डुप्लीकेट आधार कार्ड की कॉपी कैसे पाएं?
सबसे महत्वपूर्ण और हर जगह मांगे जाने वाले केवाईसी दस्तावेज़ का खो जाना चिंता का सबब हो सकता है। आप यह पढ़ लेख रहे हैं, इसका मतलब है कि आप भी ऐसी ही स्थिति में हैं।
हालांकि, अगर आप परेशान हो रहे हैं कि आपने अपनी पहचान हमेशा के लिए खो दी है, तो फिक्र न करें!
अधिकारियों ने ऐसी स्थिति की संभावना को समझते हुए लोगों को डुप्लीकेट आधार कार्ड पाने में मदद करने के लिए कई तरह की सुविधाएं दी हैं। इसमें सबसे अच्छी बात है कि ई-आधार कार्ड की कॉपी डाउनलोड करने के लिए बहुत सारे दस्तावेज या पेनल्टी नहीं लगती।
इसलिए, इन अलग-अलग तरीकों में अपने लिए सही जानकारी पाने में मदद करने के लिए इस लेख को पढ़ें।
डुप्लीकेट आधार कार्ड का महत्व क्या है?
अगर आपका आधार कार्ड खो गया है और आपको तुरंत ही नए आधार कार्ड की ज़रूरत है, तो यूआईडीएआई सेवा के जरिए आप आसानी से डुप्लीकेट आधार कार्ड पा सकते हैं। बिना परेशानी के इसे पाने के लिए सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक किया गया है।
आप डुप्लीकेट आधार कार्ड कैसे पा सकते हैं?
आप डुप्लीकेट आधार कार्ड ऑनलाइन कैसे पा सकते हैं?
चरण 1: यूआईडीएआई की वेबसाइट विजिट करें और या तो ‘आधार नंबर (यूआईडी)’ या ‘एनरोलमेंट नंबर (ईआईडी)’ का विकल्प चुनें।
चरण 2: इसके बाद, आपको कुछ सामान्य विवरण भरने होंगे, जैसे नाम और यूआईडी में रजिस्टर किया हुआ मोबाइल नंबर।
चरण 3: इसके बाद, स्क्रीन पर दिखाया गया सुरक्षा कोड डालें और ‘ओटीपी भेजें’ बटन पर क्लिक करें।
चरण 4: आपके रजिस्टर किए हुए मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा। इसे डालने के बाद ‘सबमिट करें’ पर क्लिक करें। आपको अपने रजिस्टर किए हुए मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी पर आधार कार्ड का नंबर मिलेगा।
डुप्लीकेट आधार कार्ड पाने के लिए कौन-से दस्तावेजों की ज़रूरत होती है?
आम तौर पर, आपको आधार कार्ड रिप्रिंट कराने या डुप्लीकेट कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए अलग से किसी कागजात की ज़रूरत नहीं पड़ती। क्योंकि यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जानकारी पहले ही दर्ज होती है, इसलिए अपना मौजूदा आधार कार्ड का नंबर देने पर ही आप डुप्लीकेट आधार कार्ड पा सकते हैं।
विकल्प के तौर पर, आप अपने प्रमाणीकरण के लिए अपना एनरोलमेंट नंबर और आईडी दर्ज कर सकते हैं। इसके लिए, आपको एनरोलमेंट के समय मिली स्वीकृति नंबर वाली पर्ची को सुरक्षित रखना होगा।
आधार कार्ड को रिप्रिंट कराना
आप अपने डाउनलोड किए हुए आधार कार्ड को निश्चित तौर पर प्रिंट करना चाहेंगे। है न!
इसके लिए आपको अपना आधार कार्ड को रिप्रिंट करना होगा, जिसे आप नीचे बताए गए चरणों के जरिए कर सकते हैं:
- चरण 1: यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट पर “माई आधार” चुनें।
- चरण 2: आधार कार्ड पाएं सेक्शन में “ऑर्डर आधार रिप्रिंट” पर क्लिक करें।
- चरण 3: अगले पेज पर, अपना 12-अंकों का यूआईडी नंबर, 14-अंकों का ईआईडी, या 16-अंकों की डिजिट वर्चुअल आईडी डालें। अब मिला हुआ सुरक्षा कोड डालें।
- चरण 4: “ओटीपी भेजें” पर क्लिक करें।
- चरण 5: अपको रजिस्टर किए हुए मोबाइल नंबर पर जो ओटीपी मिला हो उसे डाले। नियम और शर्तों को जानने के लिए चेकबॉक्स पर क्लिक करें और “सबमिट करें” पर क्लिक करें।
- चरण 6: अपनी सुविधा के मुताबिक भुगतान विकल्प चुनें और शुल्क का भुगतान करें।
- चरण 7: स्वीकृति नंबर वाली पर्ची डाउनलोड करें और उसे सेव करें। इस पर्ची में 28 अंकों का सर्विस रिक्वेस्ट नंबर (एसआरएल) दर्ज होगा, जो रिप्रिंट का स्टेटस देखने के समय काम आएगा।
अगर आपने मोबाइल नंबर आधार कार्ड के साथ लिंक या रजिस्टर नहीं किया है, तो चरण 3 के बाद ‘मेरा मोबाइल नंबर रजिस्टर नहीं है’ बॉक्स पर क्लिक करें। इसके बाद, आप जिस मोबाइल नंबर पर ओटीपी पाना चाहते हैं वह डालें और चरण 4 से प्रक्रिया आगे बढ़ाएं।
इस जानकारी के बाद अब आप जानते हैं कि आधार कार्ड ऑनलाइन प्रिंट कैसे करें।
मैं अपने आधार कार्ड का रिप्रिंट स्टेटस कैसे देख कर सकता हूं?
ज़रूरी पहचान दस्तावेज़ नहीं होना और इसके डुप्लीकेट संस्करण के लिए अनिश्चित समय तक इंतजार करना तनाव भरा हो सकता है। अगर आपको रिप्रिंट आवेदन करने के बाद कुछ समय हो चुका है, तो अब इसके स्टेटस चेक करने का समय है।
- चरण 1: यूआईडीएआई की वेबसाइट पर “माई आधार” के तहत “आधार पाएं” का विकल्प चुनें।
- चरण 2: “आधार रिप्रिंट का स्टेटस देखें” पर क्लिक करें।
- चरण 3: अगले पेज पर, अपना सर्विस रिक्वेस्ट नंबर (एसआरएन), आधार नंबर, और दिया गया कैप्चा डालें।
- चरण 4: “स्टेटस देखें” पर क्लिक करें।
इसके बाद, स्क्रीन पर आपके रिप्रिंट के आवेदन का स्टेटस दिख जाएगा।
डुप्लीकेट आधार कार्ड को फोन पर ऑफ़लाइन पाने की प्रक्रिया
अगर आपको नया आधार ऑनलाइन डाउनलोड करने की प्रक्रिया समझ नहीं आती या इसमें कोई परेशानी आती है, तो परेशान न हों! आधार कार्ड को सिर्फ फोन के जरिए भी पाने का प्रावधान भी है।
यहां जानिए पूरी प्रक्रिया का विवरण
- चरण 1: यूआईडीएआई के टोल फ्री नंबर 1800-180-1947 या 1947 पर संपर्क करें।
- चरण 2: आधार एग्जीक्यूटिव से बात करने के लिए इंटरएक्टिव वॉइस रिस्पॉन्स (आईवीआर) विकल्प चुनें।
- चरण 3: कॉल के समय एग्जीक्यूटिव कारण बताएं कि आपको डुप्लीकेट आधार क्यों चाहिए और उनसे इसे उपलब्ध कराने के लिए आवेदन करें।
- चरण 4: आपकी पहचान को वेरिफ़ाई करने के लिए एग्जीक्यूटिव आपसे कुछ सवाल पूछेगा। उस सवालों का सही जबाब दें।
- चरण 5: सफलतापूर्वक वेरीफ़िकेशन होने के बाद यह एग्जीक्यूटिव आपके नए आधार कार्ड के लिए आवेदन को मंजूरी देकर आगे की प्रक्रिया शुरू करेगा।
इस सभी चरणों को पूरा करने के बाद स्पीड पोस्ट के जरिए आपको दिए गए पता पर डुप्लीकेट आधार कार्ड भेज दिया जाएगा।
आधार एनरोलमेंट सेंटर पर जाकर डुप्लीकेट आधार कार्ड को ऑफ़लाइन पाने की प्रक्रिया
क्या ई-आधार कार्ड के आवेदन ऊपर दिए गए दोनों तरीकों से असफल हो गए हैं?
यह तो दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन अगर आप सोच रहे हैं कि आधार कार्ड को और दूसरे तरीकों से कैसे पाया जा सकता है, तो यह तरीका आपका आखिरी रास्ता हो सकता है।
- चरण 1: अपने नजदीकी आधार एनरोलमेंट सेंटर पर जाएं।
- चरण 2: दिए गए आधार कार्ड करेक्शन फॉर्म में अपना सटीक विवरण भरें।
- चरण 3: इस फॉर्म को सबमिट करें और आधार रजिस्ट्रार या आधार एग्जीक्यूटिव को अपना सही आधार नंबर देकर डुप्लीकेट आधार इश्यू करने के लिए आवेदन करें।
- चरण 4: अगर आपको अपना आधार नंबर नहीं पता है तो, अधिकारी आपकी पहचान करने के लिए आपके बायोमेट्रिक को वेरिफ़ाई करेंगे।
- चरण 5: एक बार वेरिफ़ाई होने के बाद, आपका आवेदन पर कार्यवाई की जाएगी। इस प्रक्रिया के पूरा होने पर आपका आधार कार्ड आपके आवासीय पते पर आ जाएगा।
अब आपके आपस नया आधार कार्ड है, तो आइए आपके इससे जुड़े कुछ मुद्दों के बारे में जानें।
अपना खोया हुआ एनरोलमेंट आईडी या आधार नंबर कैसे रिट्रीव किया जा सकता है?
ज्यादातर लोग आधार कार्ड मिलने के बाद रजिस्ट्रेशन के समय मिली एनरोलमेंट नंबर की स्लिप के महत्व को नहीं समझते हैं। इस स्लिप में एनरोलमेंट आईडी (ईआईडी) दर्ज होती है जो कि आधार कार्ड की डुप्लीकेट कॉपी पाने के लिए एक ज़रूरी कागज होता है।
अभी हमारी यह गाइड पढ़ते हुए आपको इस ज़रूरी कागज को खोजने की ज़रूरत महसूस हो सकती है। हालांकि, आपको पता चलेगा कि आप इस एनरोलमेंट आईडी को भी कहीं रखकर भूल गए हैं,
खैर, चिंता न करें!
सौभाग्य से, इस जानकारी को भी रिट्रीव करने का रास्ता है।
- चरण 1: यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- चरण 2: आपको “आधार ऑनलाइन सर्विस” के तहत “आधार एनरोलमेंट” दिखेगा। इसके नीचे की सूची में से “खोई हुई यूआईडी/ईआईडी को रिट्रीव करें” का विकल्प चुनें।
- चरण 3: अगले पेज पर “आधार नंबर (यूआईडी)” या “एनरोलमेंट नंबर” आप जो भी रिट्रीव करना चाहते हैं, उसे चुनें।
- चरण 4: इसके बाद, सभी ज़रूरी फील्ड जैसे नाम, मोबाइल नंबर, और ईमेल आईडी को सही-सही भरें। कैप्चा कोड डालें और ‘वन टाइम पासवर्ड भेजें’ पर क्लिक करें।.
- चरण 5: अपने मोबाइल नंबर या ईमेल-आईडी पर ओटीपी पाने के बाद, “ओटीपी भरें” वाले बॉक्स में इसे दर्ज करें और “ओटीपी की पुष्टि करें” पर क्लिक करें।
अगले पेज पर ‘आपकी यूआईडी/ईआईडी आपके रजिस्टर किए हुए मोबाइल नंबर या ईमेल-आईडी पर भेज दी गई है’ का मैसेज दिखेगा।
इस यूआईडी/ईआई़डी वाले तरीके से रिकवरी करने के लिए आपके पास आधार कार्ड के लिए रजिस्टर किया हुआ मोबाइल नंबर या ईमेल-आईडी होनी चाहिए।
आपके एक बार आधार कार्ड या एनरोलमेंट नंबर को एक्सेस करने के बाद आप इस जानकारी इस्तेमाल नीचे दिए गए चरणों को पूरा करके ई-आधार कार्ड की कॉपी डाउनलोड करने के लिए कर सकते हैं।
आधार रिप्रिंट के लिए लगने वाले भुगतान के लिए क्या-क्या तरीके उपलब्ध हैं?
यूआईडीएआई के पोर्टल पर ‘ऑर्डर आधार रिप्रिंट” का विकल्प चुनने पर आपको शुल्क के तौर पर 50 रुपए का भुगतान करना होता है। इस राशि में स्पीड पोस्ट शुल्क और जीएसटी शामिल होता है।
आप इस भुगतान को नीचे बताए गए तरीकों के जरिए कर सकते हैं:
- यूपीआई
- क्रेडिट कार्ड
- डेबिट कार्ड
- नेट बैंकिंग
भुगतान करने के बाद, आजकल की किसी भी ऑनलाइन डिलीवरी एजेंसी की तरह ही यूआईडीएआई भी आपको नया आधार कार्ड ट्रेक करने की सेवा देता है।
डुप्लीकेट आधार कार्ड की वैधता कितनी होती है?
अब, आप में से बहुत से लोग "डुप्लीकेट आधार कार्ड" शब्द के बारे में संदेह महसूस कर सकते हैं, और आप सोच रहे होंगे कि इस नए दस्तावेज़ की वैल्यू क्या उतनी है जितनी कि आपके खोए हुए ओरिजनल की।
आपकी चिंता जायज है, लेकिन इसमें चिंता करने की बात नहीं है।
यूआईडीएआई ने 28 अप्रैल 2017 के अपने एक अंक में यह साफ तौर पर कहा है कि एक ई-आधार कार्ड प्रिंट या डाउनलोड किए गए आधार कार्ड के रूप में एक पहचान प्रमाण के तौर पर वैध है।
इस वैधानिक निकाय ने आगे बताया कि व्यक्तियों को इसकी वैधता साबित करने के लिए पेपर प्रिंटआउट को लैमिनेट करने की ज़रूरत नहीं है। इसका ब्लैक एंड व्हाइट प्रिंटआउट भी ठीक वैसे ही काम करेगा।
ऐसा उन्होंने इस पहचान दस्तावेज़ के डाउनलोड किए गए संस्करणों को अधिकारियों की तरफ से अस्वीकार होने के बाद कई लोगों की क्वेरी के जवाब में था कहा था।
हालांकि, आधार कार्ड के डिएक्टिवेट होने कई वजहें हो सकती हैं, लेकिन डुप्लीकेट संस्करण का इस्तेमाल करना इनमें नहीं है। हालांकि, आप नीचे बताए गए चरणों का पालन करके अपने आधार कार्ड की वैधता की पुष्टि सुनिश्चित कर सकते हैं।
- चरण 1: यूआईडीएआई के पोर्टल पर जाएं।
- चरण 2: “आधार सर्विस” के तहत “वेरिफ़ाई आधार नंबर” का विकल्प चुनें।
- चरण 3: अगले पेज पर, अपना 12-अंकों वाला यूआईडी नंबर और दिया गया कैप्चा कोड डालें।
- चरण 4: अपने आधार की वैधता जांचने के लिए “वेरिफ़ाई करें” पर क्लिक करें।
यह प्रक्रिया पूरी करने के बाद अगर आपका आधार कार्ड वैध है और इसे डीएक्टिवेट नहीं किया गया है, तो आपको स्क्रीन पर एक हरा टिक दिखेगा।
ऑरिजनल आधार कार्ड खो जाने पर डुप्लीकेट आधार कार्ड की कॉपी लेना क्यों ज़रूरी है?
आधार कार्ड सबसे महत्वपूर्ण और पहचान और आवास के प्रमाण के तौर पर हर जगह मांगे जाने वाले केवाईसी दस्तावेज़ में से एक है। यह व्यक्तिगत जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक जानकारी वाला एक खास पहचान पत्र भी है, जिसके साथ आसानी से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। आधार कार्ड खोने पर तुरंत ई-आधार कार्ड लेने से लोगों के लिए नीचे दी गई प्रक्रियाएं बहुत आसान हो सकती हैं।
- नया बैंक खाता खोलना: जैसा कि पहले ही बताया गया है, आपका कार्ड आपकी पहचान और आवास के प्रमाण के तौर पर काम करता है और यह कई ज़रूरी प्रक्रियाओं जैसे बैंक खाता खोलने में अकेला ही कई दस्तावेज़ों का काम करता है।
- नया सिम कार्ड लेने में: टेलिकॉम विभाग के हालिया सूचनस पत्रों में ग्राहकों को उनके सिम कार्ड को यूआईडी से लिंक करना ज़रूरी कर दिया गया है।
पेंशन लेने में: 12 अंकों का यूआईडी नंबर होने से वरिष्ठ नागरिकों को दस्तावेजों के झंझेट के बिना अपनी पेंशन राशि लेने में मदद मिलती है।
एलपीजी की सब्सिडी लेने में: एलपीजी की सब्सिडी लेने के लिए लोगों को अपने बैंक खाते को आधार कार्ड से लिंक करना ज़रूरी है।
इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना: भारत सरकार काफी लंबे समय से पैन-आधार लिंक करने के महत्व पर जोर देती रही है। पैन से आधार को लिंक किये बिना टैक्सपेयर अपना इनकम टैक्स रिटर्न फाइल नहीं कर सकते हैं।
पासपोर्ट बनाने में: पहचान और पते के प्रमाण के तौर पर अपने आधार कार्ड की एक फोटोकॉपी देने वाले व्यक्तियों को 10 दिनों के भीतर उनका पासपोर्ट उन्हें मिल सकता है।
सरकारी योजनाओं के तहत खुद को दर्ज करना: इस पहचान दस्तावेज के होने से लोगों को मनरेगा, पीएमएवाई, ईपीएफओ वगैरह जैसी कई सरकारी छात्रवृत्तियों और योजनाओं के लिए आवेदन करने में भी मदद मिल सकती है।
अब आप डुप्लीकेट आधार कार्ड पाने के अलग-अलग तरीकों के बारे में जान गए हैं, तो इस प्रक्रिया में और देरी न करें।
अगर नया आधार कार्ड पाने के लिए इनमें से कोई भी तरीका काम नहीं करता है, तो आप नए आधार कार्ड के लिए एनरोलमेंट करने पर विचार कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
मैं अपने आधार कार्ड के साथ रजिस्टर किए हुए मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी को कैसे बदल सकता हूं?
अगर आपने अपना मोबाइल नंबर या ईमेल-आईडी बदल लिया है, तो आधार डेटाबेस में अपनी संपर्क जानकारी को बदलने के लिए आप ऑनलाइन सेल्फ सर्विस अपडेट पोर्टल (एसएसयूपी) को विजिट कर सकते हैं।
हालांकि, इस वेबसाइट में आपको लॉग-इन करने के लिए अपने यूआई़डी नंबर की ज़रूरत होगी। अगर आपका आधार कार्ड खो गया है और आप अपना यूआईडी नहीं जानते हैं, तो अपनी संपर्क जानकारी को बदलना आपके लिए सही विकल्प नहीं हो सकता।
अगर मेरा आधार कार्ड दोबारा खो गया है, तो क्या मैं अपना ई-आधार फिर से डाउनलोड कर सकता हूं?
हां, आप अपने ई-आधार को अपनी जरुरत के मुताबिक हर बार डाउनलोड या रिप्रिंट कर सकते हैं। हालांकि, आपको याद रखना चाहिए कि इस सेवा के लिए आपको कुछ खास शुल्क देना होगा।
मोबाइल नंबर रजिस्टर किए बगैर डुप्लीकेट आधार कार्ड के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है?
अगर आपके पास आपका रजिस्टर किया हुआ मोबाइल नंबर नहीं है तो आपको अपनी यूआईडी/ईआईडी पता होना बहुत ज़रूरी है।
इन संख्याओं से अलावा, आपको बिना मोबाइल नंबर के आधार कार्ड पाने के लिए यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट पर नीचे बताई गई जानकारी डालनी होगी।
- आपका पूरा नाम
- एरिया का पिन कोड
- कोई वैकल्पिक मोबाइल नंबर
क्या मेरा आधार कार्ड खो जाने पर कोई उसका गलत इस्तेमाल कर सकता है?
नहीं, इसकी कई स्तरों पर होने वाली सत्यापन प्रक्रिया को देखते हुए किसी भी व्यक्ति के आधार नंबर के विवरण का गलत इस्तेमाल करना व्यावहारिक रूप से असंभव है। लोग अपने रजिस्टर किए हुए मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी को दिए बिना आधार कार्ड का इस्तेमाल करके किसी भी सेवा का फायदा नहीं उठा सकते हैं।
हालांकि, अगर आप अभी भी अपनी आधार सूचना सुरक्षा के बारे में आश्वस्त नहीं हैं, तो आप अपनी बायोमेट्रिक जानकारी जैसे आईरिस स्कैन और फिंगरप्रिंट को लॉक करने के लिए यूआईडीएआई पोर्टल पर जा सकते हैं। ध्यान दें कि एक बार लॉक हो जाने के बाद आप सहित कोई भी इन डेटा का प्रमाणीकरण के लिए तब तक इस्तेमाल नहीं कर सकता है, जब तक कि इसे फिर से अनलॉक नहीं किया जाता।
ऐसी सुरक्षा के बावजूद आधार की जानकारी का गलत इस्तेमाल करते पाए जाने पर आधार अधिनियम की धाराएं क्रमशः 40 और 41 के तहत भारी जुर्माना और कारावास भी लगाया जाएगा।
मेरे रिप्रिंट हुए आधार कार्ड को मुझ तक पहुंचने में कितना समय लगेगा?
आपको, अपना आधार कार्ड सफल रिप्रिंट आवेदन और शुल्क भुगतान के बाद 15 कामकाजी दिनों के भीतर मिल सकता है। इस अवधि में आवेदन करने के समय को शामिल नहीं किया गया है।