सीआरआईएफ हाईमार्क स्कोर: सीमा, महत्व और इसको कैसे सुधारें?
सीआरईएफ हाईमार्क भारत के चार मान्यताप्राप्त क्रेडिट ब्यूरो में से एक है। हाईमार्क के तौर पर इसकी स्थापना 2007 में हुई थी और 2014 में सीआरआईएफ ने कंपनी में बड़ी हिस्सेदारी ले ली थी, जिसके साथ इसका नाम बदलकर सीआरआईएफ हाईमार्क हो गया था।
व्यक्तियों या कंपनी की क्रेडिट साख को मापने के लिए कंपनी व्यक्तिगत और बिजनेस क्रेडिट ऑफर करती है।
सीआरआईएफ क्रेडिट स्कोर क्या है?
दूसरे क्रेडिट ब्यूरो की तरह, सीआरआईएफ हाईमार्क भी लोगों को क्रेडिट स्कोर की श्रृंखला ऑफर करता है, जिन्हें 300-900 के बीच तीन अंकों की संख्या से पहचाना जाता है (900 सर्वश्रेष्ठ संभव स्कोर के साथ)।
ये स्कोर व्यक्ति के बिल भुगतान, क्रेडिट के इस्तेमाल और ऋण वगैरह के इतिहास पर आधारित होता है। इसको उनकी “क्रेडिट साख” माना जाता है या ये दिखाता है कि वह कर्ज को समय पर चुकाएंगे।
जब एक व्यक्ति के पास अच्छा क्रेडिट स्कोर होता है तो ये बैंक या दूसरे उधार देने वाले संस्थान को दिखाता है कि आपने उधार के लिए पूरी जिम्मेदारी दिखाई है। इस तरह से आपके ऋण या क्रेडिट कार्ड का आवेदन उनकी ओर से जल्द मंजूर होने की संभावना बढ़ जाएगी।
अच्छा या बुरा सीआरआईएफ क्रेडिट स्कोर क्या होता है?
सीआरआईएफ स्कोर | सीमा | अर्थ |
एनए/एनएच | कोई स्कोर नहीं | आपकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है। |
300-549 | कम | खराब क्रेडिट हिस्ट्री और कई बार भुगतान न करने की वजह से आपको क्रेडिट भुगतान के बकाया का जोखिम हो सकता है। इसके चलते हो सकता है उधार देने वाले आपके लिए क़र्ज़ या क्रेडिट मंजूर ही न करें। |
550-649 | मध्यम | पूर्व में देर से और बकाया किए गए भुगतान के चलते आपको कम स्कोर मिल सकता है। उधार देने वालों के लिए आपको तब भी जोखिम माना जा सकता है। और इसलिए हो सकता है उनमें से कई आपका क़र्ज़ मंजूर ही न करें। |
650-749 | उच्च | पूर्व में भुगतान को लेकर आपका व्यवहार अच्छा रहा है तो 700 से ज्यादा का स्कोर अच्छा समझा जाएगा क्योंकि बकाया करने के मामले में आपको कम जोखिम पर माना जाएगा। |
750-900 | सर्वश्रेष्ठ | आपने भुगतान का कभी बकाया नहीं किया है और क्रेडिट के भुगतान के लिए पूर्व में आपका व्यवहार अच्छा रहा है तो आपको विश्वसनीय माना जाएगा और उधार देने वाले आपको क़र्ज़ और क्रेडिट कार्ड देने के इच्छुक रहेंगे। |
सीआरआईएफ हाईमार्क क्रेडिट स्कोर होने के फायदे क्या हैं?
अच्छा सीआरआईएफ स्कोर (जो 700 और 900 के बीच हो) होना काफी फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि बैंक और उधर देने वाले दूसरे संस्थान इन स्कोर का इस्तेमाल व्यक्ति की “क्रेडिट साख” का अंदाजा लगाने में करते हैं। इस तरह से उन्हें निर्णय लेने में मदद मिलती है कि उन्हें ऋण का आवेदन मंजूर करना चाहिए या नहीं। कुछ अन्य फायदों में शामिल है:
हो सकता है कि आपकी क्रेडिट सीमा बढ़ने योग्य हो जाए।
हो सकता है कि आपको ऋण और क्रेडिट कार्ड पर कम ब्याज दर मिले।
हो सकता है कि होम लोन या कार लोग आसानी से मंजूर हो जाए।
हो सकता है कि आपको ऋण की शर्तों पर बदलाव करने के फायदे मिल जाएं।
सीआरआईएफ क्रेडिट स्कोर की गणना कैसे की जाती है?
तथ्य | इन तथ्यों पर प्रभाव |
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भुगतान का इतिहास | इसका संबंध क्रेडिट कार्ड बिल, क़र्ज़ और ईएमआई के समय से भुगतान किए जाने से है। देर से या ना किए गए भुगतान आपका क्रेडिट स्कोर कम कर देंगे। |
क्रेडिट हिस्ट्री की लंबाई | आपकी क्रेडिट हिस्ट्री की उम्र का संबंध इस बात से है कि आपके पास क्रेडिट खाता कितने लंबे समय से है। पुराने खाते और क्रेडिट कार्ड उधार देने वालों के सामने ये सुनिश्चित करते हैं कि आप अपने बिल का भुगतान समय पर कर रहे हैं । |
क्रेडिट का इस्तेमाल | इसका संबंध क्रेडिट में से इस्तेमाल की गई राशि से है। आदर्शरूप से आपको क्रेडिट लिमिट का 30% से ज्यादा खर्च नहीं करना चाहिए। |
क्रेडिट मिक्स | दो तरह के क्रेडिट होते हैं: असुरक्षित ऋण (जैसे क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन) और सुरक्षित ऋण (जैसे ऑटो लोन या होम लोन)। इन दोनों को मिलाकर इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। |
नए क्रेडिट की पूछताछ | वो संख्या जितनी बार आपने क्रेडिट कार्ड, क़र्ज़ वगैरह के लिए आवेदन किया। बहुत संख्या में की गई पूछताछ आपके क्रेडिट स्कोर को नीचे ले आएंगी। |
सीआरआईएफ क्रेडिट स्कोर को ऑनलाइन कैसे जांचें?
रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के मुताबिक, क्रेडिट जानकारी से जुड़ी कंपनियों को क्रेडिट स्कोर जांचने की अनुमति और हर साल एक फ्री क्रेडिट स्कोर रिपोर्ट उपयोगकर्ताओं को देनी होगी। आप अपना सीआरआईएफ क्रेडिट स्कोर निम्न चरणों के साथ ऑनलाइन जांच सकते हैं:
चरण 1: सीआरआईएफ पोर्टल यहां से खोलें।
चरण 2: “गेट योर स्कोर नाओ” बटन पर क्लिक करें।
चरण 3: आगे बढ़ने के लिए आपसे ईमेल आईडी दर्ज करने के लिए कहा जाएगा।
चरण 4: अपना ईमेल एड्रेस दर्ज करने के बाद, आप उस पेज पर आ जाएंगे, जहां आपको अपनी जानकारी भरनी होंगी। इनमें शामिल है: आपका पूरा नाम, जन्म की तारीख, मोबाइल नंबर, पता और आधार या पैन नंबर।
चरण 5: एक बार जब आप जानकारी को रिव्यू करके सब्मिट कर देंगे तो आपसे एक सिक्योरिटी क्रेडिट से जुड़ा सवाल पूछा जाएगा, जो आपके अपने रिकॉर्ड के मुताबिक होगा।
चरण 6: अगर आप सिक्योरिटी क्रेडिट से जुड़े सवाल का सही जवाब देते हैं तो आपको सीआरआईएफ क्रेडिट रिपोर्ट डाउनलोड करने के लिए मिल जाएगी।
जब आप ये प्रक्रिया पूरी कर लेंगे तो आप अपना क्रेडिट स्कोर जांच सकते हैं, जिसकी गणना क्रेडिट रिपोर्ट से की जाएगी। ये आप जब चाहें तब किया जा सकता है।
हालांकि जैसा ऊपर बताया गया है कि आप साल में सिर्फ एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जांच सकते हैं। अगर आप इसे अक्सर जांचना चाहते हैं तो सीआरआईएफ हाईमार्क से ₹399 (जीएसटी सहित) का भुगतान करके ऐसा कर सकते हैं।
आप अपना सीआरआईएफ क्रेडिट स्कोर कैसे बढ़ा सकते हैं?
ये बैंक और अन्य उधार देने वालों को आपके पक्ष में निर्णय लेने में मदद करता है, इसलिए अच्छा क्रेडिट स्कोर होना जरूरी है। यहां कुछ तरीके बताए गए हैं, जिनके साथ आप अपने सीआरआईएफ क्रेडिट स्कोर को बेहतर कर सकते हैं:
अपने क्रेडिट, बिल और क़र्ज़ के लिए समय पर भुगतान करें।
सुनिश्चित कीजिए कि आप अपने क्रेडिट का इस्तेमाल 30% से कम ही रखें। उदाहरण के लिए अगर आपकी क्रेडिट लिमिट ₹10,000 है तो कोशिश करें कि आप ₹3,000 से ज्यादा का इस्तेमाल न करें।
क्रेडिट से जुड़ी अपनी पूछताछ को सीमित रखें जैसे क्रेडिट कार्ड, क़र्ज़ वगैरह के लिए आवेदन।
जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक पुराने क्रेडिट कार्ड और खाते को रद्द न करें। ऐसा इसलिए है कि पुराने कार्ड उधार देने वालों को ये सुनिश्चित करते हैं कि आपने अपने बिल समय पर भुगतान किए हैं।
अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को नियमित तौर पार रिव्यू करें ताकि आप अपनी गलतियों को सुधार सकें।
सीआरआईएफ हाईमार्क क्रेडिट स्कोर नियमित तौर पर जांचें ताकि आप अपने सुधारों को देख सकें।
व्यवसाय के लिए सीआरआईएफ क्रेडिट स्कोर क्या है?
सीआरआईएफ हाईमार्क कंपनियों के लिए अतिरिक्त सेवाएं भी देते हैं, जैसे कि बिजनेस के लिए क्रेडिट स्कोर। बिजनेस क्रेडिट स्कोर कंपनी की क्रेडिट साख का पैमाना है। इसकी गणना पर्सनल क्रेडिट स्कोर की तरह ही की जाती है। इन बातों को ध्यान रखा जाता है:
बिजनेस का इतिहास
भुगतान का इतिहास
क़र्ज़ का इतिहास
पुरानी खोजें वगैरह
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
सीआरआईएफ हाईमार्क और सिबिल के बीच क्या अंतर होता है?
सीआरआईएफ हाईमार्क और सिबिल दोनों ही क्रेडिट ब्यूरो हैं। ये भारत में मौजूद लाइसेंस प्राप्त चार क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों में से दो हैं। दोनों व्यक्तिगत ग्राहकों और कंपनियों को क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट देते हैं।
हालांकि, इन दोनों के बीच एक छोटा अंतर ये है कि ये दोनों साल में एक बार फ्री क्रेडिट रिपोर्ट देते हैं लेकिन बाद में सिबिल रिपोर्ट की कीमत ₹550 तो एक अतिरिक्त सीआरआईएफ हाईमार्क क्रेडिट रिपोर्ट की कीमत ₹399 होती है।
सीआरआईएफ हाईमार्क व्यक्तियों को कौन सी सेवाएं देती है?
व्यक्तिगत क्रेडिट स्कोर देने के अलावा सीआरआईएफ हाईमार्क व्यक्तिगत ग्राहकों को कुछ सेवाएं देता है, जैसे:
- सीआरआईएफ हाईमार्क क्रेडिट इंफॉर्मेशन रिपोर्ट- इस रिपोर्ट में व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री, पुनर्भुगतान को लेकर व्यवहार वगैरह होते हैं।
- माईक्रोफाइनेंस क्रेडिट रिपोर्ट- इस रिपोर्ट में किसी व्यक्ति के बैंक, एनबीएफसी और मैक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूट वगैरह से लिए गए ग्रुप क़र्ज़ का रिकॉर्ड होता है।
व्यवसाय के लिए सीआरआईएफ हाईमार्क क्या सेवाएं देता है?
सीआरआईएफ हाईमार्क व्यवसाय के लिए विभिन्न सेवाएं ऑफर करता है, जैसे:
- बिजनेस क्रेडिट स्कोर
- आइडेंटिफिकेशन और एंटी-फ्रॉड सेवाएं
- प्रीडिक्टिव एनालिटिक्स और स्कोरबोर्ड
- क़र्ज़ का ओरिजिन
आपको अपना क्रेडिट स्कोर कब जांचना चाहिए?
एक व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर की गणना क्रेडिट रिपोर्ट का इस्तेमाल करके ही की जाती है। जहां क्रेडिट ब्यूरो जैसे सीआरआईएफ हाईमार्क अनिवार्य रूप से हर साल सिर्फ एक फ्री क्रेडिट रिपोर्ट का ऑफ़र देता है, वहीं क्रेडिट स्कोर हर साल कई बार जांचा जा सकता है।
आप कम से कम साल में एक बार अपना क्रेडिट स्कोर जरूर जांचें, फिर भी हर तीन महीने में इसे जांचने की सलाह दी जाती है। हालांकि, अगर क्रेडिट से जुड़ी गतिविधियां आप अक्सर ही करते हैं तो आप इसे अक्सर जांच सकते हैं।
ध्यान रखिए, खुद से क्रेडिट स्कोर जांचने का असर क्रेडिट स्कोर पर बिल्कुल नहीं पड़ता है, भले ही आप ये अक्सर करते हों।
अगर आपके पास कभी भी क्रेडिट कार्ड या क़र्ज़ नहीं रहा है तो भी क्या आपके पास क्रेडिट स्कोर होगा?
अगर आपके पास कभी भी क्रेडिट कार्ड नहीं रहा है या आपने कभी भी क़र्ज़ के लिए आवेदन नहीं किया है तो आपके बारे में कोई भी जानकारी क्रेडिट ब्यूरो में नहीं होगी। इसलिए जब आप अपना क्रेडिट स्कोर जांचेंगे तो एनएच या नो हिस्ट्री का लेबल दिखेगा।