भारत में आधार कार्ड के लिए एक पूर्ण गाइड
हर देश अपने नागरिकों को पहचानने के लिए विशिष्ट प्रणालियां अपनाता है। भारत भी इस मामले में अलग नहीं है। यहां, आधार कार्ड एक ऐसा दस्तावेज है जो भारतीयों की पहचान और पते का प्रमाण होता है। हालांकि, इसे जारी करने वाली सरकारी एजेंसी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने स्थायी निवास के प्रमाण के रूप में इसे इस्तेमाल करने की इजाज़त नहीं दी है।
आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार फरवरी 2020 तक सरकार लगभग 90% भारतीयों को आधार कार्ड जारी कर चुकी है।
स्रोत (1)
हालांकि, बहुत से लोगों को अभी तक अपना विशिष्ट पहचान पत्र नहीं मिला है।
भारत में आधार कार्ड के डिजिटल संस्करण से लेकर इसके फ़ायदे और इस्तेमाल तक, आधार कार्ड के बारे में सब कुछ जानने के लिए कृपया इस गाइड को ध्यान से पढ़ें।
चलो शुरू करें!
आधार कार्ड क्या है?
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) सरकार की एक शाखा है जो अपने नागरिकों को 12 अंकों की पहचान संख्या जारी करती है। बदले में, यहां रहने वाले इस नंबर का इस्तेमाल देश के अंदर कहीं भी अपनी पहचान और पता साबित करने के लिए कर सकते हैं।
सरकार ने देश भर में कई आधार नामांकन केंद्र स्थापित किए है। अपना विशिष्ट नंबर प्राप्त करने के लिए आपको अपने घर के पास बने केंद्र पर जाना होगा और जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक जानकारी देनी होगी।
आप इसकी फिज़िकल कॉपी के साथ ई-आधार कार्ड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको बस आधिकारिक वेबसाइट से कार्ड डाउनलोड करना है और किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर सुरक्षित अपने पास रखना है।
ई-आधार क्या है?
आधार कार्ड के इलेक्ट्रॉनिक या ऑनलाइन संस्करण को ई-आधार कार्ड के रूप में जाना जाता है। इस कार्ड का डुप्लीकेट यूआईडीएआई की वेबसाइट पर रहती है और इसे पीडीएफ फ़ार्मेट में डाउनलोड किया जा सकता है।
डाउनलोड शुरू करने के लिए आधार पासवर्ड डालना होगा। ई-आधार को भी इसके मूल प्रिंटेड संस्करण के बराबर माना जाता है। अब एम-आधार भी उपलब्ध है जो मोबाइल में रखा जा सकता है।
आप आधार कार्ड कैसे डाउनलोड कर सकते हैं?
ई-आधार प्राप्त करने के लिए आपको नीचे बताए गए चरणों का पालन करना होगा।
यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
"माई आधार" पर नेविगेट करें और "डाउनलोड आधार" चुनें।
अपना आधार नंबर/नामांकन आईडी/वर्चुअल आईडी डालें।
मास्क्ड आधार प्राप्त करने के लिए बॉक्स को चुनें ।
कैप्चा वेरिफ़िकेशन पूरा करें और "ओटीपी डालें " या "ओटीपी भेजें " पर क्लिक करें।
प्रमाणीकरण के बाद, डाउनलोड विकल्प दिखाई देगा।
ई-आधार डाउनलोड करें और पासवर्ड डालकर इसे खोलें। चूंकि यह नंबर गोपनीय है, इसलिए मास्क्ड आधार कार्ड ज़रूरी है।
मास्क्ड आधार कार्ड क्या है?
जैसा कि नाम से पता चलता है, मास्क किए हुए आधार कार्ड में संख्या के पहले 8 अंक छुपे होते हैं, जबकि अंतिम 4 संख्याएं सभी को दिखाई देती हैं। जब आप आधार कार्ड ऑनलाइन डाउनलोड करते हैं, तो यूआईडीएआई के हस्ताक्षर सहित फ़ोटो, नाम, जन्मदिन वही रहता जो आधार में है।
इसलिए, अग़र आप पहचान प्रमाण के लिए इस कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो मास्क्ड आधार कार्ड प्रिंटेड कॉपी के समान वैध मन जाता है।
आपके पास चाहे किसी भी प्रकार का आधार कार्ड हो, आधार कार्ड की पात्रता जानना महत्वपूर्ण है।
आधार कार्ड के लिए कौन पात्र है?
आधार एक्ट, 2016 के अनुसार, हर भारतीय अपनी पहचान और जनसांख्यिकीय जानकारी देकर आधार संख्या प्राप्त करने का हकदार है। इस एक्ट के अनुसार इस कार्ड को प्राप्त करने के लिए, आपको आधार कार्ड के लिए आवेदन करते समय पिछले 12 महीनों में 182 दिनों से ज़्यादा समय तक देश में रहना होगा।
उदाहरण के लिए, अग़र आपने आज इस कार्ड के लिए आवेदन किया है, तो आपको यह देखना और याद करना होगा कि आधार कार्ड के लिए आवेदन करने के दिन से पिछले 12 महीनों में क्या आप 182 दिन या उससे ज़्यादा समय से भारत में रह रहे हैं।
इससे यह भी समझा जा सकता है कि इस क्राइटेरिया को पूरा करने वाले अनिवासी भारतीय (एनआरआई) भी आधार कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।
आधार कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें
भारत में आधार कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए नीचे दिए गए चरणों का पालन करें।
चरण 1: यूआईडीएआई पोर्टल पर जाएं और "माई आधार" पर क्लिक करें।
चरण 2: "अपॉइंटमेंट बुक करें" चुनें और अपने नजदीकी आधार नामांकन केंद्र पर जाएं।
चरण 3: आवश्यक दस्तावेजों को संभाल कर रखें।
चरण 4: इसमें मांगी जानकारी के साथ आधार आवेदन पत्र को अच्छे से भरें।
चरण 5: सहायक दस्तावेजों के साथ फॉर्म जमा करें।
चरण 6: अपना बायोमेट्रिक्स देने के लिए आपको व्यक्तिगत रूप से केंद्र पर जाना होगा।
चरण 7: औपचारिकताएं पूरी होने के बाद, आपको अपने नामांकन के लिए एक स्वीकृति पर्ची मिलेगी। यह आधार नामांकन संख्या, आधार आवेदन की स्थिति को ट्रैक करने के लिए ज़रूरी होती है।
चरण 8: वेरिफ़िकेशन पूरा होने के बाद आधार कार्ड डाक के जरिए आपके घर पहुंच जाएगा। आमतौर पर, इस दस्तावेज़ को प्राप्त करने में 90 दिनों तक का समय लग सकता है।
आधार कार्ड के लिए आपको किन दस्तावेजों की ज़रूरत है?
प्रमाण का प्रकार | सहकारी दस्तावेज़ |
---|---|
पहचान का प्रमाण | वोटर आईडी, पैन कार्ड, राशन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस आदि। |
पते का प्रमाण | राशन कार्ड, बैंक पासबुक, यूटिलिटी बिल, इंश्योरेंस दस्तावेज, आर्म्स लाइसेंस आदि। |
जन्म का प्रमाण | कॉलेज और विश्वविद्यालय द्वारा जारी मार्कशीट,जन्म प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, पासपोर्ट, एसएससी प्रमाणपत्र, आदि। |
संबंध का प्रमाण | पीडीएस कार्ड, पेंशन कार्ड, पासपोर्ट, मनरेगा जॉब कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र आदि। |
एनआरआई के लिए आधार कार्ड प्राप्त करने के चरण
अनिवासी भारतीय (एनआरआई) के लिए आधार कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया भारतीय नागरिकों के समान है। इन चरणों का पालन करें।
एक अपॉइंटमेंट बुक करें
ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। अन्यथा, अपना आवेदन भरने लिए सीधे नामांकन केंद्र पर जाएं।
प्रासंगिक दस्तावेज जमा करें
अपना आवासीय प्रमाण, पहचान प्रमाण और अन्य दस्तावेज जैसे कि आप वर्तमान में जिस देश में रह रहे हैं, उसका स्टैंपयुक्त वीज़ा प्रदान करें।
इन सभी दस्तावेजों की मूलकॉपी नामांकन केंद्र पर ले जाएं।
अपना बायोमेट्रिक डेटा दें
नामांकन केंद्र के प्रतिनिधि आपके बायोमेट्रिक विवरण जैसे उंगलियों के निशान, आंखों की पुतलियों का स्कैन और एक तस्वीर लेंगे।
डेटा एकत्र करने और दस्तावेजों के वेरिफ़िकेशन के बाद, आधार कार्ड भारत में आपके निवास पर भेज दिया जाएगा।
आधार कार्ड के क्या फायदे हैं?
एक वैध व्यक्तिगत पहचान दस्तावेज के अलावा, आपको आधार कार्ड के कई अन्य फ़ायदे भी ध्यान में होना चाहिए, जो जीवन को आसान बना सकते हैं।
उनमें से कुछ की सूची नीचे दी गई हैं।
आप आधार कार्ड नंबर का इस्तेमाल करके अपना इनकम टैक्स रिटर्न ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।
पहचान के प्रमाण के रूप में आधार कार्ड के साथ तत्काल पासपोर्ट प्राप्त करना भी संभव है।
अग़र आपको एक नया बैंक खाता खोलना है, तो आपको अपना आधार कार्ड विवरण देना होगा। इसके अलावा, अब आप 50,000 रुपये से ज़्यादा के लेनदेन के लिए पैन कार्ड की जग़ह अपने आधार कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आधार कार्ड के इस्तेमाल में वरिष्ठ नागरिकों के लिए पेंशन प्राप्त करना भी शामिल है। यह लम्बी दस्तावेजी प्रक्रिया को कम करता है।.
आधार नंबर डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेशन हासिल करने में भी मददगार है। यह बिना भागदौड़ के पेंशन प्राप्त करने की सुविधा देता है।
अग़र आप चाहते हैं कि आपकी प्रोविडेंट फ़ंड का पैसा आपके बैंक खाते में समय पर आ जाए, तो ऐसे में आधार कार्ड नंबर महत्वपूर्ण है।
एलपीजी सब्सिडी सहित सभी सरकारी सब्सिडी तभी प्राप्त होती हैं जब आपने अपने बैंक खाते को अपने आधार कार्ड से जोड़ा हो।
साथ ही, यह कार्ड सभी महत्वपूर्ण आधिकारिक उद्देश्यों के लिए स्वीकार किया जाता है।
आधार नामांकन संख्या क्या है?
आधार नामांकन केंद्र पर जाने और वेरिफ़िकेशन और बायोमेट्रिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद, आपको एक स्वीकृति पर्ची मिलेगी। उस पर्ची के ऊपर आपको 14 अंकों का एक नंबर दिखाई देगा जो आपका एनरोलमेंट नंबर है।
यह संख्या आपकी आधार बनने के स्टेटस को चेक करने के लिए ज़रूरी है।
आधार कार्ड की जानकारी कैसे अपडेट करें?
भारतीय अपने आधार कार्ड को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से अपडेट कर सकते हैं।
आधार पर डेटा अपडेट करने की ऑनलाइन प्रक्रिया नीचे दी गई है।
अपने आधार और ओटीपी का इस्तेमाल कर एसएसयूपी पोर्टल पर लॉग इन करें।
उन जगहों को चुनें, जिन्हें आप अपडेट करना चाहते हैं।
उन जगहों पर डेटा दर्ज करें।
फॉर्म को ऑनलाइन जमा करें और अपना उत्पन्न किया गया यूआरएन नोट कर लें।
बीपी को चुन कर अपडेट की समीक्षा करें।
वेरिफ़िकेशन के लिए स्कैन किए गए दस्तावेजों को ऑनलाइन अपलोड करें।
अपने यूआरएन नंबर का इस्तेमाल करके अपडेट का स्टेटस चेक करें।
बाद में, अपडेट करने के लिए दस्तावेजों को यूआईडीएआई बैक ऑफिस में वेरिफ़ाई किया जाएगा। इसलिए, प्रक्रिया को परेशानी मुक्त बनाने के लिए आपको अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर देना बहुत ज़रूरी है।
आधार कार्ड को पैन कार्ड से कैसे लिंक करें?
अपने आधार कार्ड को अपने पैन कार्ड से लिंक करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया का पालन करें।
इनकम टैक्स ई-फाइलिंग की आधिकारिक वेबसाइट https://www.incometax.gov.in/iec/foportal/ खोलें।
अग़र आपके पास खाता नहीं है तो अपना रजिस्ट्रेशन कराएं। अपने पैन का इस्तेमाल अपनी यूजर आईडी के रूप में करें।
लॉग इन करने के लिए अपना यूजर आईडी, पासवर्ड और जन्म तिथि दर्ज करें।
मेनू बार पर जाएं और "आधार लिंक करें" पर क्लिक करें।
पैन कार्ड के अनुसार जानकारी डालें।
आधार कार्ड के साथ पैन कार्ड की जानकारी को मिला लें। अगर कोई बेमेल है, तो आपको इसे तुरंत ठीक करवाना होगा।
एक संदेश दिखेगा, जिसमें दिखाया जाएगा कि पैन और आधार कार्ड लिंक हो गए हैं।
आप अपने आधार को पैन से लिंक करने के लिए एनएसडीएल जैसी अन्य आधिकारिक वेबसाइटों पर भी जा सकते हैं।
जब आपका आधार कार्ड खो जाए तो क्या करें?
आधार कार्ड एक गोपनीय व्यक्तिगत दस्तावेज है, और इसलिए, अग़र आधार कार्ड खो गया है, तो आपको ज़रूरी आधिकारिक काम करने के लिए तुरंत एक नया कार्ड प्राप्त करने की ज़रूरत होती है।
आपको बस रीप्रिंट का अनुरोध करने के लिए आधार नामांकन केंद्र पर जाना है। अपने नामांकन संख्या और आधार संख्या के साथ आधार करेक्शन फॉर्म भरें और जमा करें। कार्ड नंबर के लिए उपलब्ध मास्टर डेटा को वेरिफाई करने के बाद प्रतिनिधि आपके बायोमेट्रिक डेटा को डुप्लीकेट आधार कार्ड जारी करने के लिए जानकारी इक्कठा करेगा।
आधार कार्ड के दुरुपयोग को कैसे रोकें?
गोपनीयता की रक्षा और डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने कई उपाय अपनाए हैं।
मास्क्ड आधार का इस्तेमाल करने के अलावा, आप अपने आधार बायोमेट्रिक्स को ऑनलाइन लॉक/अनलॉक भी कर सकते हैं।
यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जाएं, "आधार सेवा" पर जाएं और "बायोमेट्रिक्स लॉक/अनलॉक करें" चुनें।
चेक बॉक्स चुनें जो कहता है कि अग़र आप अपना कार्ड लॉक करते हैं, तो आप बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण का इस्तेमाल तब तक नहीं कर पाएंगे जब तक कि इसे फिर से अनलॉक नहीं किया जाता। “बायोमेट्रिक्स लॉक/अनलॉक करें” पर क्लिक करें।
एक ओटीपी जनरेट होगा।
प्रमाणित करने के लिए ओटीपी दर्ज करें और नंबर को लॉक करने के लिए "लॉकिंग फीचर चालू करें" या इसे अनलॉक करने के लिए "लॉकिंग फीचर बंद करें" चुनें।
किसी भी मामले में, आपके पास पंजीकृत मोबाइल नंबर होना चाहिए जहां ओटीपी भेजा जाएगा।
ऊपर सूची में दी गई चीज़ें कुछ ऐसे जरुरी फैक्टर्स हैं जो आपको भारत में आधार कार्ड के बारे में जानने चाहिए। अब जबकि ज्यादातर मामलों में आधार अनिवार्य होता जा रहा है, ऐसे में अग़र आपके पास पहले से आधार नहीं है तो इसके लिए आवेदन करें। साथ ही, इसकी प्रासंगिकता सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर विवरणों को अपडेट करते रहें।
इसके अलावा, अग़र आपका कार्ड चोरी हो जाता है, तो कार्ड के दुरुपयोग को रोकने के लिए निकटतम पुलिस स्टेशन में एफआईआर या गुमशुदा डायरी दर्ज करना न भूलें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
आप आधार आवेदन की स्थिति ऑनलाइन कैसे देख सकते हैं?
सबसे पहले आपको https://resident.uidai.gov.in/ की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। "आधार पाएं" पर क्लिक करें और "आधार स्टेटस देखें" खोलें। आपका आधार कार्ड जनरेट या अपडेट हुआ है या नहीं, यह देखने के लिए अपना 14 अंकों का एनरोलमेंट नंबर डालें। स्वीकृति पर्ची के अनुसार नामांकन की तारीख और समय डालें। अंत में, कैप्चा डालें और “स्टेटस देखें” पर क्लिक करें। आप आवेदन की स्थिति तुरंत देख सकते हैं।
आप आधार पीडीएफ संस्करण कैसे खोल सकते हैं?
आप अपने आधार को पीडीएफ के रूप में डाउनलोड कर सकते हैं। हालांकि, आपको पीडीएफ खोलने के लिए आधार पासवर्ड दर्ज करना होगा। पासवर्ड अपरकेस में आपके नाम के पहले 4 अक्षरों और जन्म के वर्ष (YYYY फ़ार्मेट ) का कॉम्बिनेशन होता है। पासवर्ड डालने पर आप आधार का पीडीएफ वर्जन डाउनलोड कर सकते हैं।
भारत में आधार कार्ड प्राप्त करने की न्यूनतम आयु क्या है?
आम तौर पर, भारत में बायोमेट्रिक आधार कार्ड बनवाने की न्यूनतम आयु 5 वर्ष है। हालांकि, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और नवजात शिशु भी बाल आधार कार्ड बनवा सकते हैं। ऐसे में उन्हें बायोमेट्रिक वेरिफ़िकेशन की जरूरत नहीं है।
आधार कार्ड की वैधता क्या है?
आधार कार्ड की वैधता कार्डहोल्डर के जीवन भर के लिए होती है। यह किसी व्यक्ति के जीवनकाल में समाप्त नहीं होता है।
क्या मुझे एक बार में दो आधार कार्ड मिल सकते हैं?
नहीं, आप एक बार में दो आधार कार्ड नहीं बनवा सकते। हालांकि, आपके पास एक ही विवरण के साथ एक समय में फिज़िकल और वर्चुअल दोनों कार्ड हो सकते हैं।