छत्तीसगढ़ में पेट्रोल टैक्स के बारे में सारी जानकारी
इस लेख की जानकारी अंतिम बार 31 अक्टूबर 2022 को अपडेट की गई थी।
ईंधन की बढ़ती कीमतों के बीच केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में 5 रुपये प्रति लीटर की कमी की थी।
इसी वजह से छत्तीसगढ़ सरकार ने भी पेट्रोल पर वैट में 1% प्रति लीटर की राहत देने की सोची।
छत्तीसगढ़ में पेट्रोल टैक्स के महत्वपूर्ण पहलुओं को निम्नलिखित सेगमेंट में हाइलाइट किया गया है, इसलिए इसके बारे में अधिक जानने के लिए स्क्रॉल करते रहें।
छत्तीसगढ़ में पेट्रोल पर कितना टैक्स लगाया जाता है?
21 मई 2022 को केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी घटाकर ₹19.90 प्रति लीटर कर दिया। छत्तीसगढ़ सरकार ने 31 अक्टूबर, 2022 तक पेट्रोल पर 27.02% का मूल्य वर्धित कर लगाया।
नीचे यह तालिका दी गई है जो छत्तीसगढ़ में पेट्रोल की कीमत में योगदान देने वाले आवश्यक कम्पोजिशन का सारांश देती है:
सेक्शन | 31 अक्टूबर, 2022 से लागू (₹ मूल्य प्रति लीटर) |
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डीलरों से लिया गया मूल्य | ₹ 57.35 प्रति लीटर |
एक्साइज ड्यूटी (केंद्र सरकार द्वारा लगाया गया) | ₹ 19.90 प्रति लीटर |
औसत डीलर कमीशन | ₹ 4 प्रति लीटर |
वैट (राज्य सरकार द्वारा लगाया गया) | ₹ 21.20 प्रति लीटर { {27.02% का (डीलरों से लिया गया ईंधन मूल्य+एक्साइज ड्यूटी+औसत डीलर कमीशन)} (₹2 प्रति लीटर का अतिरिक्त वैट लागू है) |
छत्तीसगढ़ में पेट्रोल का खुदरा बिक्री मूल्य | 102.45 प्रति लीटर |
नोट: 31 अक्टूबर, 2022 तक विश्वसनीय और अधिकृत स्रोतों से लिए गए डेटा के साथ, उपरोक्त तालिका केवल पेट्रोल टैक्स ब्रेकअप को समझाने के लिए एक उदाहरण के रूप में कार्य करती है। हालांकि, वास्तविक कीमतें भिन्न हो सकती हैं क्योंकि ईंधन की कीमत, डीलर का कमीशन, उपकर और ऐसे अन्य पहलू समय-समय पर बदल सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में पेट्रोल टैक्स कौन लेता है?
केंद्र और राज्य सरकारें पेट्रोल पर क्रमशः एक्साइज ड्यूटी और वैट लगाती हैं। इन करों में छत्तीसगढ़ में पेट्रोल की कीमत के साथ अन्य कारक जैसे डीलर का कमीशन, कच्चे तेल की कीमत आदि शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ में पेट्रोल टैक्स को प्रभावित करने वाले कारक क्या हैं?
1. कच्चे तेल की कीमत
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में बदलाव सीधे घरेलू बाजार में इसकी कीमतों को प्रभावित करता है। कच्चे तेल की ग्लोबल मांग, उत्पादन दर और कच्चे तेल का आयात करने वाले देशों में राजनीतिक संबंध कच्चे तेल की कीमत और इसके परिणामस्वरूप पेट्रोल की कीमतों को प्रभावित करते हैं।
2.. डीलर्स के लिए कॉस्ट
एचपीसीएल और आईओसीएल जैसी तेल मार्केटिंग कंपनियां रिफाइनिंग खर्च, फ्रेट शुल्क आदि जैसे कारकों के आधार पर कच्चे तेल के वितरण के लिए डीलरों से शुल्क लेती हैं। उनके द्वारा लगाया गया यह मूल्य एक महत्वपूर्ण कारक है जो पेट्रोल की कीमतों को प्रभावित करता है।
3. एक्साइज ड्यूटी एवं बिक्री टैक्स
केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी लगाती है, और राज्य सरकार पेट्रोल पर वैट लगाती है। ये दोनों कर छत्तीसगढ़ और पूरे भारत में पेट्रोल की कीमतों को प्रभावित करते हैं।
4. डीलर का कमीशन
ओएमसी पेट्रोल पंप मालिकों को एक कमीशन देती हैं, जो छत्तीसगढ़ और पूरे देश में पेट्रोल की कीमत को प्रभावित करता है।
5. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये का मूल्य
कच्चा तेल अंतरराष्ट्रीय बाजार से आयात किया जाता है और लेनदेन डॉलर में पूरा होता है। इसलिए रुपये और डॉलर की एक्सचेंज दर में कोई भी बदलाव घरेलू बाजार में पेट्रोल की कीमतों को प्रभावित करता है।
6. पेट्रोल की डिमांड एवं सप्लाई
यदि बाजार में पेट्रोल की बढ़ती मांग के मुकाबले पेट्रोल की सप्लाई कम हो जाती है, तो इकोनॉमिक्स के नियम के अनुसार पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि होगी।
छत्तीसगढ़ के सारी जगहों पे पेट्रोल टैक्स एक ही जैसा है क्या?
हां, छत्तीसगढ़ में सभी जगहों पर पेट्रोल पर एक समान दर से वैट लगाया जाता है। हालांकि, प्रत्येक शहर में डीलर के कमीशन में अंतर के कारण पेट्रोल की कीमतें छत्तीसगढ़ के शहरों में भिन्न हो सकती हैं।
इस प्रकार, छत्तीसगढ़ में पेट्रोल टैक्स में कमी के साथ-साथ एक्साइज ड्यूटी में कमी से राज्य में पेट्रोल की कीमत में 70 पैसे की कमी आएगी। इससे छत्तीसगढ़ के निवासियों को पेट्रोल पर लगने वाली उच्च दर से राहत मिलेगी।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
पेट्रोल पर वैट कम करने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राजस्व की कितनी हानि का अनुमान लगाया गया है?
पेट्रोल पर वैट कम करने से छत्तीसगढ़ सरकार को लगभग 1,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होगा।
केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी कब कम किया?
केंद्र सरकार ने 3 नवंबर 2021 को पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी घटाया। 21 मई, 2022 को केंद्र ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी घटाकर 19.90 रुपये प्रति लीटर कर दिया।