बिहार में पेट्रोल टैक्स के बारे में पूरी जानकारी
बिहार की राज्य सरकार ने बिहार के लोगों को पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से राहत देने के लिए पेट्रोल और डीज़ल पर ₹3 प्रतिलीटर वैट कम किया है। इस लेख के आगे के भाग में बिहार में टैक्स के जरूरी बातों के बारे में बताया गया है, इसलिए पढ़ते रहें!
बिहार में पेट्रोल पर कितना टैक्स लगाया जाता है?
केंद्र सरकार ने हाल ही में पेट्रोल पर एक्साइज़ ड्यूटी ₹5 प्रति लीटर कम की और बाकी राज्यों में भी ऐसा करने की दरख्वास्त की।
इसका पालन करते हुए, बिहार सरकार ने बिहार ने पेट्रोल पर ₹1.30 प्रतिलीटर वैट घटाया है।
बिहार में पेट्रोल की कीमत को प्रभावित करने वाले घटक नीचे सारणी में दिए गए हैं:
घटक | 21 अक्टूबर से प्रभावी (₹प्रति लीटर में) |
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डीलर से ली जाने वाली कीमत | ₹ 57.35 प्रति लीटर |
एक्साइज़ ड्यूटी (केंद्र सरकार द्वारा लागू) | ₹ 19.90 प्रति लीटर |
डीलर का औसत कमीशन | ₹ 9.39 प्रति लीटर |
वैट (राज्य सरकार द्वारा लागू) | ₹22.53 प्रतिलीटर {वैट पर सरचार्ज का 30% (डीलर से लिया जाने वाला फ़्यूल चार्ज + एक्साइज़ ड्यूटी + डीलर का औसत कमीशन) का 24.37%} |
बिहार में खुदरा बिक्री की कीमत | ₹ 109.17 प्रति लीटर |
(नोट: ऊपर दी गई सारणी पेट्रोल टैक्स ब्रेकअप का उदाहरण हैं, इसका डाटा 21 अक्टूबर 2022 तक विश्वसनीय स्रोतों से प्राप्त किया गया है। हालांकि, असल कीमत, फ्यूल की कीमत, डीलर के कमीशन, सेस और अन्य कारणों से समय समय पर बदल सकती है।
बिहार में पेट्रोल टैक्स कौन लगाता है?
केंद्र सरकार पेट्रोल पर (₹19.90 प्रतिलीटर) एक्साइज़ ड्यूटी लगाती है। इसके बाद, बिहार में राज्य सरकार पेट्रोल पर वैट लगाती है। इसके साथ ही डीलर का खर्च, डीलर का कमीशन वगैरह मिलाकर बिहार में पेट्रोल की कीमत तय होती है।
बिहार में पेट्रोल टैक्स की कीमत को प्रभावित करने वाले घटक क्या हैं?
नीचे दी गई बातें बिहार में पेट्रोल की कीमत को प्रभावित करती हैं-
1. डीलर का खर्च
ऑयल मार्केटिंग कंपनी क्रूड ऑयल खरीदकर बांटती है। ये कंपनियां रिफ़ाएनिंग का खर्च, फ़्राइट चार्ज, वगैरह के आधार पर डीलर से पैसे लेती हैं। यह कीमत पेट्रोल की खरीद की कीमत को प्रभावित करती है।
2. क्रूड ऑयल की कीमत
क्रूड ऑयल की मांग और पूर्ति में आने वाला फर्क उसकी कीमत को प्रभावित करता है। इसके साथ ही, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति और भविष्य के लिए ऑयल रिजर्व और उसकी सप्लाई भी फ़्यूल की कीमत को बहुत ज्यादा प्रभावित करती हैं।
3. डीलर का कमीशन
ऑयल मार्केटिंग कंपनी पेट्रोल पंप मालिकोें को कमीशन देती हैं, जिसमें उनकी आय, लाभ, और खर्च शामिल होते हैं। यह कमीशन भी बिहार में और देश भर में पेट्रोल की कीमत को प्रभावित करते हैं।
4. एक्साइज ड्यूटी और वैट
जैसा कि पहले बताया गया, केंद्र और राज्य सरकारें पेट्रोल पर वैट और एक्साइज ड्यूटी लगाती हैं जो बिहार और पूरे देश में पेट्रोल की कीमत को प्रभावित करती हैं।
5. डॉलर की तुलना में भारतीय रुपये की कीमत
अंतर्राष्ट्रीय बाजार क्रूड ऑयल सप्लाई करता है। यह लेन देन यूएस डॉलर में होता है। इसलिए, इसमें होने वाले बदलाव भारतीय रुपए की कीमत को प्रभावित करते हैं जो बिहार और भारत भर में पेट्रोल की कीमत पर प्रभाव डालते हैं।
क्या बिहार के सभी शहरों में पेट्रोल टैक्स एक समान है?
राज्य सरकार पूरे बिहार में एक समान वैट लगाती है। इसलिए यहां हर वाहन चालक को पेट्रोल पर समान टैक्स देना पड़ता है। लेकिन बिहार के अलग अलग शहरों में पेट्रोल की कीमत में अंतर आ सकता है।
बिहार में पेट्रोल टैक्स पर और भी राहत की बात यह है कि सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी के घटने से पेट्रोल की कीमत ₹3.20 प्रतिलीटर घट सकती है। हालांकि पेट्रोल टैक्स और उसकी कीमतें बदलती रहती हैं। इसलिए इसपर नजर बनाए रखना जरूरी है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
बिहार में पेट्रोल टैक्स को प्रभावित करने वाले अन्य घटक क्या हैं?
पेट्रोल की मांग और पूर्ती और रिफ़ायनरी की उप्लब्धता बिहार में पेट्रोल टैक्स को प्रभावित करती हैं।
नवंबर 2021 में टैक्स घटाने से पहले बिहार में कितना टैक्स लगता था?
अक्टूबर 2021 तक, बिहार सरकार पेट्रोल पर ₹16.65 या 26% प्रतिलीटर (जो भी ज्यादा हुआ) टैक्स लगाती थी इसके साथ ही सेल्स टैक्स या वैट पर 30% सरचार्ज भी लगता था।