आधार कार्ड को म्युचुअल फंड से लिंक करने के लिए चरण-दर-चरण गाइड
केंद्र सरकार ने आधार को भारतीय नागरिकों के लिए लीगल आईडी के रूप में प्राथमिक प्रमाण बनाने की पहल कर दी है। आधार को म्यूचुअल फंड खातों से लिंक करना अनिवार्य है। प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिंग (मेंटेनेंस ऑफ़ रिकार्ड्स) सेकंड अमेंडमेंट रूल्स (2017) म्यूचुअल फंड और एसेट मैनेजमेंट कंपनियों को लोगों का आधार नंबर इक्कठा करने और आधार को सभी म्यूचुअल फंड से लिंक करने की अनुमति देता है।
क्या आप यह सोच रहे हैं कि आधार को म्यूचुअल फंड से कैसे लिंक किया जाए? यह लेख आपको चरण-दर-चरण इसकी पूरी जानकारी देगा।
आपको आधार कार्ड को म्युचुअल फंड से क्यों लिंक करना चाहिए?
आधार को म्यूचुअल फंड से लिंक करने की शुरूआत भारतीय नागरिकों के बीच ग़लत और धोखाधड़ी वाली वित्तीय गतिविधियों को कम करने के लिए केंद्र सरकार की एक पहल है। काले धन को कानूनी संपत्ति में बदलने की कोशिश में म्युचुअल फंड में बेहिसाब धन का निवेश करने के कई उदाहरण सामने आए हैं। इस पहल से सरकार का लक्ष्य ऐसी गतिविधियों को रोकना है।
इसलिए, आपको इस पहल में सरकार की मदद करने के लिए अपने आधार को म्यूचुअल फंड से लिंक करना चाहिए। यह एक सरल प्रक्रिया है और म्यूचुअल फंड से संबंधित वित्तीय गतिविधियों में धोखाधड़ी और स्पैम की संभावनाओं को कम करती है। अपने विवरण और केवाईसी को लिंक करके इसे मैनेज करना ज़्यादा आसान हो जाता है।
आधार कार्ड को म्युचुअल फंड से ऑनलाइन लिंक करने के तरीके क्या हैं?
आधार और म्युचुअल फंड को लिंक करने की प्रक्रिया मुश्किल और परेशानी भरी लग सकती है। हालांकि, यह एक बार की जाने वाली प्रक्रिया है, और अग़र आप इसे स्वयं नहीं कर सकते हैं तो आप इसके लिए रजिस्ट्रार से मदद ले सकते हैं।
कैम्स पोर्टल का इस्तेमाल करके आधार को म्युचुअल फंड से लिंक करें
यहां कैम्स पोर्टल के माध्यम से आधार को म्यूचुअल फंड से लिंक करने के चरण दिए गए हैं।
चरण 1: कैम्स के आधिकारिक पोर्टल पर जाएं। "एमएफ इनवेस्टर्स" विकल्प पर क्लिक करें।
चरण 2: "ट्रांसेक्शंस" मेनू के अंतर्गत "माई कैम्स " पर क्लिक करें। आपको "लॉगिन विथ माई कैम्स अकाउंट" का विकल्प मिलेगा।
चरण 3: "न्यू यूजर" पर क्लिक करें, जो आपको एक नए पेज पर ले जाएगा। अपना पैन डालें और "इनवेस्टर टाइप" चुनें।
चरण 4:अपना नाम, जन्म तिथि, आधार नंबर और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर जैसी जानकारी डालें। “जनरेट ओटीपी” पर क्लिक करें।.
चरण 5: ओटीपी डालें और "सबमिट" पर क्लिक करें।
यह आपके ईकेवाईसी आवेदन को पूरा करेगा और आपके आधार को आपके म्यूचुअल फंड से अपने आप लिंक कर देगा।
कार्वी पोर्टल का इस्तेमाल कर आधार को म्युचुअल फंड से लिंक करें
आप कार्वी वेबसाइट का इस्तेमाल करके इसे पूरा कर सकते हैं। ऐसा करने के चरण यहां दिए गए हैं।
चरण 1: कार्वी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। ऊपरी दाएं कोने में "लॉगिन" या "रजिस्टर" विकल्प पर जाएं।
चरण 2: लॉगिन करने के बाद, आपको “लिंक योर आधार” का एक टैब मिलेगा। अपना पैन डालें और “जनरेट ओटीपी” पर क्लिक करें।
चरण 3: वह म्यूचुअल फंड चुनें जिसे आप अपने आधार से लिंक करना चाहते हैं। अपना आधार नंबर डालें और “जनरेट ओटीपी” पर क्लिक करें।
चरण 4: ओटीपी डालें और इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए "सबमिट" पर क्लिक करें।
फ्रैंकलिन टेम्पलटन पोर्टल का इस्तेमाल कर आधार को म्युचुअल फंड से लिंक करें
फ्रेंकलिन टेम्पलटन पोर्टल के माध्यम से आधार को म्यूचुअल फंड से लिंक करने का एक और तरीका यहां दिया गया है। ऐसा करने के चरण यहां दिए गए हैं
चरण 1: फ्रैंकलिन टेम्पलटन के आधिकारिक पोर्टल पर जाएं। "कस्टमर सर्विस" विकल्प पर क्लिक करें।
चरण 2: तत्काल सेवाओं के तहत "अपडेट आधार नंबर" चुनें। यह आपको एक नए पेज पर ले जाएगा।
चरण 3: अपना पैन डालें । अपनी पहचान साबित करने के लिए अपनी जन्म तिथि, पिन कोड, या अंतिम ट्रांसेक्शन की राशि डालें ।
चरण 4: "नेक्स्ट" पर क्लिक करें। वह बैंक खाता नंबर डालें जो इस म्यूचुअल फंड से जुड़ा हुआ है और "नेक्स्ट" पर क्लिक करें।
चरण 5: 12 अंकों का विशेष पहचान नंबर डालें । "सबमिट" पर क्लिक करें।
आधार कार्ड को म्युचुअल फंड से ऑफलाइन लिंक करने के क्या तरीके हैं?
अगर आप ऑनलाइन मोड पर यह नहीं कर सकते हैं, तो आप म्यूचुअल फंड और आधार लिंकिंग के लिए आप ऑफलाइन तरीके का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आपकी मदद करने के लिए यहां इसके चरण दिए गए हैं।
चरण 1: अपने रजिस्ट्रार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। केवाईसी फॉर्म डाउनलोड करें और एक प्रिंटआउट निकले ।
चरण 2: इस फॉर्म को अपने फोलियो नंबर के साथ अपने विवरण के साथ भरें। एक सेल्फ-अटेस्टेड आधार कार्ड की एक कॉपी लगाएं।
चरण 3: अपने रजिस्ट्रार ऑफिस या अपने फंड मैनेजर के नजदीकी सर्विस सेंटर पर जाएं। अपना फॉर्म यहां जमा करें।
सफल आधार सीडिंग पर, आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी पर एक आधिकारिक स्वीकृति मिलेगी।
ईमेल और एसएमएस के माध्यम से आधार को म्युचुअल फंड से लिंक करने के क्या तरीके हैं?
कुछ लोग अक्सर सोचते हैं कि आधार को ईमेल के जरिए म्यूचुअल फंड से कैसे लिंक किया जाए। इसके लिए आपको अपनी एसेट मेनेजमेंट कंपनी की आधिकारिक ईमेल आईडी ढूंढनी होगी। ईमेल में अपने पैन और आधार नंबर को अलग-अलग लिखें । इस सुविधा के लिए आपका ईमेल आपके म्यूचुअल फंड और बैंक खाते से लिंक होना चाहिए। अधिकृत कर्मचारी आपके विवरण को वेरिफाई करने और एक पुष्टिकरण मेल भेजने के बाद आपके आधार को म्यूचुअल फंड से लिंक कर देगा।
एसएमएस के जरिए आधार को म्यूचुअल फंड से लिंक करें
साथ ही, एसएमएस के जरिए भी आधार को म्यूचुअल फंड से लिंक किया जा सकता है। हालांकि, इस सुविधा के लिए आपका मोबाइल नंबर आपके म्यूचुअल फंड से लिंक होना चाहिए। यह रहे इसके चरण ।
चरण 1: अपने फोन पर एडीआरएलएनके <स्पेस>पैन<स्पेस>आधार नंबर<स्पेस>Y के फॉर्मेट के साथ एक एसएमएस टाइप करें। इसे +91 9212993399 पर भेजें।
चरण 2: इस एसएमएस को भेजने पर अधिकारी आपके विवरण की पुष्टि करेंगे। सफल सीडिंग के बाद, आपको एक पुष्टिकरण संदेश मिलेगा।
उम्मीद है, अब आप जान गए होंगे कि आधार को म्यूचुअल फंड से कैसे लिंक किया जाता है। जैसा कि इस लेख में बताया गया है, पूरी प्रक्रिया को और ज़्यादा प्रामाणिक बनाने के लिए यह करना ज़रूरी है। यह आपको गलत वित्तीय लेन-देन की संभावनाओं को कम करने में भी मदद करेगा। अपने आधार को म्यूचुअल फंड से लिंक करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके मौजूद हैं।
आधार कार्ड को म्युचुअल फंड से जोड़ने के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
एक से ज़्यादा होल्डर होने पर आधार को म्यूचुअल फंड से लिंक करने की प्रक्रिया क्या होगी?
अगर किसी म्यूचुअल फंड के कई होल्डर हैं, तो आधार और म्यूचुअल फंड के बीच लिंक के लिए आवेदन करते समय सभी होल्डर्स के आधार नंबर को फोलियो में डाला जाना चाहिए।
ऑफलाइन लिंक करने के लिए लिंकिंग फॉर्म कहां से डाउनलोड किया जाए?
केवाईसी फॉर्म डाउनलोड करने के स्रोतों में एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया, ट्रांसफर एजेंट, फंड हाउस और रजिस्ट्रार की वेबसाइट शामिल हैं। अगर आप अपने आधार और म्यूचुअल फंड को ऑफलाइन लिंक कर रहे हैं तो आप इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्या मुझे अपने आधार को सभी फंड्स से अलग-अलग लिंक करने की ज़रुरत है?
नहीं, आपको आधार को अलग-अलग फंड से लिंक करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि सिर्फ एक बार ऐसा करना ही काफ़ी होता है ।