पहलुओं के समय-समय पर बदलने के कारण भिन्न हो सकती हैं।)
कोलकाता में पेट्रोल टैक्स कौन लगाता है?
राज्य और केंद्र दोनों सरकारें पेट्रोल पर टैक्स लगाती हैं। पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार पेट्रोल पर वैट (20.67 रूपये प्रति लीटर) लगाती है, और केंद्र सरकार उत्पाद शुल्क (19.90 रूपये प्रति लीटर) लगाती है।
कोलकाता में पेट्रोल टैक्स को प्रभावित करने वाले कारक कौन से हैं?
कोलकाता में पेट्रोल टैक्स को प्रभावित करने वाले नीचे दिए गए कुछ कारकों पर एक नज़र डालें:
1. कच्चे तेल की कीमत
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, भविष्य के तेल भंडार और उनकी आपूर्ति और कच्चे तेल की आपूर्ति और मांग इसकी कीमत को प्रभावित करते हैं। इसलिए, कच्चे तेल की कीमत में बदलाव सीधे तौर पर पेट्रोल की कीमतों को निर्धारित करता है।
2. डीलरों के लिए लागत
कच्चे तेल के वितरण की जिम्मेदारी तेल मार्केटिंग कंपनियों पर होती है, और वे डीलरों से कीमत लेती हैं, जिसका असर पेट्रोल की कीमत पर पड़ता है।
3. सेल्स टैक्स तथा एक्साइज ड्यूटी
पेट्रोल पर सेल्स टैक्स प्रत्येक राज्य के साथ अलग-अलग होता है क्योंकि संबंधित राज्यों की सरकारें डीलरों के छूट एक्साइज ड्यूटी आदि पर विचार करने के बाद पेट्रोल पर सेल्स टैक्स या वैट निर्धारित करती हैं।
एक्साइज ड्यूटी केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाता है और यह एक पूर्व-निर्धारित राशि होती है। इसलिए, यह पेट्रोल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के साथ बदलता नहीं है।
4. डीलर की छूट
पेट्रोल पंप मालिकों को तेल मार्केटिंग कंपनियों से छूट प्राप्त होता है, जो पेट्रोल की कीमत का एक महत्वपूर्ण निर्धारक होता है।
5. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये का मूल्य निर्धारण
कच्चा तेल अंतरराष्ट्रीय बाजार से खरीदा जाता है, और लेनदेन डॉलर में होता है। इसलिए, भारतीय रुपए के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के मूल्यांकन में कोई भी परिवर्तन कच्चे तेल और पेट्रोल की कीमत को प्रभावित करता है।
6. रिफाइनरियों की उपलब्धता
कच्चे तेल को पेट्रोल में संसाधित करने के लिए कम रिफाइनरियां उसकी आपूर्ति को प्रभावित कर सकती हैं, और अर्थशास्त्र के नियम के अनुसार, कम आपूर्ति और पेट्रोल की अधिक मांग इसकी कीमत में वृद्धि करेगी।
क्या कोलकाता में सभी जगहों पर पेट्रोल पर एक जैसा टैक्स है?
पश्चिम बंगाल राज्य भर में पेट्रोल पर एक समान वैट दर लगाता है। इस प्रकार, चाहे कोई व्यक्ति कोलकाता का निवासी हो या राज्य के किसी अन्य शहर का, वह पेट्रोल पर समान दर टैक्स का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी है।
इस प्रकार, यह सब कोलकाता में पेट्रोल टैक्स के बारे में है। हालांकि, याद रखें कि पूरे राज्य में पेट्रोल की अंतिम कीमत अलग-अलग हो सकती है। इसलिए, बाद में होने वाली परेशानियों से बचने के लिए समय-समय पर नवीनतम अपडेट पर नज़र रखें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
पश्चिम बंगाल सरकार ने पेट्रोल पर कितना सेल्स टैक्स एकत्र किया?
नवंबर 2021 तक पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार ने पेट्रोल पर लगभग 25% वैट या सेल्स टैक्स एकत्र किया।
पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती के बाद पश्चिम बंगाल सरकार को कितना राजस्व का घाटा हुआ है?
पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद पश्चिम बंगाल के राजस्व में प्रति लीटर पेट्रोल पर 82 पैसे की कमी आई थी।