भारत में वाहनों में उपयोग होने वाले विभिन्न प्रकार के फ्यूल
हमे आशा है की आपने कभी न कभी गैसोलीन, LPG, CNG आदि प्रकार के फ्यूलों के नाम तो सुने ही होंगे। यह ऐसे फ्यूल हैं जो आपको आपकी लंबी यात्राओं को आराम से पूरा करने में आपकी काफी सहायता कर सकते हैं। अपने वाहन के फ्यूलिंग को सही प्रकार को कर आप अपने वाहन से एक अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रख सकते हैं। यदि अब आप यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि आपकी कार के लिए कौन सा फ्यूल सबसे उपयुक्त है, तो आप हमारे इस लेख के साथ अंत तक बने रहें, और इसे ध्यानपूर्वक पढ़कर समझने की कोशिश करें।
भारत मे उपयोग किये जाने वाले टॉप 6 प्रकार के व्हीकल फ्यूल
1. पेट्रोल
पेट्रोल, को बाजार में गैसोलिन के नाम से भी जाना जाता है, यह किसी भी वाहन में इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे कॉमन फ्यूल्स है। यह दिखने ट्रांसपेरेंट होता है और इसे पेट्रोलियम के फ्रैक्शनल डिस्टलेशन से ही प्राप्त किया जा सकता है। इस फ्यूल का उपयोग मुख्य रूप से स्पार्क-इगनिटेड कम्बशन इंजन में किया जाता है और साथ ही आज के समय बाजार में इसके अनेकों प्रकार उपलब्ध हैं।
तो चलिए अब हम पेट्रोल के फायदों और नुकसान को समझने की कोशिश करते हैं -
फायदे
यह फ्यूल कॉस्ट - इफ़ेक्टीव है।
यह वाहन को अच्छा एक्सलरेशन भी प्रदान करता है।
इसके स्टेशन आसानी से कहीं भी मिल जाते हैं।
यह फ्यूल हर प्रकार के रेंज के लिए उपयुक्त है।
नुकसान
इस फ्यूल के कारण वातावरण में काफी उच्च स्तर पर जहरीली गैसों का इमिशन होता है।
इसके साथ ही डीजल की तुलना में पेट्रोल कम माइलेज को प्रदान करता है।
यह इन वाहनों के लिए उपयुक्त है: 4 व्हीलर प्राइवेट कार, बाइक
कीमत प्रति लीटर: गैसोलीन की कीमत अलग अलग राज्यों में भिन्न भिन्न होती है, इसलिए आपको इसकी कीमत को लेकर इस बात पर ध्यान देना आवश्यक होगा। यहाँ नीचे दी गई टेबल में भारत के विभिन्न शहरों से संबंधित पेट्रोल की कीमत को आपके सामने पेश करने की कोशिश की है -
शहरे | पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर सितंबर, 2021 के अनुसार |
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कोलकाता | ₹102.08 |
मुंबई | ₹ 107.83 |
चेन्नई | ₹ 101.49 |
न्यू दिल्ली | ₹101.84 |
बैंगलोर | ₹105.25 |
अपने शहर/राज्य में पेट्रोल की वास्तविक समय में कीमत को जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
2. डीजल
यदि वर्तमान स्थिति को देखा जाए तो, हाल ही में डीजल की खपत में 27% की वृद्धि के साथ ही इसके प्रदर्शन में भी काफी सुधार देखने को मिला है। जिससे हम बाजार में इस फ्यूल के लोकप्रियता की जानकारी मिलती है। पेट्रोल की तरह ही, डीजल को भी पेट्रोलियम ऑयल के फ्रैक्शनल डिस्टिलेशन से प्राप्त किया जाता है और इसका उत्पादन मुख्य रूप से डीजल इंजन के लिए किया जाता है।
फायदे
डीजल की कीमत कम होने के कारण इसे खारिधना काफी लाभदायक होता है और इसे वाहन की लम्बी यात्राओं के लिए भी अच्छा माना जाता है।
यह फ्यूल हाइ टॉर्क फीचर्स के साथ एक्सप्रेस लेन पर बहुत अच्छा ही प्रदर्शन दिखता है।
इसके साथ ही यह फ्यूल वाहन को एक बेहतर एक्सलरेशन भी प्रदान करता है।
नुकसान
डीजल इंजन को हाइ मेंटेनेंस की आवश्यकता पड़ती है जिस कारण इसे काफी खर्चे वाले फ्यूल के रूप में भी देखा जाता है।
इसके साथ ही डीजल इंजन सभी प्रकार के वाहन के मॉडल के लिए उपयुक्त नहीं होता है।
यह इन वाहनों के लिए उपयुक्त है: ट्रक, ट्रेन, पब्लिक बस
कीमत प्रति लीटर: जिस तरह पेट्रोल की कीमत अलग अलग राज्यों में अलग अलग है, ठीक उसी प्रकार डीजल की कीमत भी राज्य के आधार पर निर्भर करती है। आप निचे दिए गए टेबल से विभिन्न शहरों में डीजल के कीमत की जानकारी को प्राप्त कर सकते हैं -
शहरे | डीजल की कीमत प्रति लीटर 6 सितंबर , 2021 के अनुसार |
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कोलकाता | ₹93.02 |
मुंबई | ₹97.45 |
चेन्नई | ₹94.39 |
न्यू दिल्ली | ₹89.87 |
बैंगलोर | ₹94.86 |
अपने शहर/राज्य में डीजल की वास्तविक समय में कीमत जानने के लिए यहां क्लिक करें।
3. कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG)
यदि हम CNG या कंप्रेस्ड नेचुरल गैस को वॉल्यूम के आधार पर इसे देखें तो इसमें 1% से भी कम कंप्रेस्ड मीथेन मिला होता है। इस फ्यूल का उपयोग शहरी क्षेत्रों मे प्रदूषण को कम करने के प्राथमिक उद्देश्य के लिए किया जाता है, और यह फ्यूल उन स्थानों में काफी लोकप्रिय भी है।
फायदे
यदि हम इस गैस में लीड और सल्फर के कंटेंट के बात करें तो वे इसमें न के बराबर होते हैं जिस कारण लोगों के बीच इसे "ग्रीन फ्यूल" के नाम से भी जाना जाता है।
यह फ्यूल का हाइ ऑटो-इग्निशन टेंपरेचर (540 डिग्री सेल्सियस) और 5 - 15% तक की लिमिटेड फ्लेमेबिलिटी रेंज को प्रदान करता। जिसका निष्कर्ष यह निकलता है की यह फ्यूल हवा में 5% -15% CNG कॉन्सन्ट्रेशन एक्सीडेंटल बर्निंग का कारण नहीं बनेगी, जिससे कारण आप अपने वाहन सभी प्रकार के सुरक्षित रहेगा।
इसे सर्टिफाइड सिलेंडरों में स्टोर किया जाता है, जो की लीक-प्रूफ होते हैं, इसलिए इसे उपयोग करने के लिए सुरक्षित माना जाता है। चूंकि इस गैस का वजन काफी कम है, जिस कारण लीकेज के दौरान यह आस पास के वातावरण में फैलकर आपको सुरक्षा प्रदान करती है
नुकसान
पेट्रोल और डीजल स्टेशन की तुलना मे CNG के स्टेशन की उपलब्धता बेहद कम होती है।
इस फ्यूल का इंजन व्हीकल के बूट स्पेस का कम से कम 1/3 भाग कवर करता है। जिस कारण सेडान या अन्य कार के मालिकों के लिए अपने वाहन कार्गो स्पेस में सामान को लोड करना थोड़ा मुश्किल काम बन जाता है।
CNG कार के लगातार 3 से 4 सालों के उपयोग के बाद इसके प्रदर्शन में थोड़ी कमी देखि जा सकती है। यदि आप CNG से चलने वाले वहां का उपयोग एक वर्ष तक नियमित रूप से करते हैं तब ऐसी स्थिति में आपके इंजन का प्रदर्शन 10% से कम हो जाता है।
इसके अलावा यह फ्यूल इंजेक्टरों की कार्यक्षमता को भी ख़राब करता है, जिस कारण वे जल्दी सूख जाते हैं। CNG का उपयोग लंबे समय तक करने के बाद इंजन के प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की CNG से चलने वाले वाहनों में अन्य वाहनों की तुलना में फ्यूल की बचत काफी कम मात्रा में होती है।
यदि आप किसी कंवेंशनल पेट्रोल या डीजल से चलने वाली कारों को CNG में बदलने का विचार करते हैं, तो आपको काफी अधिक पैसों का भुगतान करने की आवश्यकता पड़ेगी।
यह इन वाहनों के लिए उपयुक्त है: इस फ्यूल से चलने वाले वाहनों को मुख्य रूप से पैसेंजर्स वाहनों के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा ऑडी A5 2,0 TFSI CNG और BMW 3 सीरीज (E36) जैसे मॉडल भी CNG पर चल सकते हैं। इस फ्यूल से चलने वाले अन्य वाहनों में वैन, बस, ट्रक और कुछ अन्य वाहनों को CNG को भी शामिल किया जाता है।
कीमत प्रति लीटर: निचे दिये गए टेबल की सहायता से आप भारत के 5 मेट्रोपॉलिटन शहरों में CNG के कीमत से सम्बंधित जानकारी को प्राप्त कर सकेंगे -
शहरे | CNG की कीमत प्रति लीटर 6 सितंबर, 2021 के अनुसार |
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कोलकाता | ₹35.71 |
मुंबई | ₹44.22 |
चेन्नई | ₹50.1 |
न्यू दिल्ली | ₹46.60 |
बैंगलोर | ₹46.60 |
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4. बायो-डीजल
डीजल का अन्य ऑयल के साथ मिश्रण कर बायो-डीजल का निर्माण किया जाता है। वेजीटेबल ऑयल, एनिमल फैट और वेस्ट कुकिंग ऑयल को बायो-डीजल में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को ट्रांस-एस्टरीफिकेशन के नाम से जाना जाता है। चूंकि इस फ्यूल नेचुरल इंग्रेडिएंट्स का इस्तेमाल कर बनाया गया है, इसलिए इसे बायोफ्यूल के सबसे अच्छे विकल्प के रूप में भी देखा जाता है।
फायदे
यह पर्यावरण के लिए अनुकूल है और अन्य फ्यूलों की तुलना में यह 11% कम कार्बन मोनोऑक्साइड गैस का एमिशन करता है।
इसका फ्लैशपॉइंट काफ़ी कम होता है और साथ ही इसे जलाने के लिए काफी हाइ टेम्परेचर की आवश्यकता भी पड़ती है। इस फ्यूल को स्टोर करना काफी आसान होता है क्योंकि इस फ्यूल में अचानक से आग लगने का जोखिम बेहद कम होता है।
यह एनर्जी का एक नॉन टॉक्सिक और रिन्यूएबल सोर्स है और यही कारण है कि यह फ्यूल सस्टेनेबिलिटी को भी सुनिश्चित करता है।
यह फ्यूल इंजन की उम्र को बढ़ाने में काफी मदद करता है। इंजन में मौजूद गंदगी को हटाने और साथ ही इंजन के अच्छे प्रदर्शन को रिस्टोर करने के लिए इसका उपयोग सॉल्वेंट के रूप में भी किया जाता है, जिससे इंजन में बार-बार होने वाली खराबी को भी रोका जा सकता है।
डीजल इंजन के वाहन के मालिक बिना किसी मॉडिफिकेशन्स के भी अपने वाहन में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस फ्यूल के इम्पोर्ट के लिए हम बाहर के देशों पर कम निर्भर हैं।
नुकसान
इसे कम टेंपरेचर में उपयोग नहीं किया जा सकता है क्योंकि यह जेलिंग के प्रति संवेदनशील है और जेलिंग एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिसमें फ्यूल में मौजूद पैराफिन वाले कम्पोनेंट ठंडे टेंपरेचर के कारण जम कर जेली जैसे पदार्थ का निर्माण करता है।
हालांकि बायो-डीजल के फायदों में इंजन से गंदगी को हटाना भी शामिल है, यह गंदगी गैसकेट में फंस जाती है, जिससे इंजन को भारी नुकसान पहुँचता है और साथ ही यह इंजन के रबर हाउस को भी काफी नुकसान पहुंचाता है।
बायो-डीजल से चलने वाले वाहनों के फ्यूल की पावर दूसरे फ्यूल की तुलना में काफी कम होती है। यह फ्यूल की एफिशिएंसी को 1% -2% से कम कर देता है।
यह पेट्रोलियम से अधिक महंगा है।
बायो-डीजल एनिमल फैट, वेजीटेबल ऑयल आदि का इस्तेमाल कर बनाया जाता है। यह फूड सप्लाई को भी काफी प्रभावित करता है और दिए गए प्रोडक्टस के कीमत में भी वृद्धि का कारण बनता है, जिससे भोजन की कमी हो जाती है।
हर एक क्षेत्र में हर एक प्रकार के फसल का उत्पादन करना संभव नहीं है, इसलिए इस फ्यूल का उत्पादन भी केवल कुछ क्षेत्रों तक ही सीमित है।
यह इन वाहनों के लिए उत्तम है: डीजल से चलने वाले व्हीकल्स में बायो-डीजल का बिना किसी परेशानी के किया जा सकता है। विशेष रूप से निर्मित ट्रक, वैन और SUV को भी बायो-डीजल का इस्तेमाल करने की मंजूरी दी गई है।
कॉस्ट प्रति लीटर: निचे दिये गए टेबल मे भारत के 5 मेट्रोपॉलिटन शहरों के बायो - डीजल के कॉस्टो के बारे मे बताया गया है -
शहरे | बायो - डीजल मूल्य प्रति लीटर 6 सितंबर, 2021 के हिसाब से |
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Kolkata | ₹71.12 |
Mumbai | ₹70.56 |
Chennai | ₹68 |
New Delhi | ₹69.44 |
Bangalore | ₹67.2 |
5. लिक्विड पेट्रोलियम गैस (LPG)
LPG या लिक्विड पेट्रोलियम गैस को क्रूड आयल और नेचुरल गैस से प्राप्त किया जा सकता है। इस गैस को प्रोपेन और ब्यूटेन जैसे हाइड्रोकार्बन गैसों का उपयोग कर बनाया जाता है।
फायदे
ऑटो LPG में हाई ऑक्टेन कंटेंट वाले व्हीकल्स के अच्छे प्रदर्शन को सुनिश्चित करती है।
यह LPG इंजन से कार्बन और एसिड को हटाने का काम भी करता है, जिससे इंजन की उम्र भी बढ़ती है।
यह पेट्रोल की तुलना में 40% तक रनिंग कॉस्ट को बचाने का कार्य भी करता है और इतना ही नहीं इस फ्यूल में आपको स्पिलेज भी काफी कम मात्रा में देखने को मिलती है।
यह पेट्रोलियम की तुलना में 75% तक कम कार्बन मोनोऑक्साइड और डीजल की तुलना में 60% कम कार्बन डाइऑक्साइड को एमीट करता है।
CNG की तुलना में LPG का कन्वर्जन कॉस्ट सस्ता है।
इसमें एंटी-नॉकिंग विशेषताएं हैं, जो हाई ऑक्टेन नंबर की सुविधा प्रदान करती हैं।
नुकसान
इस गैस का वजन हवा से अधिक है। इसलिए, इसके लीकेज के मामले में, यह एक घुटन भरे वातावरण का निर्माण करता है।
इसमें पेट्रोल की तुलना में 10% कम फ्यूल एफिशिएंसी देखने को मिलती है।
LPG के स्टोरेज के लिए भारी सिलिंडरों की आवश्यकता पड़ती है, जो इंजन के वजन को बढ़ने का काम करती हैं।
यह फ्यूल इन वाहनों के लिए उत्तम है: इस फ्यूल को लाइट-ड्यूटी बायो-फ्यूल वाले वाहनों के लिए अच्छा माना जाता है। शेवरलेट और मारुति सुजुकी जैसे ब्रांड द्वारा भारत में LPG- पाउडर कारों का मैन्युफैक्चर किया जाता है।
कॉस्ट प्रति लीटर: निचे दिये गए टेबल में भारत के मेट्रोपॉलिटन शहरों के ऑटो-LPG के कॉस्ट के बारे में जानकारी दी गई है-
शहरे | LPG मूल्य प्रति लीटर 6 सितंबर, 2021 के हिसाब से |
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कोलकाता | ₹51.65 |
मुंबई | ₹37.3 |
चेन्नई | ₹51.16 |
न्यू दिल्ली | ₹52.08 |
बैंगलोर | ₹38.848 |
अपने शहर/राज्य के लिए वास्तविक समय में LPG प्राइस जानने के लिए यहां क्लिक करें |
6. इथेनॉल और मेथनॉल
इथेनॉल और मेथनॉल हाई ऑक्टेन नंबर वाले एक प्रकार के अल्कोहल हैं। इसे एक रिन्यूएबल और बायोडिग्रेडेबल एनर्जी सोर्स के रूप में देखा जाता है, इसके साथ ही यह फ्यूल बाकी फ्यूल की तुलना में वातावरण में कम मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड को एमीट करता है। भारत में इथेनॉल द्वारा बने गए फ्यूल का 10% तक ही उपयोग किया जाता है। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती हुई कीमत को भी ध्यान में रखते हुए, भारत साकार इथेनॉल के उत्पदान को और बढ़ाने की योजना बना रही है।
फायदे
आपको इसमें लो फ्लेमेबिलिटी देखने को मिलेगी और साथ ही यह उपयोग करने के लिए एक सुरक्षित फ्यूल के रूप में भी जाना जाता है।
इस फ्यूल का निर्माण नेचुरल गैस और कोयले द्वारा किया जा सकता है। इसके साथ ही यह गैस घरेलू फ्यूल के निर्भरता को भी बढ़ने का काम करती है।
नुकसान
यह कम माइलेज प्रदान करता है और इसलिए इस फ्यूल की बचत करना संभव नहीं हो पाता है।
यह फ्यूल करोसिव होता है और लंबे समय तक इस्तेमाल करने के वजह से व्हीकल्स को नुकसान भी पहुँचा सकता है।
यह इन वाहनों के लिए उत्तम है: इस फ्यूल को मुख्य रूप से रेसिंग कारों में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा, मौजूदा ऑन-रोड वाहनों में उपयोग करने के लिए इसे गैसोलीन के साथ कम मात्रा में मिलाया जाता है।
कीमत प्रति लीटर: भारत सरकार ने C-हैवी मोलासेस पर आधारित इथेनॉल की कॉस्ट को बढ़ाकर ₹45.69 प्रति लीटर कर दिया है, और आपकी जानकारी के लिए बता दें की 2020 तक B-हैवी मोलासेस की कॉस्ट ₹57.61 प्रति लीटर थी।
निचे दिए गए टेबल की सहायता से आप भारत में उपलब्ध सभी प्रकार के फ्यूलों की कीमतों के साथ उनसे संबंधित जानकारी को प्राप्त कर सकते हैं। इसे अच्छे से समझने के लिए एवरेज कॉस्ट को नेशनल कैपिटल, नई दिल्ली के आधार पर क्रमानुसार व्यवस्थित किया गया है।
व्हीकल्स मे उपयोग होने वाले विभिन्न प्रकार के फ्यूल्स की सूची
फ्यूल | बेस्ट फॉर व्हीकल्स | दिल्ली मे एवरेज मूल्य प्रति लीटर (6th सितंबर-2021) |
गैसोलिन | 4 व्हीलर कार , बाइक | ₹101.84 |
डीजल | ट्रक, ट्रेन, पब्लिक बस | ₹ 89.87 |
सी एन जी | पैसेंजर कार , बस , वेन , ट्रक | ₹44.23 |
बायो - डीजल | डीजल-पॉवर्ड व्हीकल्स, और स्पेशली मैन्युफैक्चरर्ड वेन, ट्रक और SUV | ₹69.44 |
लिक्विड पेट्रोलियम गैस | लाइट-ड्यूटी बायो फ्यूल व्हीकल्स | ₹52.08 |
इथेनॉल और मेथनॉल | इसे रेसिंग कारों में उपयोग किया जाता है। ऑन-रोड व्हीकल् में उपयोग के लिए इसे गैसोलीन के साथ मिलाया जाता है। | ₹45.69 (C-हैवी मोलासेस) ₹57.61 (B-हैवी मोलासेस) |
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स
इलेक्ट्रिक मोटर फ्यूल से एनर्जी को पैदा करने वाले इंटरनल कम्बशन के बजाय एक इलेक्ट्रिक व्हीकल को संचालित करने का काम करती है। बढ़ते प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग आदि अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए फ्यूल से चलने वाले ऑटोमोबाइल का एक अच्छे विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।
दिल्ली सरकार ने 2021 तक EV पॉलिसी के तहत दिल्ली के 100 अलग अलग स्थानों पर 500 से अधिक इलेक्ट्रिक चार्जिंग पॉइंट स्थापित करने का निर्णय लिया है। दिल्ली ही नहीं, यहां तक की केंद्र सरकार ने भी करीब दो साल पहले इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने वाले व्यक्तियों के लिए टैक्स में भारी छूट की घोषणा की थी।
फायदे:
यह फ्यूल से चलने वाले ऑटोमोबाइल की तुलना में 62% तक की हाइ एफिशिएंसी प्रदान करता है।
यह जीरो-एमिशन के साथ प्रदूषण को कम करने का काम भी करता है।
यह कम मेंटेनेंस कॉस्ट के साथ ही एक अच्छे ड्राइविंग परफॉर्मेंस को भी प्रदान करता है।
फ्यूल पर भारतीय आबादी की निर्भरता को ध्यान में रखते हुए, इलेक्ट्रिक व्हीकल पेट्रोल की तुलना में CO2 एमिशन में 10% की गिरावट को करने के साथ वातावरण को शुद्ध रखने का भी काम करती है।
नुकसान:
इलेक्ट्रिक व्हीकल से संबंधित निम्नलिखित दिए गए नुकसानों पर भी एक नज़र डालें:
इलेक्ट्रिक व्हीकल एक निश्चित दूरी तक की ही यात्रा को कवर करने में सक्षम है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को पूरी तरह से चार्ज होने में करीब 30 मिनट तक का समय लगता है।
इसके अलावा ये फ्यूल से चलने वाले व्हीकल्स की तुलना में अधिक महंगा है।
यह इन वाहनों के लिए उत्तम है: यह आमतौर पर उन क्षेत्रों के लिए अच्छी मानी जाती है जहां पर पर्याप्त मात्रा में चार्जिंग स्टेशन कि उपलब्धता हो। भारत सरकार द्वारा पूरे देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए करीब 15,000 चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना बनाई जा रहा है।
कीमत प्रति लीटर: इलेक्ट्रिक कारों की कॉस्ट 13.99 लाख से लेकर 2.04 करोड़ रुपये तक है। वहीं, स्टेशनों पर आपके EV को चार्ज करने के लिए ₹200 से ₹400 तक का भुगतान करना पड़ सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या भारत में इथेनॉल से चलने वाले वाहन उपलब्ध हैं?
जी नहीं, भारत में इथेनॉल से चलने वाले वाहन अभी तक भारत में उपलब्ध नहीं हैं, आपको यह जानकर खुशी होगी को भारत सरकार अब लोकल फार्म प्रोडक्ट से उत्पादित इथेनॉल आधारित "फ्लेक्स इंजन" को रोल आउट करने की योजना बना रही है।
भारत में कितने प्रकार के पेट्रोल उपलब्ध हैं? कौन सा आपके वाहन के लिए उपयुक्त है?
भारत में विभिन्न प्रकार के ऑक्टेन रेटिंग वाले पेट्रोल उपलब्ध हैं। नीचे दी गई सूची में आप उनके नाम देख सकते हैं -
- 87 ऑक्टेन रेगुलर फ्यूल
- 91 ऑक्टेन BPCL स्पीड
- 91 ऑक्टेन IOC एक्स्ट्रा प्रीमियम
- 87 ऑक्टेन + एडिटिव HP पावर
यदि हम ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट्स की माने तो यदि आप अच्छे ड्राइविंग एक्सपीरियंस का आनंद लेना चाहते हैं तो आपको हमेशा मैन्युफैक्चरर द्वारा बताए गए स्पेसिफिकेशन के आधार पर ही पेट्रोल का उपयोग करना चाहिए।